गजल गायक पंकज उधास (Pankaj Udhas) आज अपना 71वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं. उनका जन्म 17 मई, 1951 को जेतपुर, गुजरात में हुआ था. पंकज उधास के घर में शुरू से ही संगीत का माहौल था. उनके बड़े भाई मनहर उधास भी मशहूर पार्श्वगायक हैं. पकंज सात साल की उम्र से ही गाना गाने लगे थे. उन्होंने अपनी स्नातक की पढ़ाई मुंबई के मशहूर संत जेवियर्स कॉलेज से पूरी की है.
पहली परफॉर्मेंस के लिए मिले थे 51 रुपये
पकंज उधास जब 11 साल के थे तब उन्होंने स्टेज पर ‘ए मेरे वतन के लोगों’ गाया था. इस गाने से लोग इतने प्रभावित हुए कि उन्हें किसी ने इनाम में 51 रुपए दिए थे. उन्होंने 1980 में अपना पहला एल्बम 'आहट' नाम से निकाला था. 1981 में उनका एल्बम 'तरन्नुम' और 1982 में 'महफिल' आया. इशके बाद पंकज उधास की किस्मत खुल गई और उन्हें बॉलीवुड से सिंगिंग के ऑफर मिलने लगे. पंकज ने गजल की दुनिया में खूब नाम कमाया है. 2006 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.
गजल के अलावा फिल्मों के लिए भी गाया
साल 1986 में आई महेश भट्ट की फिल्म ‘नाम’ पंकज उधास के करियर की सबसे बड़ी फिल्म है. यूं तो इस फिल्म के लगभग सभी गीत सुपरहिट साबित हुए लेकिन 'चिट्ठी आई है' गाना आज भी श्रोताओं की आंखों को नम कर देता है. पकंज ने गंगा जमुना सरस्वती, बहार आने तक, थानेदार, साजन, दिल आश्ना है, फिर तेरी कहानी याद आई, ये दिल्लगी, मोहरा, मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी समेत कई सुपरहिट फिल्मों में गाने गाए हैं.
ऐसी रही लव लाइफ
पकंज उधास की पत्नी का नाम फरीदा है. जब दोनों की मुलाकात हुई उस वक्त पंकज ग्रैजुएशन कर रहे थे और फरीदा एयर होस्टेस थीं. दोनों में दोस्ती हुई और कुछ समय बाद यह दोस्ती प्यार में बदल गई. जब शादी की बात आई तो फरीदा के घर वाले इस शादी के खिलाफ थे. जब पंकज का गायकी की दुनिया में नाम हो गया तब वह फरीदा के पिता से उनका हाथ मांगने गए थे. दोनों ने परिवार की मर्जी से 11 फरवरी, 1982 को शादी कर ली थी.