Punjab’95: कंगना की इमजरेंसी के बाद दिलजीत दोसांझ की 'पंजाब 95' पर चली सेंसर बोर्ड की कैंची.... जानिए क्या है विवाद... कौन थे जसवंत सिंह खालड़ा जिन पर बनी है यह फिल्म

दिलजीत दोसांझ की अपकमिंग फिल्म पंजाब 95 विवादों में है. फिल्म में दिलजीत जसवंत सिंह खालड़ा का रोल निभाने वाले हैं. फिल्म को रॉनी स्क्रूवाला ने प्रोड्यूस और हनी त्रेहान ने डायरेक्ट किया है.

Jaswant Singh Khalra Biopic
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 27 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 2:57 PM IST
  • पंजाब 95 फिल्म में होंगे ये बड़े बदलाव
  • गुरबानी के सीन हटाए जाने के निर्देश

दिलजीत दोसांझ की अपकमिंग फिल्म पंजाब 95 विवादों में है. फिल्म में दिलजीत जसवंत सिंह खालड़ा का रोल निभाने वाले हैं. फिल्म को रॉनी स्क्रूवाला ने प्रोड्यूस और हनी त्रेहान ने डायरेक्ट किया है. खबरें हैं कि सेंसर बोर्ड ने दिलजीत की फिल्म में 120 कट लगाने के आदेश दिए हैं.

पंजाब 95 फिल्म में होंगे ये बड़े बदलाव
सेंसर बोर्ड ने जो सबसे बड़ा बदलाव करने को कहा है, वो खालड़ा के किरदार का नाम बदलना है. फिल्ममेकर्स ने सेंसर बोर्ड द्वारा कहे गए बदलाव करने पर आपत्ति जताई है. उनका कहना है कि सतवंत सिंह खालड़ा पंजाब के सम्मानित व्यक्ति थे, खालड़ा को सिख समुदाय एक शहीद के रूप में देखता है. ऐसे में फिल्म से उनका नाम हटाया जाना गलत होगा.

फिल्म का टाइटल बदलने की मांग
उन्होंने फिल्म का टाइटल बदलने की भी मांग की है. मेकर्स ने खालड़ा की मौत के साल का जिक्र करते हुए फिल्म का नाम पंजाब '95 रखा था. साल 1995 में जसवंत सिंह खालड़ा लापता हुए थे और एक दशक बाद, पंजाब पुलिस के छह पुलिस अधिकारियों को उनकी हत्या के लिए दोषी ठहराया गया. सेंसर बोर्ड का कहना है कि इस टाइटल में बदलाव किया जाए. इससे लोगों की भावनाएं आहत हो सकती हैं.

गुरबानी के सीन हटाए जाने के निर्देश
फिल्म का नाम अब सतलुज होगा, जो पंजाब को जोड़ने वाली नदी को दर्शाता है. फिल्म से गुरबानी के सीन भी हटाए जाने के निर्देश दिए गए हैं. सीबीएफसी ने यह भी कहा है कि फिल्म वास्तविक जीवन की घटनाओं पर आधारित होने का दावा नहीं कर सकती क्योंकि इससे भावनाएं आहत हो सकती हैं.

सेंसर बोर्ड की नई कमेटी ने फिल्ममेकर्स को फिल्म के उन सभी सीन में बदलाव करने के आदेश दिए हैं, जहां पंजाब और तरनतारन जिले का कोई भी उल्लेख है. कमेटी ने फिल्म में दिखाए गए कनाडा और यूके के रिफरेंस को हटाने की भी मांग है.

फिल्म में दिलजीत दोसांझ लीड रोल में हैं और उनके अलावा अर्जुन रामपाल और सुविंदर विक्की भी अहम भूमिकाओं में हैं. फिल्म 2022 से सीबीएफसी के पास अटकी है.

कौन थे जसवंत सिंह खालड़ा
जसवंत सिंह खालड़ा पंजाब के अमृतसर में एक बैंक के डायरेक्‍टर थे. वो एक्टिविस्ट के परिवार से थे और खुद भी  एक सोशल एक्टिविस्ट थे. खालड़ा ने पंजाब में विद्रोह के दौरान हजारों सिख युवाओं की कथित हत्याओं का पर्दाफाश किया था. जसवंत ने शुरुआती जांच में पाया कि साल 1992 में दुर्गीयाना मंदिर शमशान घाट में 300 से ज्यादा बेनाम लाशों का अंतिम संस्कार किया गया. सीबीआई को इसके बाद ही पता लगा कि पंजाब पुलिस ने तरनतारन जिले में 2097 लोगों का अवैध रूप से अंतिम संस्कार किया था. 

1995 में रहस्यमय तरीके से गायब हो गए
खालड़ा 1995 में रहस्यमय तरीके से गायब हो गए. आखिरी बार उन्हें अमृतसर में देखा गया था. बाद में उनकी लाश बरामद हुई. इसके बाद खालड़ा की पत्नी परमजीत कौर ने हत्या, अपहरण और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज करवाया. लगभग एक दशक बाद, लंबी सीबीआई जांच के बाद छह पुलिस अधिकारियों को उनकी हत्या के लिए दोषी ठहराया गया था.

 

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