साहित्य आजतक 2024 के मंच पर दुनियाभर में मशहूर गाने 'चोर' के सिंगर जुस्थ ने शिरकत की. साहित्य आजतक में जुस्थ ने अपनी सिंगिंग जर्नी के बारे में बात की और गाने भी सुनाए. आपको बता दें कि जुस्थ का गाना 'चोर' न सिर्फ इंस्टाग्राम बल्कि स्पॉटिफाई आदि पर भी काफी वायरल हुआ. इस गाने के वायरल होने के बाद से ही जुस्थ को पॉपुलैरिटी मिल गई. आपको बता दें कि दिल्ली के रहने वाले जुस्थ चारटर्ड अकाउंटेंट थे और अब इंडिपेंडेंट आर्टिस्ट हैं.
कैसे पड़ा नाम 'जुस्थ'
साहित्य आजतक में बात करते हुए सिंगर जुस्थ ने अपने नाम के मतलब पर बात की. उन्होंने बताया कि उनके जीवन में एक समय आया जब वह एक आध्यत्मिक सफर पर थे. वह खुद पर काम कर रहे थे, लगातार मेडिटेशन करना, एक्सरसाइज करना, यही चल रहा था.
जुस्थ ने कहा, "एक रात को मैं उठा और मुझे लगा कि मेरा नाम जुस्थ है और मैं गाने के लिए बना हूं...इस नाम का कोई कारण कोई मतलब सोचकर नहीं आया बस ऑर्गनिकली हो गया. यह परियों की कहानी जैसा लगता है...लोगों को यकीन न हो...लेकिन मेरा नाम और सिंगिग दोनों इसी तरह हुआ."
कैसे शुरू हुआ म्यूजिक का सफर
जुस्थ ने साहित्य आजतक के मंच पर बताया कि उनकी जिंदगी में म्यूजिक पहले नहीं था. वह बचपन में कहानियां लिखते थे, कविताएं लिखते थे, उन्होंने शॉर्ट फिल्में भी बनाईं. बचपन में उनकी कविताएं अखबारों में छपती थीं. लेकिन उनकी जिंदगी में एक पॉइंट आया जब उन्हें समझ आया कि वह जो कहना चाहते हैं उसका माध्यम म्यूजिक होना चाहिए. उन्होंने कहा, "बचपन में मैंने कविताएं लिखीं, फिर कहानियां लिखीं और शॉर्ट फिल्म्स बनाईं. मुझे एक-दो शॉर्ट फिल्म के लिए अवॉर्ड मिले. लेकिन फिर भी अपनी बात कहने का मैं एक परफेक्ट माध्यम ढूंढ रहा था और यह माध्यम म्यूजिक के रूप में मिला."
चोर गाने से बने स्टार
जुस्थ के मुताबिक उन्होंने पहले म्यूजिक करने का फैसला किया और बाद में उनके क्राफ्ट पर काम किया. वह कहते हैं कि आज वह जिस मंच पर हैं, यहं जहां खुद को जाते हुए देख रहे हैं उसके लिए उन्हें खुद पर कॉन्फिडेंस है. जुस्थ का कहना है कि उन्हें अपने संगीत में अपनी बात ईमानदारी से कहनी है, उन्हें कोई झूठ नहीं बोलना है.
जुस्थ से जब उनके गाने 'चोर' का मतलब पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मैंने बड़े होते हुए जिन लोगों को पढ़ा जैसे टैगोर, बॉब डिलन आदि...तो उनके काम को एनालाइज करता हूं तो मैंने देखा कि उन्होंने जो लिखा उसका मतलब नहीं बताया. मैंने टैगोर को पढ़ा तो दो साल पहले उसका मतलब कुछ और था, अगर आज मैं उसे पढ़ूं तो मतलब कुछ और है. इसलिए मैंने डिसाइड किया कि मैं जो भी काम करूंगा उसका मतलब नहीं बताऊंगा. आज यूट्यूब चैनल पर चोर के लोगों ने अपनी तरह से बहुत अलग अलग मतलब कमेंट में लिखे हैं और मैं कहूंगा कि कोई भी मतलब गलत नहीं है.'
इस गाने के वायरल होने पर उन्होंने कहा कि उन्होंने 'चोर' गाने की मार्केटिंग पर कोई खर्च नहीं किया. उनके पास ऑप्शन थे लेकिन उन्होंने किसी लेबल को यह गाना नहीं दिया. यह गाने की किस्मत थी कि वह इतना पॉपुलर हो गया.
बॉलीवुड से मिल हैं कई ऑफर
चोर गाने की पॉपुलैरिटी के बाद जुस्थ को बॉलीवुड से ऑफर मिले. कई बड़ी हस्तियों से उनकी मुलाकात भी हुई. लेकिन उन्होंने अभी बॉलीवुड का कोई ऑफर एक्सेप्ट नहीं किया है. उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि हमारे यहां संगीत को सिनेमा की बात कहने के लिए जाना जाता है. लेकिन संगीत एक अलग चीज है जिसके जरिए कोई भी अपनी बात कह सकता है. बाहर के देशों में देखें या टैगोर जी को देखें तो वे संगीत के माध्यम से अपनी बात कहते हैं. वैसे ही जुस्थ भी संगीत के जरिए वह भी अपनी बात कहना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि वह कोई ट्रेंड नहीं सुन रहे हैं या सिर्फ चलने के लिए गाने नहीं बना रहे हैं. वह अपने लिए गाना बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह कई गानों पर काम कर रहे हैं. अगले साल उनके कई गाने आएंगे और उनका दावा है कि जब भी गाने आएंगे तो उसमें सच होगा, ईमानदारी होगी और लोग कनेक्ट कर पाएंगे.