दिवंगत पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moosewala) के घर बहुत जल्द किलकारी गूंजने वाली है. जी हां, मूसेवाला की मां चरण कौर सिंह जल्द बच्चे को जन्म देने वाली हैं. चरण कौर ने आईवीएफ (IVF) तकनीक की मदद से गर्भधारण किया है. वह अगले महीने यानि मार्च में बच्चे को जन्म देंगीं. अभी वह मेडिकल टीम की निगरानी में हैं.
इस खुशखबरी से मूसेवाला के फैंस में उत्साह है. उनका मानना है कि सिंगर सिद्धू मूसेवाला का फिर से पुनर्जन्म होने वाला है. मूसेवाला अपने मां-बाप के इकलौते संतान थे.परिवार के वारिस को लेकर उनके प्रशंसक लगातार दुआ कर रहे थे. सिद्धू की मां की उम्र करीब 58 साल और पिता बलकौर सिंह की 60 साल है. हालांकि मूसेवाला के माता-पिता ने बच्चे को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.
संगीत की दुनिया में बनाई थी अलग पहचान
सिद्धू मूसेवाला का जन्म 17 जून 1993 को हुआ था. वह अपने मां-बाप के इकलौते संतान थे. सिंगर का असली नाम शुभदीप सिंह सिद्धू था, लेकिन लोग उन्हें सिद्धू मूसेवाला के नाम से जानते थे. मूसेवाला ने बहुत कम उम्र में ही संगीत की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई थी. उन्होंने साल 2017 में अपने पहले गीत जी वैगन के साथ संगीत उद्योग में कदम रखा था. कई सफल एल्बमों के साथ तेजी से लोकप्रियता हासिल की थी. उनके कई गाने हिट हो चुके हैं. देश में ही नहीं विदेशों में भी उनके काफी पैंस हैं. उन्हें गैंगस्टर रैप सॉन्ग के लिए जाना जाता है.
गोली मार बदमाशों ने कर दी थी हत्या
पंजाब के मानसा जिले में 29 मई 2022 को सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर बदमाशों ने हत्या कर दी थी. इस हत्या की जिम्मेदारी गोल्डी बरार और लॉरेंस बिश्नोई ने ली थी. पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में मूसेवाला को एक विवादित सिंगर के तौर पर भी जाना जाता था. उनपर खुलेआम गन कल्चर को बढ़ावा देने का आरोप था. इसके बावजूद फैंस पर उनका जादू सिर चढ़कर बोलता था.
क्या है IVF तकनीक
बच्चा न होने की वजह से परेशान महिलाओं के लिए टेस्ट ट्यूब बेबी एक उम्मीद की किरण है. एग और स्पर्म को मां के गर्भ में विकसित करने की बजाय लेबोरेटरी में विकसित करने की प्रोसेस ही इन विट्रो फर्टिलाइजेशन यानी आईवीएफ कहलाती है. इस तरह तैयार भ्रूण को फाइन प्लास्टिक ट्यूब के जरिए महिला के गर्भाशय में प्रतिरोपित किया जाता है. इसमें महिला के एग को पुरुष के स्पर्म से मिलाना और फिर गर्भ में स्थापित करना, सबकुछ नेचुरल तरीके से किया जाता है. इसमें किसी तरह के ऑपरेशन की जरूरत नहीं होती है.