कैसेट किंग के नाम से मशहूर गुलशन कुमार (Gulshan Kumar) की आज बर्थ एनिवर्सरी है. गुलशन कुमार का जन्म 5 मई 1956 को दिल्ली में हुआ था. दिल्ली के दरियागंज में वे अपने पिता के साथ जूस की दुकान चलाते थे. फिर एक दिन उनके पिता ने पुरानी कैसेट की दुकान ले ली. यहां सस्ते कैसेट्स और गाने रिकॉर्ड कर बेचे जाते थे. और एक समय ऐसा आया जब गुलशन कुमार ने म्यूजिक की दुनिया में तहलका मचा दिया. वे 1992 में सबसे ज्यादा टैक्स देने वाले शख्स थे.
कैसेट किंग के नाम से हुए मशहूर
गुलशन कुमार पर चोरी का आरोप भी लगाया गया. दरअसल वह लोकप्रिय साउंडट्रैक की कम लागत वाली प्रतियां बेचते थे. उस दौर में जब एक कैसेट की कीमत 25 से 30 रुपये थी, गुलशन कुमार अपने कैसेट को 15 से 17 रुपये में बेचते थे. जब उनका धंधा चल पड़ा तो इस अवैध धंधे को वैध करने के लिए उन्होंने फिल्मों के संगीत अधिकार खरीदना चालू कर दिया. इसी तरह वह कैसेट किंग के नाम स मशहूर हो गए. गुलशन कुमार की म्यूजिक कंपनी टी-सीरीज इस समय बॉलीवुड की सबसे बड़ी म्यूजिक कंपनी है.
सस्ते दामों पर बेचते थे कैसेट
दिल्ली के बाद गुलशन कुमार मुंबई शिफ्ट हो गए. मुंबई आने के बाद गुलशन की किस्मत बदल गई. उन्होंने तकरीबन 15 से ज्यादा फिल्में प्रोड्यूस की. कुछ फिल्मों का उन्होंने डायरेक्शन भी किया. उनके गाए भक्ति गीत और भजन पॉपुलर होने लगे. महज 10 साल में ही गुलशन कुमार ने टी सीरिज के बिजनेस को 350 मिलियन तक पहुंचाया लेकिन उनकी यह लोकप्रियता कुछ लोगों को रास नहीं आई. अंडरवर्ल्ड डॉन अबु सलेम ने गुलशन कुमार से हर महीने 5 लाख रुपए की फिरौती मांगी. गुलशन कुमार ने साफ इनकार करते हुए कहा वो वैष्णो देवी में भंडारा करा देंगे लेकिन उसे पैसे नहीं देंगे. तभी से वे अंडरवर्ल्ड की आंखों में खटकने लगे.
फिरौती ना मिलने पर करवाया मर्डर
और फिर आया वो काला दिन जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. 12 अगस्त 1997 की सुबह गुलशन कुमार हर रोज की तरह शिव मंदिर में पूजा करने के लिए निकले. उस दिन उनके साथ उनका बॉडीगार्ड भी नहीं था. अबू सलेम को मौका मिल गया. पूजा के बाद जब वह दफ्तर जाने के लिए अपनी गाड़ी की तरफ बढ़े, एक अज्ञात व्यक्ति उनके पास आकर बोला- बहुत पूजा कर ली अब ऊपर जाकर करना. इतना कहते ही उसने गुलशन कुमार पर एक के बाद एक 16 गोलियां बरसा दीं. कैसेट किंग की मौके पर ही जान निकल गई.
इस हत्या के आरोप में बॉम्बे हाई कोर्ट ने अब्दुल रऊफ मर्चेंट और अब्दुल राशिद को उम्रकैद की सजा सुनाई थी, वहीं टिप्स इंडस्ट्रीज के मालिक रमेश तौरानी को मामले में बरी कर दिया गया. गुलशन कुमार की हत्या में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और अबू सलेम का नाम लिया जाता है.