भारतीय सिनेमा इतिहास के सबसे प्रसिद्ध अभिनेताओं, निर्माताओं और निर्देशकों में से एक राज कपूर की आज बर्थ एनिवर्सरी है. 14 दिसंबर, 1924 को जन्मे राज कपूर को हिंदी सिनेमा का शो मैन कहा जाता है. उन्हें हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में उत्कृष्ट योगदान के लिए कई सम्मान, खिताब और पुरस्कार से नवाजा गया है. राज कपूर फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखते थे, जिससे अभिनय उनके खून में था. उनके पिता पृथ्वीराज कपूर भी अपने जमाने के महान अभिनेता रहे.
24 साल की उम्र में रखी RK फिल्म्स की नींव
राज कपूर पहली बार इंकलाब फिल्म में नजर आए. उस वक्त उनकी उम्र 10 साल थी. बतौर लीड एक्टर उन्होंने 1947 में आई फिल्म नील कमल में काम किया. इस फिल्म में उनके अपोजिट मधुबाला थीं. 24 साल की उम्र में निर्देशक बनने के लिए उन्होंने आर.के. फिल्म्स की नींव रखी. एक एक्टर के रूप में उनकी पहली सफल फिल्म अंदाज (1949) थी. बतौर डायरेक्टर उन्होंने आग नाम की फिल्म का निर्देशन किया था.
सोवियत संघ में भी लोकप्रिय थे राज कपूर
भारत के अलावा राज कपूर सोवियत संघ में भी उतने ही लोकप्रिय थे. उनकी फिल्म आवारा जब सोवियत संघ में रिलीज हुई तो वो वहां की एक तरह से राष्ट्रीय फिल्म बन गई. 1954 में करीब 6 करोड़ से ज्यादा लोगों ने उनकी फिल्म के टिकट खरीदे थे. 'श्री 420' की रिलीज के बाद तो उनकी लोकप्रियता और बढ़ गई. राज कपूर की यह फिल्म दो साल में बनकर तैयार हुई थी.
नरगिस की शादी के बाद टूट गए राज कपूर
राज कपूर जब नरगिस से मिले तो उनकी उम्र 22 साल थी. दोनों ने एक साथ कई सुपरहिट फिल्में दीं. दोनों ने तकरीबन 9 साल तक एक-दूसरे को डेट भी किया. नरगिस राज कपूर के इतने करीब थीं कि उन्होंने अपने गहने बेचकर राज कपूर का कर्ज चुकाया था. लेकिन दोनों की मोहब्बत मुकम्मल नहीं हो पाई. राज कपूर शादीशुदा थे इसलिए नरगिस ने सुनील दत्त से शादी कर ली. नरगिस की शादी के बाद राज कपूर इतने टूट गए कि अकेले बैठकर रोते थे.
बॉबी फिल्म से उतारा लोगों का कर्ज
मेरा नाम जोकर 4 साल में बनकर तैयार हुई थी. हालांकि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हीं चल पाई. नतीजा ये रहा कि राज कपूर कर्जे में डूब गए. जिससे उन्हें गहरा सदमा लगा. कर्ज से बाहर निकलने के लिए राज कपूर ने दोबारा उधार लेकर बेटे ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया को लेकर बॉबी फिल्म बनाई. फिल्म जबरदस्त हिट हुई. राज कपूर ने अपने फिल्मी करियर में 3 नेशनल अवॉर्ड, 11 फिल्मफेयर समेत कई बड़े अवॉर्ड अपने नाम किए.
फिल्म रिलीज से पहले छोड़ देते थे नॉन-वेज
राज कपूर धार्मिक प्रवृत्ति के इंसान थे. वे अपनी फिल्म रिलीज के पहले नॉन-वेज खाना और शराब पीना बंद कर दिया करते थे. राज कपूर के बारे में ये भी कहा जाता है कि वे किन्ररों को अपनी आने वाली फिल्मों के गाने सुनाया करते थे. अगर किन्नरों को उनकी आने वाली फिल्म का गाना पसंद नहीं आता था, तो वह उस गाने को रिजेक्ट कर देते थे.