Exclusive: 'निर्मल पाठक की घर वापसी' में आतिश का किरदार निभा रहे आकाश मखीजा से बातचीत, बोले- हम नए कलाकारों के लिए वरदान है OTT  

Nirmal Pathak Ki Ghar Wapsi: हाल ही में सोनी लिव पर निर्मल पाठक की घर वापसी रिलीज़ हुई है. इसे लेकर आकाश मखीजा ने बताया कि OTT आज के समय में कलाकारों के लिए एक वरदान के रूप में सामने आया है जो नए टैलेंट को मौका दे रहा है. 

Nirmal Pathak ki Ghar Wapsi
अपूर्वा सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 13 जून 2022,
  • अपडेटेड 10:01 AM IST
  • सीरीज में दिखेंगे आतिश के बहुत सारे शेड्स 
  • बचपन से रहा है बिहारी कनेक्शन
  • मुझे आज तक ऐसे किरदार में नहीं देखा है लोगों ने

मौजूदा समय में एक दो हल्की फुल्की फिल्में या वेब सीरीज ऐसी दिखाई दे ही जाती हैं जो हमारे देश के देहात-अंचल, गांवों की असली कहानियां दिखाती हैं. इन कहानियों से वे जहां एक ओर लोगों को खुद से जोड़ देती हैं तो वहीं खत्म होते-होते दर्शकों के मन को और उनकी आंखों को भर देती हैं. पहले पंचायत और अब सोनी लिव पर रिलीज़ हुई निर्मल पाठक की घर वापसी (Nirmal Pathak Ki Ghar Wapsi) ने लोगों को यकीन दिला दिया है कि ओटीटी हमारा आने वाला कल है. 'हाफ गर्लफ्रेंड' फेम आकाश मखीजा (Akash Makhija) का भी यही मानना है. उनके मुताबिक, नए कलाकारों के लिए ओटीटी एक वरदान के रूप में सामने आया है जो नए टैलेंट को मौका दे रहा है. 

आकाश मखीजा 'निर्मल पाठक की घर वापसी' में निर्मल पाठक के छोटे भाई आतिश पाठक का किरदार निभा रहे हैं. सीरीज को लेकर GNT डिजिटल ने आकाश मखीजा से बात की. चलिए पढ़ते हैं बातचीत के मुख्य अंश-

आकाश मखीजा कहते हैं, “बाकी सारी सीरीज जो इस वक्त ओटीटी पर हैं, ये सीरीज उनसे कुछ हटकर है. हम आजकल ज्यादातर सीरीज देखते हैं वो ग्रे शेड में एक जैसे प्लॉट पर होती हैं. एक सीरीज बनती है और जब वो हिट हो जाती है तो सारी सीरीज उसी के हिसाब से और वैसी ही बननी शुरू हो जाती हैं. लेकिन हमारी सीरीज ‘निर्मल पाठक की घर वापसी’ बहुत ही सिंपल सी स्टोरी है. जिसमें हमने छोटे-छोटे पलों को दिखाया है. स्लाइस ऑफ़ लाइफ पर बहुत कम शो बनते हैं लेकिन हमारी सीरीज इसी को दिखाने का एक अटेम्प्ट है.”

सीरीज में दिखेंगे आतिश के बहुत सारे शेड्स 

बताते चलें, आतिश पाठक निर्मल के छोटे भाई हैं. और आतिश सलमान खान के बहुत बड़े फैन हैं. अपने किरदार के बारे में आकाश कहते हैं, “आतिश पाठक बहुत दबंग पर्सनॅलिटी हैं. ये एमएलए के इलेक्शन लड़ने वाले हैं. ये टोली के सरदार हैं. लेकिन इसके बावजूद आतिश का प्यार उनके बड़े भाई के लिए लक्ष्मण और भरत वाला है. निर्मल पाठक 24 साल बाद अपने गांव वापिस आने वाले हैं. और ये आतिश के लिए बहुत बड़ी बात है कि उनका भाई वनवास काटकर आ रहे हैं. वो मिलने के लिए इतने साल बाद आ रहे हैं. इसमें आतिश के बहुत सारे शेड्स दिखाए गए हैं.” 

बचपन से रहा है बिहारी कनेक्शन 

दरअसल  आकाश को इस सीरीज में एक बिहारी लड़के की भूमिका मिली है. और चूंकि वे खुद मुंबई से ताल्लुक रखते हैं और वहीं पले-बढ़े हैं इसलिए बोलचाल में बिहारी टोन लाना थोड़ा सा मुश्किल रहा. वे इसको लेकर कहते हैं, “ये सफर मेरे लिए 15 साल पहले ही शुरू हो गया था कि बिहारी से मेरा जो कनेक्शन रहा है वो राजू श्रीवास्तव से रहा है. वो गजोधर भैया वाली जो कॉमेडी थी मैं उसे टीवी से देखकर रटता था. तब मैं स्कूल में था और वहां उन्हें बोलकर दिखाता था. तो मुझे लोग देखके कहते थे कि यार तूने ये लहजा बहुत सही पकड लिया था. इसके बाद 2017 में जो फिल्म आई थी ‘हाफ गर्लफ्रेंड’ उसमें मैं एक बिहारी लड़का ही प्ले कर रहा था. तब मैं मूवी में अर्जुन कपूर के दोस्त का किरदार निभा रहा था. तो वहां हम सभी मिलकर वर्कशॉप लेते थे बिहारी सीखने की. फिर इस शो में मेरा ये सबसे बड़ा डर भी था.”

आकाश आगे कहते हैं, “मैं मुंबई बेस्ड हूं तो बोलचाल में भी वही मुंबई वाली टोन न आ जाए इसको लेकर काफी डर रहता था. तो मैंने इसीलिए 40 से 45 दिन तक बिहारी एक्सेंट लाने में काफी मेहनत की. क्यूंकि सबसे पहले मैं कास्ट हुआ था. मेरे डायरेक्टर राहुल पांडेय बिहार के बक्सर से हैं. तो उनको मैंने कहा था कि आपकी जो भी मीटिंग चल रही होगी मैं उन सभी में आपके साथ बैठूंगा. ताकी मैं देख और सीख सकूं कि ये एक्सेंट कैसे लाना है. शब्दों को पकड़ सकूं. स्क्रिप्ट जो लाइन थी वो भी अच्छे से पढ़ी थी और खुद से जो बदलाव किये थे वो भी सोच समझकर कि कहीं कोई शब्द गलत न उच्चारण कर दिया जाए. तो यही कुछ छोटी-बड़ी चीजें थीं जिनका ध्यान पूरी सीरीज के दौरान रखा गया.”      

मुझे आज तक ऐसे किरदार में नहीं देखा है लोगों ने 

आकाश बताते हैं, “आपको बता दूं, मैं पहले ही एक शो की मीटिंग करके आ गया था. उस दौरान इस शो की कास्टिंग डायरेक्टर से मेरी बात कुछ 3-4 महीने पहले हुई थी जिसमें उन्होंने मुझसे कहा था कि एक ऐसा शो आने वाला है और मैं तुम्हारा नाम उसके लिए पिच करने वाली हूं. तो मेरे पास घर पर स्क्रिप्ट आई और तब लॉकडाउन था. तब पापा निर्मल भैया बने थे और उन्होंने इस सीन को करने में मदद की.  जब प्रोडूसर्स ने मुझे उसे करते हुए देखा तो कास्टिंग डायरेक्टर ने कहा कि शो के प्रोडूसर्स तुमसे मिलना चाहते हैं. तब मुझे लगा कि दूसरे शो की मीटिंग के बारे में बताना चाहिए या नहीं? उन्होंने जब मेरा नाम फाइनल कर दिया गया तब मैंने उन्हें बताया. उसके बाद जब शो के डायरेक्टर राहुल ने मुझे पहले शो का डायरेक्शन सुनाया तभी मैंने मन बना लिया था कि मैं इसी को करने वाला हूं. मुझे आज तक किसी ने ऐसे दबंग वाले किरदार में नहीं देखा था. तब मैंने शो के क्रिएटर्स से 2 दिन का टाइम मांगा और फिर पहले वालों को मना किया.”

पंचायत से है थोड़ी अलग 

बता दें, लोग निर्मल पाठक की घर वापसी गांव की पृष्ठभूमि पर बनी हुई है. और यही कारण है कि सभी इसकी तुलना अमेज़न प्राइम की पंचायत से कर रहे हैं. आकाश इसबारे में कहते हैं, “मैं भी पंचायत का फैन रहा हूं. लेकिन वो सीरीज बहुत हैप्पी और हंसी-मजाक वाली या कहें कि छोटे-छोटे मुद्दों पर बेस्ड है. वहीं, निर्मल पाठक की घर वापसी थोड़ी मेलोड्रामा साइड टिल्ट है. ये आपके इमोशन के साथ खेलती है. दोनों ही शो गांव के रहन सहन से ताल्लुक रखते हैं लेकिन हमारा शो थोड़ा सा अलग है. लेकिन ओटीटी है तो आप दोनों सीरीज देख सकते हैं.”

बचपन में करता था परेश रावल की एक्टिंग 

आकाश बताते हैं कि उनका एक्टिंग का सफर बचपन में ही शुरू हो गया था. वे कहते हैं, “मेरा एक्टिंग का सफर दूसरी क्लास से ही शुरू हो गया था. तब मैंने फिर-हेरा फेरी में परेश रावल का किरदार देखा था. और चूंकि में मुंबई से ताल्लुक रखता हूं तो उस फिल्म में जो जबरदस्त मराठी स्लैंग था उसे देखकर मैं उस किरदार में घुस गया था. मैं यहां तक कि स्कूल में जाकर ये सब डायलॉग बोलता था. तब बच्चों ने जाकर हमारी टीचर को बताया. तब ये लगा कि हां मैं एक्सप्रेसिव बहुत हूं. परिवार में कोई इस फील्ड से नहीं था तो कोई आईडिया भी नहीं था कि कैसे ऑडिशन होते हैं या फिर किस तरह से एंट्री होती है. जब मैं कॉलेज फर्स्ट ईयर में था तब मैंने वहां से मास मीडिया में बीए किया. तब कॉलेज में मैंने थिएटर ज्वाइन कर लिया. कुछ-कुछ ऑडिशन भी दिए. 2 साल यही पता करने में लग गया था कि ऑडिशन किस तरह से होते हैं और सर्किल जानने में. हालांकि, 2012 में गुमराह करके एक शो आता रहा वहां से मुझे ब्रेक मिला. ये टीनेज क्राइम शो था जिसके टीज़र से देखकर बालाजी ने मुझे शो में लिया. उस वक़्त मुझे 2000 रुपये मिले थे. उससे शुरुआत हुई.” 

फिल्म इडस्ट्री में खुद को हर दिन करना पड़ता है प्रूव 

आकाश ने आगे बताया कि उन्होंने उनके पापा के कहने पर क्राइम पेट्रोल में ट्राई किया था. जिसके बाद उन्होंने उसके 15 एपिसोड किए. फिर उसके बाद कुछ 60-70 एड्स भी किये. 2017 में फिर आकाश ने हर मर्द का दर्द और फिर सरगम की साढ़े साती में एक्ट किया. इस दौरान उनकी लाइफ में बहुत कुछ हुआ. आकाश कहते हैं, “आज मुझे इंडस्ट्री में 10 साल हो गए हैं और आज भी मैं ऑडिशन दे रहा हूं. एक टाइम में सोचा था कि 2 साल में छोड़ दूंगा लेकिन ये सफर मुश्किल है और लंबा है. इस इंडस्ट्री में ऐसा ही होता है. हो सकता है कि आपकी आज कोई मूवी हिट हो जाए तो इसके बाद भी कोई भरोसा नहीं है कि आपकी दूसरी मूवी भी हिट हो. तो ये सफर कुछ ऐसा ही रहा है. फिल्म इंडस्ट्री में आपको हर दिन खुद को प्रूव करना होता है. एक नॉर्मल इंसान की पूरी ज़िन्दगी में जितने रजेक्शन्स नहीं आते हैं उससे ज्यादा एक एक्टर को कुल एक महीने में मिल जाते हैं. इतने साल लग गए लेकिन मैं खुश हूं.”

ओटीटी हम जैसे एक्टर्स के लिए नया जन्म है 

बड़े पर्दे और नए कलाकारों के लिए अपनी जगह बनाने की इस दौड़ में नेटफ्लिक्स, अमेज़न प्राइम, सोनी लिव, हॉटस्टार जैसे ओटीटी प्लेटफॉर्म एक वरदान की तरह साबित हुए हैं. इसी के बारे में आकाश कहते हैं, “हमारे जैसे एक्टर्स के लिए ओटीटी एक नया जन्म है. पहले कहां मौका मिलता था? हां किसी मूवी में साइड रोल मिल जाता था. लेकिन ओटीटी में ऐसा नहीं होता है. आप यहां खुद हीरो हैं. हर एक्टर को अपनी सीरीज या मूवी से बहुत उम्मीदें होती हैं. अच्छी बात है कि अब मेरा इंस्टाग्राम पूरे देश के लोगों से मैसेज आ रहे हैं. सभी बहुत प्यार दे रहे हैं. लोग नंबर ढूंढ ढूंढकर मुझे कॉल कर रहे हैं. और बस मैं यही चाहता हूं कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस सीरीज को देखें.”

 

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