उत्तर प्रदेश सरकार ने दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन, महाकुंभ में लोकप्रिय गायकों और संगीतकारों के कार्यक्रमों की घोषणा करते हुए कहा कि महाकुंभ 2025 आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक समारोहों के लिए तैयार है. सरकार ने एक बयान में कहा, संगम में पवित्र स्नान के अलावा, देश और विदेश से आए श्रद्धालुओं को बॉलीवुड के कुछ बेहतरीन कलाकारों की मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति दी जाएगी.
बयान में कहा गया है कि शंकर महादेवन, कैलाश खेर, सोनू निगम, विशाल भारद्वाज, ऋचा शर्मा, जुबिन नौटियाल और श्रेया घोषाल जैसे प्रसिद्ध गायक और संगीतकार इस भव्य कार्यक्रम के दौरान प्रस्तुति देंगे. ये प्रस्तुति मेला क्षेत्र में विशेष रूप से निर्मित गंगा पंडाल में होंगी और ये महाकुंभ के आध्यात्मिक माहौल को बढ़ाएंगी, जिससे यह न केवल एक धार्मिक कार्यक्रम बन जाएगा बल्कि उपस्थित लोगों के लिए एक सांस्कृतिक आयोजन भी बन जाएगा.
10 जनवरी 2025 से शुरू होंगी परफॉर्मेंस
बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग, भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के साथ साझेदारी में, पूरे कार्यक्रम का आयोजन करेगा. कलाकारों के प्रदर्शन के लिए एक कार्यक्रम की योजना बनाई गई है. योजना के मुताबिक, इन सितारों की परफॉर्मेंस मेला क्षेत्र में होगी, जिसमें 10,000 लोग दर्शक होंगे. परफॉर्मेंस का समय शाम 4 बजे से रात 8 बजे तक निर्धारित किया जाएगा. महाकुंभ आधिकारिक तौर पर 13 जनवरी से शुरू होगा, लेकिन भक्ति और सांस्कृतिक प्रदर्शन 10 जनवरी से शुरू हो जाएंगे.
ये मशहूर हस्तियां करेंगी परफॉर्म
कार्यक्रम के अनुसार, प्रसिद्ध गायक और संगीतकार शंकर महादेवन 10 जनवरी को एक शो के साथ परफॉर्मेंस की शुरुआत करेंगे. बयान के मुताबिक, 11 जनवरी को प्रसिद्ध लोक गायिका मालिनी अवस्थी अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेंगी. 18 जनवरी को अपने भक्ति गीतों के लिए मशहूर गायक कैलाश खेर प्रस्तुति देंगे और 19 जनवरी को सोनू निगम अपनी जादुई आवाज से लोगों का दिल जीतेंगे.
अन्य कलाकारों में लोक गायिका मैथिली ठाकुर 20 जनवरी को, कविता पौडवाल 31 जनवरी को, विशाल भारद्वाज 1 फरवरी को, ऋचा शर्मा 2 फरवरी को, जुबिन नौटियाल 8 फरवरी को, रसिका शेखर 10 फरवरी को, हंसराज रघुवंशी 14 फरवरी और 24 फरवरी को श्रेया घोषाल को प्रस्तुति देंगी.
महाकुंभ में पहुंचेंगे 45 करोड़ लोग
हर 12 साल के अंतराल के बाद आयोजित होने वाला महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में आयोजित किया जाएगा. आधिकारिक अनुमान के अनुसार, इस आयोजन के दौरान लगभग 45 करोड़ लोगों के आने की उम्मीद है.