Exclusive: अब घूमर में दिखेंगी 'बॉम्बे बेगम्स' की एक्ट्रेस इवांका दास, बताया कैसे फिल्मों में हुई थी एंट्री और बॉलीवुड में अब कैसे मिल रहा है थर्ड जेंडर को रोल  

इवांका को ऑन-स्क्रीन रियलिटी शो डांस दीवाने में देखा जा चुका है. इसके अलावा वे नेटफ्लिक्स सीरीज बॉम्बे बेगम्स, अभिषेक बच्चन और शबाना आज़मी स्टारर ‘घूमर’ जैसी फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं. इवांका चाहती हैं कि उन्हें केवल ट्रांस रोल में ही नहीं बल्कि हर तरह के रोल में लिया जाए. और ऐसा करने के लिए वे लोगों का दिल जीतने में लगी हुई हैं

इवांका दास
अपूर्वा सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 17 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 9:32 AM IST
  • सफर नहीं रहा है आसान 
  • फिल्मों में भी थर्ड जेंडर को मिलने चाहिए सभी तरह के रोल 

फिल्मों में शुरुआत से ही सामाजिक मुद्दों को उजागर किया जाता रहा है. फिर चाहे वह तलाक (Divorce) हो, घरेलू हिंसा (Domestic Violence) हो या किसी की आइडेंटिटी उजागर करना हो. अब सिनेमा में तीसरे जेंडर (Third Gender) को भी सामने लाया जा रहा है. यही वजह है कि ‘एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा’, ‘बधाई दो’ और ‘शुभ मंगल सावधान’ जैसी LGBTQIA+ केंद्रित फिल्में आ रही हैं. हालांकि, कहीं न कहीं इन फिल्मों में ट्रांस (Trans Characters) किरदारों को तो दिखाया जा रहा है लेकिन ट्रांस सेक्शुअल लोगों को रोल नहीं दिया जा रहा है. दरअसल ऐसा मानना है जानी-मानी एक्ट्रेस इवांका दास (Actress Ivanka Das) का. इवांका को ऑन-स्क्रीन रियलिटी शो डांस दीवाने में देखा जा चुका है. इतना ही नहीं बल्कि इवांका नेटफ्लिक्स (Netflix) सीरीज बॉम्बे बेगम्स (Bombay Begums), अभिषेक बच्चन और शबाना आज़मी स्टारर ‘घूमर’ (Ghoomer) जैसी फिल्मों में भी एक्ट कर चुकी हैं.   

चाहे लहंगा पहनकर पूरी तरह से तैयार हों या दस मिनट के फ्लैट में अपना फोटोशूट करवाना हो. इवांका चमचमाती कारों और पेंटहाउस अपार्टमेंट का पीछा नहीं कर रही हैं, बल्कि एक विरासत या लिगेसी (Legacy) बनाना चाहती हैं. इवांका चाहती हैं कि उन्हें केवल ट्रांस रोल में ही नहीं बल्कि हर तरह के रोल में लिया जाए. और ऐसा करने के लिए वे लोगों का दिल जीतने में लगी हुई हैं. 

सफर नहीं रहा है आसान 

इवांका ने GNT Digital को बताया कि उनकी जिंदगी एक रोलर कोस्टर राइड की तरह रही है. फैमिली द्वारा न अपनाने से लेकर, भारत में एक ट्रांस महिला होने के लगातार 'कलंक' से जूझने तक का ये सफर इतना आसान नहीं रहा है. उन्हें अपने हिस्से की बाधाओं का सामना करना पड़ा है और अभी भी करना पड़ रहा है. इवांका मुंबई और कोलकाता के बीच पली-बढ़ीं, और डांस के लिए उनके प्यार ने उन्हें पहला फेम दिलवाया. लड़के के रूप में पैदा हुई इवांका का नाम अरनदीप दास था और वयस्क होने से पहले ही उन्होंने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया था. इवांका कहती है, “आप जानती हैं, मैं बहुत सुंदर आदमी थी और बिल्कुल वैसी ही दिखती थी जैसी एक लड़के को दिखना चाहिए. शुरुआत में घरवालों को लगता था कि मैं सॉफ्ट बच्चा हूं, लेकिन मेरा व्यवहार महिलाओं जैसा था. मुझे कभी लड़कों के खेलों में इंटरस्ट नहीं आया, और हमेशा लड़कियों के खेल पसंद आए. 

इतना ही नहीं बल्कि इवांका कहती हैं, “मेरी शादी भी हो गई थी. जो एक लव मैरिज थी. लेकिन वह एक कन्फ्यूजन थी. जब हम साथ में रहे तब मुझे बाद में पता लगा कि मैं उनके और अपने साथ गलत कर रही हूं. और फिर मैं दिल्ली आ गई. वहां से मेरा सफर शुरू हुआ. मुझे काम भी मिला. 2017 से मैंने अपना ट्रांजिशन (Gender Affirmation Surgery) शुरू किया.” 

दुनिया की पहली बाल्ड ट्रांस मॉडल 

मुश्किल से मुश्किल समय को स्वीकार करना और उसे अपनी ताकत बनाना इवांका की पूरी जिंदगी को दर्शाता है. कुछ समय पहले, टाइफाइड के बाद पीलिया की भयानक बीमारी के बाद, इवांका एलोपेसिया की गंभीर बीमारी से पीड़ित हो गई थीं. इसके कारण उनके बाल झड़ गए और गुस्से में आकर उन्होंने अपने सारे बाल काट दिए. लेकिन अनजाने में ही सही उन्हें अपना पहला बड़ा ब्रेक मिला. इवांका बताती हैं, “मेरे एक फोटोग्राफर फ्रेंड ने मुझे बताया कि वह मुझे शूट करना चाहता है. तो मैंने कहा ठीक है. और वह शूट बहुत अच्छा हुआ, और जल्द ही मैं मॉडलिंग करने लगी! ये बाल्ड लुक दुनियाभर में काफी फेमस हुआ. मैं दुनिया की पहली बाल्ड (World's first Bald Trans Model) ट्रांस मॉडल बन गईं जिससे मैं काफी फेमस हुई.”

(फोटो- इवांका इंस्टाग्राम)

डांसर और कोरियोग्राफर के रूप में मिला खूब प्यार 

कोरियोग्राफी से लेकर मॉडलिंग तक इवांका ने सभी फील्ड अपनाए. लेकिन फिर भी उन्हें संतुष्टि नहीं मिली. अपनी कोरियोग्राफी और मॉडलिंग के बीच, इवांका ने मुंबई का रुख किया. और उन्हें डांस दीवाने में जगह मिली. उनका एक डांस वीडियो भी काफी वायरल हुआ. वह कहती हैं, “जिन डांस फॉर्म्स (Dance Forms) को कंटेस्टेंट आज कर रहे हैं वे आज से 20-25 साल पहले मैं कर चुकी हूं, बस तब किसी ने मुझे नहीं अपनाया था. आज वही हो रहे हैं. लेकिन डांस दीवाने वाला सफर एक शानदार अनुभव था. टीवी पर होना, ऑडियंस का मुझे पसंद करना उनसे प्यार मिलना, बस यही मेरे लिए सबकुछ है. लेकिन ये इंडस्ट्री इतनी आसान नहीं है, जितनी दिखती है”

(फोटो- इवांका इंस्टाग्राम)

फिल्मों में भी थर्ड जेंडर को मिलने चाहिए सभी तरह के रोल 

हालांकि, थर्ड जेंडर कम्युनिटी का मानना है कि ऑन-स्क्रीन, ट्रांस रोल को असल में जो थर्ड जेंडर कम्युनिटी से होते हैं उनके द्वारा चित्रित नहीं किया जाता है. कास्टिंग डायरेक्टर ड्रैस पहने हुए Cis-gender वाले लोगों का सहारा लेते हैं. 2004 में आई फिल्म मस्ती में राखी सावंत का मिस सक्सेना का रोल और 1999 में आई संघर्ष (1999) में लज्जा शंकर पांडे का रोल दोनों रूढ़िवादिता का उदाहरण हैं. इसके अलावा, OTT प्लेटफॉर्म पर लॉन्च हुई सुष्मिता सेन (Actress Sushmita Sen) की ताली (Taali Series) सीरीज में साइड रोल में असली ट्रांस लोगों को लिया गया है, लेकिन Main केरैक्टर के रूप में सुष्मिता सेन को कास्ट किया गया है.   

फिल्मों में थर्ड जेंडर के बारे में कितनी बात हो रही है और कितना काम मिल रहा है इसको लेकर भी इवांका ने अपने दिल की बात बताई. वे कहती हैं, "आपको काम देना है आप हर तरह का काम दीजिए. मैं इस बात से इनकार नहीं कर रही हूं कि मुझे ट्रांस का काम नहीं करना है. लेकिन मैं एक एक्टर हूं और इसलिए मुझे हर रोल करना है. आप मुझे टाइप कास्ट न करें.” हालांकि, अब फिल्मों में ट्रांस कैरेक्टर को दिखाया जाने लगा है. इसको लेकर इवांका कहती हैं, “इसकी पॉजिटिव और नेगेटिव साइड दोनों हैं. पॉजिटिव ये है कि कम से कम अब लोग इंडस्ट्री में ये पहल कर रहे हैं कि ट्रांस एक्ट्रेस को प्लेटफॉर्म दे रहे हैं. थर्ड जेंडर के बारे में दिखाया जा रहा है. कम से कम अब मौका मिल रहा है काम करने का. पहले तो सालों साल घर पर बैठे रहते थे क्योंकि काम नहीं मिलता था. लेकिन इसका एक नेगेटिव पॉइंट ये है कि हम हमेशा देखते हैं कि नए फेस इंडस्ट्री में आते हैं तो फिल्ममेकर्स उन्हें फेम दे देते हैं. लेकिन ऐसा हमारे साथ क्यों नहीं करते हैं. जैसे हाल ही में आई नई सीरीज में ट्रांस कैरेक्टर के लिए बायोलॉजिकल वुमन को डाला गया....तो फिर साइड रोल के लिए असली ट्रांस कैरेक्टर्स को क्यों? जब ट्रांस एक बायोलॉजिकल वुमन (Biological Woman Role) का रोल करना चाहती है तो कहा जाता है कि हम आपको ट्रांस कैरेक्टर देना प्रिफर करते हैं लेकिन फिर ऐसा तो बायोलॉजिकल वुमन के लिए भी होना चाहिए. तो बस यही है कि एक्टर को एक्टर की तरह देखा जाए और उसी हिसाब से रोल दिया जाना चाहिए.”  

रुके नहीं, हमेशा आगे बढ़ते जाएं 

आखिर में इवांका कहती हैं कि आजकल की जनरेशन से अब हमें सीखने को मिलता है. एक चीज लेकिन जरूर बोलूंगी कि कभी खुद को ही सबसे ऊपर नहीं समझना चाहिए. क्योंकि इसके चक्कर में  वे सीख नहीं पाते हैं. आपको कितनी भी नॉलेज हो लेकिन अनुभव हमेशा सबसे ऊपर रहेगा. पैसे से आपको पावर नहीं मिलती है. रिजेक्शन को पॉजिटिव लेना सीखें. अगर कहीं भी गिरें तो रुके नहीं, बल्कि फिर उठें और बढ़ते चले जाएं. अगर कोई आपसे ज्यादा अनुभव रखता है तो उससे हमेशा सीखने की कोशिश करें क्योंकि वे आपको हमेशा कुछ बेहतर सिखाएंगे.   

 

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