पंजाब के मशहूर सिंगर और एक्टर, गिप्पी ग्रेवाल को कौन नहीं जानता है. आपको बता दें कि गिप्पी का पूरा नाम रूपिंदर सिंह ग्रेवाल है, जिनका जन्म 2 जनवरी 1983 को पंजाब में लुधियाना के पास कूम कलां गांव में हुआ था. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा ननकाना साहिब पब्लिक स्कूल से की और होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई नॉर्थ इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, पंचकुला से की.
बचपन से ही उन्हें संगीत और नाटकों में रुचि थी. जिस कारण गिप्पी को पढ़ाई करना पसंद नहीं था. वह उतना ही पढ़ते, जितने से पास हो सकें. म्यूजिक इंडस्ट्री में नाम कमाने के लिए गिप्पी ग्रेवाल ने दिन रात मेहनत की. आज उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको बता रहे हैं उनके बारे में कुछ दिलचस्प बातें.
पिता ने मुफ्त में पढ़ाया बच्चों को
बात परिवार की करें तो गिप्पी ग्रेवाल के पिता संतोख सिंह ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. वह अपने गांव के इकलौते शख्स थे जो इतने पढ़े-लिखे थे. उनके पापा ने इंजीनियर की नौकरी छोड़कर गांव में ही खेती शुरू कर दी थी. उनके पिता गांव के बच्चों को पढ़ाते थे.
उनके घर गांव और आसपास से लगभग 200 छात्र पढ़ने आते थे, जिन्हें उनके पिता मुफ्त में पढ़ाते थे. अक्सर उनके पापा कहते थे कि वह कितने ही बच्चों को पढ़ाते हैं लेकिन उनका अपना बेटा ढंग से नहीं पढ़ता है. हालांकि, गिप्पी को हमेशा से संगीत ही अपनी मंजिल नजर आता था.
उनकी आवाज को बताया था रफ
एक इंटरव्यू में गिप्पी ने कहा था कि वह जिस गांव में रहते था वहां ऐसा कुछ भी नहीं था कि वह कुछ सीख सकें. 12वीं के बाद उन्होंने संगीत सीखना शुरू किया. जब वह पहली बार अपने संगीत शिक्षक के पास गए, तो उन्हें कहा गया कि उनकी आवाज बहुत रफ है, थोड़ी पॉलिश करनी पड़ेगी. उन्होंनेअपनी आवाज में सुधार करने की कोशिश की लेकिन उनकी रफ आवाज ने उन्हें एक अलग पहचान दी.
कनाडा में किए छोटे-मोटे काम
गिप्पी ग्रेवाल अब लंबे समय से एक अभिनेता, गायक, निर्माता, निर्देशक और लेखक के रूप में पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में एक्टिव हैं. उनका कहना है कि वह जो भी काम करते हैं, बहुत मन से करते हैं. फिल्मों में आने से पहले उन्होंने कनाडा में तक वेटर का काम किया था, और इससे पहले दिल्ली में लंबे समय तक सिक्योरिटी गार्ड का भी काम किया.
अपना खर्च उठाने के लिए उन्होंने लोगों की कारें तक धोयी हैं. उन्हें कोई काम करने में शर्म नहीं आई क्योंकि उनका ध्यान सिर्फ उनके लक्ष्य यानी म्यूजिक पर था. कनाडा में रहते हुए उन्होंने और उनकी पत्नी रवनीत ने एक साथ 3-3 जॉब कीं ताकि वे गिप्पी की म्यूजिक एल्बम के लिए फंड्स जुटा सकें. वे हर काम पूरी लगन और ईमानदारी से करते थे. गिप्पी का मानना है कि ईमानदारी से कमाया पैसा राहत देता है.
पहले सिंगर बने और फिर एक्टर
गिप्पी को सबसे पहले सिंगिंग में 'चक्ख लाई' में गाने का मौका मिला था. जब यह एलबम हिट हुआ तो उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. पंजाबी इंडस्ट्री में हिट होने वाले सिंगर्स को ही फिल्मों में भी काम करने का मौका मिलता है. 2010 में उन्हें पहली बार 'मेल करादे रब्बा' में काम करने का मौका मिला.
इसके बाद उनकी एक और हिट 'जिहने मेरा दिल लुटेया' आई. और 2012 में उन्होंने खुद 'कैरी ऑन जट्टा' प्रोड्यूस की थी. यह पंजाबी इंडस्ट्री की सबसे बड़ी हिट फिल्म साबित हुई थी. उसके बाद 2018 में 'कैरी ऑन जट्टा 2' बनी, जिसने बॉक्स ऑफिस पर 60 करोड़ कमाए. आज वह एक के बाद एक हिट गाने और फिल्म इंडस्ट्री को दे रहे हैं.