साल 2018 में एक फिल्म आई थी, डायरेक्टर थे राजकुमार हिरानी, फिल्म के हीरो थे रणबीर कपूर. अभी फिल्म का 8 बजे वाला शो खत्म ही हुआ था कि लोगों ने ट्विटर पर फिल्म का रिएक्शन देना शुरू कर दिया है. इस फिल्म ने कइयों को हंसाया तो कइयों को रुलाया भी तो कुछ को ये फिल्म बोरिंग लगी. फिल्म का इंटरवल तक वाला हिस्सा फिल्म के हिरो की ड्रग्स लेने की आदत पर बेस्ड था, और इंटरवल के ठीक बाद बाबरी मस्जिद को तोड़ने वाला सीन था, अब आप समझ गए होगें कि बात संजू फिल्म की हो रही है. संजू मूवी की बात इसलिए हो रही है क्योंकि आज फिल्म के डायरेक्टर राज कुमार हिरानी का बर्थडे है, लेकिन आज उनके बर्थडे पर एक समाज का हिस्सा होने के नाते अगर हम ये कहें कि हिरानी ने अपनी फिल्मों के जरिए हम सभी के अंदर सो रही भावनाओं को हसंते हसांते जगा दिया है, या नहीं भी जगाया है तो एक कोशिश जरूर की है तो ये गलत नहीं लेगेगा.
सोई हुई भावना को हंसाकर जगाने वाले हिरानी
"फिल्में समाज का आईना होती हैं" ये वाक्य बड़ा पुराना सा मालूम पड़ता है, लेकिन जब आप राज कुमार हिरानी कि फिल्में देखते हैं तो वाक्य पुराना हो कर भी पुराना नहीं लगता चाहे वो पीके हो या थ्री इंडियट्स ही क्यों ना हो , इन फिल्मों का कोई भी सीन याद कर लीजिए, एक मैसेज अपने आप आपके सामने आ जाएगा, और समाज में छुपी हुई बुराइयों का एक कच्चा चिट्ठा जेहन में उतर आएगा. राज कुमार हिरानी की फिल्मों की एक और खासियत जिस पर बात करना जरूरी है वो है हंसी मजाक वाला मूड. हिरानी ने हंसी-मजाक के जरिए समाज को एक मजबूत संदेश देने की कोशिश की है. उनकी फिल्मों में बार-बार दिखने वाली मानवीय स्वभाव की अच्छाई की वजह से उनकी तुलना अमरीका के मशहूर निर्देशक फ्रैंक कापरा से की जाती है.
जब ऑल इस वेल बन गया था नेशनल नारा
फिल्म थ्री इडियट्स राज कुमार हिरानी की वो फिल्म है जिसके लिए हिरानी हमेशा याद किए जाएंगे. ऑल इज वेल वाला गाना तो लोगों की जुबान पर आज भी है, सिर्फ गाना ही नहीं ये लाइन लोगों को इस हद तक पंसद आई थी कि लोगों ने इसे अपना 'तकिया कलाम' बना लिया था. यूं तो ये फिल्म कई मायनों में एतिहासिक साबित हुई थी, आमिर इस फिल्म में कहते हैं कि सफलता के पीछे मत भागो, काबिलियत के पीछे भागो, फिर सफलता अपने आप तुम्हारे पास आ जाएगी. इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स की लाइफ पर बनी इस फिल्म को बच्चों से लेकर पेरेंट्स तक ने काफी पसंद किया था. यही कारण है कि फिल्म के 12 साल पूरे होने पर आज हिरानी के बर्थडे पर थ्री इडियट्स को याद किया जा रहा है.
फेविकोल के विज्ञापन में एक्टिंग करने वाले हिरानी
शुरुआती दिनों में वह एक एक्टर बनने के लिए पढ़ाई कर रहे थे,इसी शौक के चलते राजकुमार हिरानी ने अपने शुरुआती दिनों में फेविकोल के एक विज्ञापन में एक्टिंग भी की थी, लेकिन पढ़ाई के दौरान ही उन्हें डायरेक्टर बनने का चस्का लग गया.
राजकुमार हिरानी के बारे में उनकी फिल्मों को देख कर जितना पढ़ा और समझा गया है उससे ये साफ होता है कि राजकुमार हिरानी एक चुलबुले स्वभाव के इंसान हैं, जो उनकी फिल्मों में साफ तौर पर नजर आता है इतना हीं नहीं हिरानी हंसते हंसते समाज की कड़वी से कड़वी सच्चाई हमारे सामने परोस देते हैं.