IFFI 2021: हेमा मालिनी-प्रसून जोशी को मिलेगा 'इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर' का अवार्ड 

हेमा मालिनी ने 1968 में सपनों का सौदागर की मुख्य अभिनेत्री के रूप में हिंदी सिनेमा में प्रवेश किया. उन्होंने शोले, सीता और गीता, बागबान जैसे कई अन्य सफल खिताबों में अभिनय किया है. वहीं, प्रसून जोशी ने 2001 में राजकुमार संतोषी की लज्जा से गीतकार के रूप में शुरुआत की थी. 

Hema
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 18 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 8:22 PM IST
  • ड्रीम गर्ल के रूप में जानी जाती हैं हेमा मालिनी
  • हेमा ने सपनों का सौदागर फिल्म से सिनेमा में किया था प्रवेश

अभिनेत्री हेमा मालिनी (Hema Malini)और गीतकार और एडमैन प्रसून जोशी (Prasoon Joshi)को गोवा में शनिवार से शुरू हो रहे भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2021 (IFFI 2021)में इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर का पुरस्कार दिया जाएगा. मालिनी मथुरा निर्वाचन क्षेत्र से दो बार की बीजेपी सांसद हैं. वहीं, जोशी को सरकार ने 2017 में केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया था और उन्होंने नरेंद्र मोदी के लिए प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में एक अभियान गीत भी लिखा था. 

केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने गुरुवार को घोषणा करते हुए कहा कि भारतीय सिनेमा के क्षेत्र में उनका योगदान दशकों से है और उनके काम ने पीढ़ी दर पीढ़ी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया है. वे भारतीय सिनेमाई प्रतीक हैं, जिनकी दुनिया भर में प्रशंसा और सम्मान किया जाता है. सरकार ने एक बयान में कहा कि 16 अक्टूबर 1948 को तमिलनाडु के अम्मानकुडी में जन्मी मालिनी "एक भारतीय अभिनेत्री, लेखक, निर्देशक, निर्माता, नर्तकी और राजनीतिज्ञ हैं" जिन्होंने 1963 में तमिल फिल्म इधु साथियाम से अभिनय की शुरुआत की थी.

ड्रीम गर्ल के रूप में जानी जाती हैं हेमा मालिनी

बाद में हेमा मालिनी ने 1968 में सपनों का सौदागर की मुख्य अभिनेत्री के रूप में हिंदी सिनेमा में प्रवेश किया. उन्होंने शोले, सीता और गीता, बागबान जैसे कई अन्य सफल खिताबों में अभिनय किया है. ड्रीम गर्ल के रूप में भी जानी जाती हैं", उन्होंने अभिनय के लिए कई पुरस्कार जीते हैं, और उन्हें 2000 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था. मालिनी पहली बार 2003 में सांसद बनीं, 2009 तक राज्यसभा के सदस्य के रूप में सेवा की. 

प्रसून ने 17 साल की उम्र में प्रकाशित की थी पहली किताब 

जोशी के बारे में, सरकार ने अपने बयान में कहा कि सीबीएफसी अध्यक्ष "एक कवि, लेखक, गीतकार, पटकथा लेखक और संचार विशेषज्ञ और बाज़ारिया हैं" जिन्होंने अपनी "गद्य और कविता की पहली पुस्तक 17 साल की उम्र में प्रकाशित की". वह मार्केटिंग दिग्गज मैककैन वर्ल्ड ग्रुप इंडिया के एशिया चेयरमैन और सीईओ भी हैं. जोशी ने 2001 में राजकुमार संतोषी की लज्जा से गीतकार के रूप में शुरुआत की थी. सरकारी बयान में कहा गया है, "आज उन्हें देश में व्यापक रूप से लोकप्रिय कविता और साहित्य की महान परंपरा को जन चेतना में जीवित रखने के लिए पहचाना जाता है.

जोशी ने 2007 और 2013 में दो बार सर्वश्रेष्ठ गीत के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता है और उन्हें 2015 में सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया था. सरकार ने उल्लेख किया कि जोशी राष्ट्रमंडल खेलों 2010 के उद्घाटन और समापन समारोहों के लिए तीन सदस्यीय कोर क्रिएटिव एडवाइजरी कमेटी का हिस्सा थे, और इस साल के आईएफएफआई में, '75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो' के लिए ग्रैंड जूरी के सदस्य हैं.

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