कहां से आया हॉलीवुड: एक्टर या डायरेक्टर नहीं बल्कि एक रियल एस्टेट डेवलपर की वजह से बना Hollywood, यहां जानें- इतिहास

गुजराती सिनेमा को ढोलीवुड के नाम से भी जाना जाता है. कन्नड़ सिनेमा को सैंडलवुड के नाम से भी जाना जाता है. भोजपुरी सिनेमा को भोजीवुड कहा जाता है.

hollywood film industry
अपूर्वा राय
  • नई दिल्ली,
  • 03 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 8:11 PM IST
  • अच्छी फिल्मों के लिए जाना जाता है हॉलीवुड
  • कहां से आया हॉलीवुड

हॉलीवुड की फिल्में...वहां की चकाचौध को देखकर हर कोई हैरान रह जाता है. शायद ही कोई ऐसा हो जिसने हॉलीवुड की फिल्में न देखी हो. दुनियाभर में बहुत सी फिल्म इंडस्ट्री मौजूद है लेकिन हॉलीवुड पिछले कई दशकों में तेजी से उभर कर सामने आया है. इसे सेंटर ऑफ फिल्म इंडस्ट्री भी कहा जाता है. प्रियंका चोपड़ा से लेकर दीपिका और आलिया तक, बी टाउन की टॉप एक्ट्रेस भी इस इंडस्ट्री में नाम कमा रही हैं. 

बॉलीवुड का जनक कौन
भारतीय फिल्म उद्योग में करीब 20 से भी ज्यादा भाषाओं में फिल्में बनाई जाती हैं. सभी को अलग अलग नामों से जाना जाता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि सिनेब्लिट्ज मैगजीन की कॉलमिस्ट बेविंडा कोलैको ने 1976 में सबसे पहले बॉम्बे के लिए 'बॉलीवुड' शब्द का इस्तेमाल किया था. तब से लेकर आज तक हिंदी फिल्मों की इंडस्ट्री को 'बॉलीवुड' कहा जाता है. हालांकि इस नाम को लेकर चार अलग-अलग मत है.

साउंड इंजीनियर ने पहली बार कहा था 'टॉलीवुड'
कोलकाता में एक जगह है टॉलीगंज. ये जगह पहले बंगाली फिल्म इंडस्ट्री का केंद्र थी. इस जगह को शॉर्ट कट नाम देने के लिए 'टॉलीवुड' कहा गया. सबसे पहले टॉलीवुड शब्द का इस्तेमाल साल 1932 में किया गया था. इस नाम का इस्तेमाल करने वाला कोई एक्टर या डायरेक्टर नहीं बल्कि विल्फोर्ड ई डेमिंग नाम का साउंड इंजीनियर था. इसी से प्रेरणा लेते हुए हिंदी फिल्मों के लिए बॉलीवुड शब्द का इस्तेमाल किया जाने लगा. 

कोलकाता की बंगाली और हैदराबाद स्थित तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री दोनों को ही टॉलीवुड कहा जाता है. तेलुगु के T से टॉलीवुड निकला है. गुजराती सिनेमा को ढोलीवुड के नाम से भी जाना जाता है. कन्नड़ सिनेमा को सैंडलवुड के नाम से भी जाना जाता है. भोजपुरी सिनेमा को भोजीवुड के नाम से जाना जाता है. तमिल सिनेमा के लिए कॉलीवुड नाम से जाना जाता है. तेलुगु सिनेमा को टॉलीवुड के नाम से जाना जाता है.

कैसे आया हॉलीवुड नाम
हॉलीवुड (Hollywood) नाम इस्तेमाल होने के पीछे भी इसी तरह की एक धारणा है. अमेरिका के लॉस एंजिल्स में एक शहर है जिसका नाम हॉलीवुड है. यह अमेरिकी फिल्म इंडस्ट्री का बहुत बड़ा केंद्र है और इसलिए वहां के सिनेमा के लिए हॉलीवुड शब्द का प्रचलन है. रियल एस्टेट डेवलपर एच.जे. व्हिटली को "फादर ऑफ हॉलीवुड" के रूप में जाना जाता है. व्हिटली ने 19वीं सदी के आखिर में 500 एकड़ जमीन खरीदी थी. इस दौरान उन्होंने लैंड में कई इंवेस्टमेंट की.

Hollywood Film

व्हिटली ने नया शहर बसाने के लिए लॉस एंजिल्स टाइम्स के पब्लिशर जनरल हैरिसन ग्रे ओटिस और बिजनेसमैन इवर वीड के साथ अपना प्यान शेयर किया. इस दौरान एक ट्रेन में यात्रा के दौरान व्हिटली की पत्नी को किसी से हॉलीवुड नाम का सुझाव मिला उन्हें ये नाम पसंद आया. अब चूंकि व्हिटली थोड़े अंधविश्वासी थे तो उन्हें लगा कि हॉलीवुड अच्छा नाम है और Holy अच्छी किस्मत लाता है. बाद में जब ये शहर बसाया गया तो इसे हॉलीवुड नाम दिया गया. इसी जगह से अमेरिकी फिल्म इंडस्ट्री उभरना शुरू हुई.

दुनिया की बाकी फिल्म इंडस्ट्री के नाम

कोरियन इंडस्ट्री को Hallyuwood के नाम से जाना जाता है. 2019 में दक्षिण कोरिया में फिल्म उद्योग का मार्केट कैप लगभग 2.02 बिलियन अमेरिकी डॉलर था.

चीनी सिनेमा अच्छी क्वालिटी वाली फिल्में बनाने के लिए जाना जाता है. इसका बॉक्स ऑफिस कलेक्शन हर साल 6.78 बिलियन डॉलर है, जो कलेक्शन के मामले में इसे हॉलीवुड के बाद दूसरी सबसे पॉपुलर इंडस्ट्री बनाता है.

यूके ने पिछले दशक में कुछ बेहतरीन फिल्मों का निर्माण किया है, जिनका कुल बॉक्स ऑफिस $1.9 बिलियन है. हालांकि दूसरी इंडस्ट्री के मुकाबले यूके में फिल्में कम बनती हैं.

Korean

भारतीय सिनेमा का इतिहास (History of Indian Cinema)
भारतीय सिनेमा की शुरुआत राजा हरिश्चंद्र (1913)  (Raja Harishchandra) से हुई. ये मूक फिल्म थी. इसके निर्माता दादासाहेब फाल्के थे.  उन्होंने 1913 और 1918 के बीच 23 फिल्में बनाईं. इस फिल्म इंडस्ट्री ने दुनिया को राज कपूर, दिलीप कुमार, गुरु दत्त, मीना कुमारी, मधुबाला, नरगिस जैसे महान कलाकार दिए हैं.

Raj Kapoor

हिंदी सिनेमा दुनिया में फिल्म निर्माण के सबसे बड़े केंद्रों में से एक है. भारत में एक साल में करीब 1500 फिल्में बनाई जाती हैं. 2019 में भारत में अनुमानित 341 मिलियन टिकट हिंदी फिल्मों के बिके और ये आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है.

 

 

Read more!

RECOMMENDED