Film and Documentary Shooting: एनसीआरटीसी ने आरआरटीएस स्टेशनों और नमो भारत ट्रेनों में फिल्म और डॉक्यूमेंट्री शूटिंग के लिए बनाई नीति

ओटीटी प्लेटफार्मों और डिजिटल परिदृश्य के प्रसार के साथ, फीचर फिल्मों, डॉक्यूमेंट्री और वेब सीरीज़ के फिल्मांकन की पृष्ठभूमि के रूप में सार्वजनिक परिवहन प्रणालियों, विशेष रूप से मेट्रो रेल प्रणालियों के उपयोग में वृद्धि हुई है. आधुनिक शूटिंग स्थानों की तलाश करने वाले फिल्म निर्माताओं के लिए एनसीआरटीसी का यह निर्णय एक आकर्षक अवसर प्रदान करता है.

RRTS stations and Namo Bharat trains
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 06 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 1:50 PM IST

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने हाल ही में फिल्म शूटिंग सहित अन्य कार्यक्रमों के आयोजनों के लिए आरआरटीएस स्टेशन परिसर और प्रतिष्ठित नमो-भारत ट्रेनों को किराए पर उपलब्ध करवाने के लिए एक व्यापक नीति तैयार की है. इस नीति के तहत आरआरटीएस स्टेशन और नमो-भारत ट्रेनें अब फिल्म शूटिंग, डॉक्यूमेंट्री और टीवी विज्ञापनों आदि के लिए अल्पकालिक अवधि के लिए किराए पर उपलब्ध हैं.

ओटीटी प्लेटफार्मों और डिजिटल परिदृश्य के प्रसार के साथ, फीचर फिल्मों, डॉक्यूमेंट्री और वेब सीरीज़ के फिल्मांकन की पृष्ठभूमि के रूप में सार्वजनिक परिवहन प्रणालियों, विशेष रूप से मेट्रो रेल प्रणालियों के उपयोग में वृद्धि हुई है. आधुनिक शूटिंग स्थानों की तलाश करने वाले फिल्म निर्माताओं के लिए एनसीआरटीसी का यह निर्णय एक आकर्षक अवसर प्रदान करता है. आरआरटीएस के बुनियादी ढांचे और नमो भारत ट्रेनें विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ-साथ वास्तुकला और मॉडर्न डिजाइन से परिपूर्ण हैं, जो उन्हें दृशयात्मक रूप से मनोरम और बहुमुखी शूटिंग का लक्ष्य रखने वाले फिल्म निर्माताओं के लिए उनकी सिनेमाई कहानियों को बयां करने के लिए उत्तम विकल्प बनाते हैं.

आरआरटीएस स्टेशनों का बाहरी आवरण मोर पंख के जीवंत रंगों से प्रेरणा लेते हुए आकर्षक नीले और बेज रंग से तैयार किया गया है. ये स्टेशन प्राकृतिक रोशनी से भरपूर, अच्छी तरह से प्रकाशित और हवादार स्थान प्रदान करते हैं. यहां स्टेशनों की सुंदरता को और बढ़ाते हुए बेज रंग के छिद्रित पैनल सुचारू वायु प्रवाह बनाए रखने साथ ही मनमोहक आकर्षण भी पैदा करते हैं.

नमो भारत ट्रेनें विश्वस्तरीय सुविधाओं से साथ ही अपनी अनोखी लुक के लिए भी पहचानी जा रही हैं, जिनका एयरो-डायनामिक प्रोफाइल इनकी लुक को शानदार और मनमोहक बनाता है. एयरो-डायनामिक प्रोफाइल की मदद से ये ट्रेनें उच्च गति पर हवा के खिंचाव को आसानी से कम करने में सक्षम हैं. इन ट्रेनों में विस्तृत गैंगवे और टिंटेड पैनोरमिक खिड़कियों समेत अन्य विशस्तरीय सुविधाएं हैं, जो इनमें निर्बाध यात्रा अनुभव प्रदान करती हैं.

आरआरटीएस परिसर को शूटिंग के अलावा अन्य आयोजन उद्देश्यों के लिए भी किराए पर लिया जा सकता है. यदि रात के समय (गैर-राजस्व घंटे) के दौरान नमो भारत ट्रेनों की आवश्यकता है तो कार्यक्रमों की बुकिंग पर भी विचार किया जा सकता है. फिल्म निर्माताओं के पास अब आरआरटीएस स्टेशनों और आकर्षक नमो-भारत ट्रेनों में शूटिंग का लाभ उठाने का एक बेहतर अवसर है, जो सक्षम शुल्क पर वैश्विक मानकों के अनुरूप अपनी सिनेमाई कहानियों को मॉडर्न आरआरटीएस सिस्टम के साथ दर्शाते हुए अपनी विश्वसनीयता को और बढ़ा सकते हैं.

82 किमी लंबा दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर देश में लागू होने वाला भारत का प्रथम आरआरटीएस कॉरिडोर है. इस कॉरिडोर में दो डिपो स्टेशनों सहित 25 स्टेशन शामिल होंगे. इसके अतिरिक्त, स्थानीय पारगमन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए मेरठ में 23 किमी के दायरे में आरआरटीएस के बुनियादी ढांचे पर 13 मेट्रो स्टेशनों का भी निर्माण किया जा रहा है और जून 2025 में दिल्ली के सराय काले खां से लेकर मेरठ के मोदीपुरम तक नमो भारत ट्रेनें संचालित करने का लक्ष्य है.

उल्लेखनीय है कि 20 अक्टूबर, 2023 को माननीय प्रधान मंत्री ने भारत के पहले आरआरटीएस कॉरिडोर के 17 किमी लंबे प्राथमिकता खंड का उद्घाटन किया और नमो भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई. इस खंड में साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और  दुहाई डिपो स्टेशन शामिल हैं. इसके साथ ही दुहाई और मेरठ साउथ आरआरटीएस स्टेशन के बीच लगभग 25 किमी के खंड में नमो भारत ट्रेनों का ट्रायल रन आरंभ हो चुका है और जल्द ही इस खंड में भी ट्रेन सेवाएँ शुरू होंगी. इस खंड में मुराद नगर, मोदी नगर साउथ, मोदी नगर नॉर्थ और मेरठ साउथ कुल चार स्टेशन शामिल हैं.

-कुमार कुनाल की रिपोर्ट

 

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