हिंदी को लेकर आपस में भिड़े किच्चा सुदीप और अजय देवगन, जानें पूरा मामला

अजय देवगन और किच्चा सुदीप के बीच ट्विटर पर तीखी बहस शुरू हो गई है. दोनों एक के बाद एक ट्वीट कर एक-दूसरे को जवाब दे रहे हैं. दरअसल किच्चा सुदीप ने एक इवेंट में कहा था कि हिंदी अब राष्ट्र भाषा नहीं है.

अजय देवगन, किच्चा सुदीप
अपूर्वा राय
  • नई दिल्ली,
  • 28 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 7:45 AM IST
  • मैं अपने देश की हर भाषा की इज्जत करता हूं: किच्चा सुदीप
  • हिंदी अब राष्ट्र भाषा नहीं रही है: किच्चा सुदीप

किच्चा सुदीप ने एक इवेंट में कहा था कि हिंदी अब राष्ट्र भाषा नहीं है. इस पूरे मामले में बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन की प्रतिक्रिया सामने आई है. अजय ने ट्वीट कर किच्चा सुदीप को आईना दिखाया है. आईना दिखाने तक तो सही था लेकिन अजय ने सुदीप को गलत आईना दिखा दिया. अजय देवगन ने जो कुछ कहा है वह तथ्यों के आधार पर और संवैधानिक रूप से गलत है. आपको बता दें कि हिन्दी हमारे देश की राष्ट्रभाषा नहीं राजभाषा है. भारतीय संविधान में किसी भी भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा नहीं मिला हुआ है. भारत में 22 भाषाओं को आधिकारिक दर्जा मिला हुआ है, जिसमें अंग्रेजी और हिंदी भी शामिल है. हिंदी बोलने वाले सभी लोग अजय देवगन के सपोर्ट में आ गए हैं. चलिए जानते हैं ये विवाद कैसे शुरू हुआ.

एक इवेंट में किच्चा सुदीप ने कहा था, हिंदी अब राष्ट्रभाषा नहीं रही. बॉलीवुड में आज भी पैन इंडिया फिल्में बन रही हैं, लेकिन वो तमिल और तेलुगु में इतना अच्छा बिजनेस नहीं कर पातीं. हम जो भी फिल्में बना रहे हैं वो पूरे वर्ल्ड में पसंद की जा रही हैं. किच्चा सुदीप के इस विवादित बयान ने काफी तूल पकड़ लिया है. अजय देवगन ने बीती रात किच्चा सुदीप को टैग करते हुए ट्वीट किया.

क्या लिखा अजय ने?

मेरे भाई, आपके अनुसार अगर हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं है तो आप अपनी मातृभाषा की फिल्मों को हिंदी में डब करके क्यूं रिलीज करते हैं? हिंदी हमारी मातृभाषा और राष्ट्रीय भाषा थी, है और हमेशा रहेगी। जन गण मन।"

इसपर जवाब देते हुए किच्चा सुदीप ने कई सारे ट्वीट किए.

उन्होंने लिखा,  मुझे लगता है कि मेरी उस बात को बहुत अलग तरीके से पेश किया गया है. मैं अपने देश की हर भाषा का सम्मान करता हूं. मैं इस टॉपिक को आगे नहीं बढ़ाना चाहता. अजय सर, आपने जो ट्वीट हिंदी में किया है, वह मुझे समझ में आ गया है. केवल इसलिए कि हम सभी ने हिंदी का सम्मान किया है, प्यार किया और सीखा है. सोच रहा था कि अगर मेरी प्रतिक्रिया कन्नड़ में टाइप की गई तो क्या स्थिति होती. क्या हम भी भारत के नहीं हैं सर?

हिंदी तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा

देश में बड़ी संख्या में लोग हिंदी बोलते और समझते हैं, इसके बावजूद सच यही है कि यह देश की राष्ट्रभाषा नहीं है. यहां पर 454 भाषाओं का प्रचलन देश के विभिन्न हिस्सों को मिलाकर है. दुनिया में 05 सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में हिंदी तीसरे नंबर पर है, जिसे 60 करोड़ से ज्यादा लोग बोलते हैं. पहले नंबर पर अंग्रेजी है.

 

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