उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले से आने वाले नासा के वैज्ञानिक योगेश्वर नाथ मिश्रा (Yogeshwar Nath Mishra) ने हाल ही में सबसे तेज लेजर कैमरा तकनीक विकसित कर दुनिया में भारत का डंका बजाया था. अब उन्होंने हॉलीवुड की एक फिल्म में एक रोल भी अपने नाम कर लिया है.
कैमरा तकनीक के लिए बटोरी थीं सुर्खियां
योगेश्वर हाल ही में सबसे तेज लेजर कैमरा तकनीक विकसित की थी. उनकी तकनीक की मदद से कैमरा खगोलीय घटनाओं को बारीकी से देखने में सक्षम है. योगेश्वर का यह आविष्कार न सिर्फ उभरते हुए वैज्ञानिकों के लिए बल्कि भारतीयों के लिए भी प्रेरणादायक था.
लेकिन विज्ञान की दुनिया में योगेश्वर का यह योगदान उनके लिए भी एक अच्छी खबर लेकर आया. यह तकनीक विकसित करने के कुछ ही दिनों बाद योगेश्वर को 'द टीम ऑफ द डे आफ्टर टुमॉरो' फिल्म में वैज्ञानिक का किरदार निभाने का ऑफर मिला है. सोच-विचार करने के बाद उन्होंने इस रोल के लिए हामी भर दी है.
फिल्म मिलने पर क्या बोले?
योगेश्वर ने टेलीफोनिक बातचीत में फिल्म की कहानी और अपने किरदार के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि यह फिल्म स्पेस के अंदर चल रही गतिविधियों के साथ पृथ्वी की तरफ एक बड़े एस्टेरॉयड से जुड़ी है. फिल्म में वैज्ञानिक पृथ्वी की ओर आने वाले खतरे से बचने के लिए किस तरह की तकनीक अपनाई जाए, इसपर काम करते हैं. फिल्म में भारतीय मूल के वैज्ञानिक की भूमिका निभाते हुए योगेश्वर पृथ्वी को उस एस्टरॉयड से बचाने की कोशिश करते हैं.
उन्होंने बताया कि पहले वह फिल्म में एक्टिंग करने को लेकर संकोच कर रहे थे. लेकिन फिर उन्हें एहसास हुआ कि इसके जरिए वह कई भारतीय युवाओं को विज्ञान की ओर आकर्षित कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि यह फिल्म सच्चाई से भी दूर नहीं है. इस तरह की खगोलीय घटनाएं अकसर होती रहती
'द टीम ऑफ द डे आफ्टर टुमॉरो' नाम की यह फिल्म बड़े बजट केसाथ और बड़े बैनर के तले बनाई जा रही है. योगेश्वर ने कहा कि हॉलीवुड की इतनी बड़ी फिल्म में काम करने का मौका मिलना उनके लिए सौभाग्य की बात है. एक भारतीय के तौर पर ऐसी फिल्म में काम करना जो पूरे विश्व में उनकी पहचान बनाएगी, उनके लिए गौरव की बात है.
(राजीव कुमार की रिपोर्ट)