Sarfira Movie: कैप्टन जीआर गोपीनाथ की जिंदगी से प्रेरित है यह फिल्म, इंडियन आर्मी में दी सेवा, फिर शुरू की भारत की पहली किफायती एयरलाइन

अक्षय कुमार की आगामी फिल्म सरफिरा के पीछे प्रेरणा हैं कैप्टन जी आर गोपीनाथ, जिन्होंने भारत की पहली कम लागत वाली एयरलाइन एयर डेक्कन की स्थापना की थी. अक्षय कुमार-स्टारर 2020 की तमिल फिल्म सोरारई पोटरू की रीमेक है.

Akshaya Kumar film based on captain GR Gopinath's life
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 19 जून 2024,
  • अपडेटेड 4:50 PM IST

बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार की आगामी फिल्म 'सरफिरा' का ट्रेलर मंगलवार, 18 जून को जारी किया गया. ट्रेलर को देखकर कहा जा रहा है कि यह फिल्म एक प्रेरणादायक और मार्मिक नाटक की तरह लग रही है. सरफिरा फिल्म उद्यमी कैप्टन जीआर गोपीनाथ के जीवन पर आधारित है, जिन्होंने भारत की पहली कम लागत वाली एयरलाइन एयर डेक्कन की स्थापना की थी. 

अक्षय कुमार-स्टारर कई राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता तमिल फिल्म सोरारई पोटरू की रीमेक है, जो 2020 में अमेज़ॅन प्राइम वीडियो पर डायरेक्ट-टू-डिजिटल रिलीज़ थी. तमिल फिल्म में, सूर्या ने मारा की प्रमुख भूमिका निभाई, जो प्रेरित थी गोपीनाथ के जीवन से. उन्होंने हिंदी रीमेक का को-प्रोड्यूस किया है और सरफिरा में एक कैमियो रोल में भी दिखाई देंगे.

12 जुलाई को होगी रिलीज
सरफिरा में अक्षय कुमार के अलावा राधिका मदान, परेश रावल, सीमा बिस्वास, अनिल चरणजीत और प्रकाश बेलावाड़ी भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं. सोरारई पोटरू का निर्देशन करने वाली सुधा कोंगारा ने हिंदी रीमेक का भी निर्देशन किया है. यह फिल्म 12 जुलाई को दुनिया भर के सिनेमाघरों में रिलीज होगी. 

कौन हैं कैप्टन जीआर गोपीनाथ?
13 नवंबर, 1951 को कर्नाटक के एक छोटे से गांव में एक तमिल परिवार में जन्मे जीआर गोपीनाथ ने अपनी स्कूली शिक्षा के बाद एनडीए (राष्ट्रीय रक्षा अकादमी) की प्रवेश परीक्षा पास की और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून से ग्रेजुएशन की. इसके बाद उन्होंने भारतीय सेना में आठ साल बिताए, 1971 के बांग्लादेश मुक्ति युद्ध में लड़ाई लड़ी और कैप्टन की कमीशन रैंक हासिल की.

गोपीनाथ ने 28 साल की उम्र में भारतीय सेना से प्रारंभिक सेवानिवृत्ति ले ली और फिर कभी डेयरी फार्मिंग, कभी होटल, बाइक डीलर और स्टॉकब्रोकर जैसे कई व्यवसाय स्थापित करने की कोशिश की. आखिरकार उन्होंने 1997 में, वीआईपी लोगों के लिए डेक्कन एविएशन नामक एक चार्टर्ड हेलीकॉप्टर सर्विस की शुरुआत की. 

आम लोगों के लिए किफायती फ्लाइट 
लेकिन, अपने शुरुआती सालों में, गोपीनाथ ने सपना देखा था कि हर भारतीय को फ्लाइट में बैठने का मौका मिले. और एविएशन में सफलता का स्वाद चखने के बाद, उन्होंने अपने सपने को पूरा करने पर काम किया. कई बाधाओं और चुनौतियों का सामना करने के बाद, उन्होंने 2003 में एयर डेक्कन की स्थापना की. एयर डेक्कन भारत की पहली कम लागत वाली एयरलाइन थी, जो अन्य एयरलाइनों की तुलना में आधी कीमत पर टिकट पेश करती थी. 

जल्द ही, ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों की आमद और अच्छी सर्विसेज के साथ, गोपीनाथ की कंपनी ने 60 डेस्टिनेशन्स के लिए 350 डेली फ्लाइट्स के साथ भारतीय विमानन उद्योग में 22% हिस्सेदारी हासिल कर ली थी. 2007 में, जब एयर डेक्कन को भारी घाटा हुआ और प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा, तो गोपीनाथ ने कंपनी को विजय माल्या को बेच दिया, जिन्होंने इसे किंगफिशर एयरलाइंस के साथ विलय कर दिया. 2011 में, कैप्टन जीआर गोपीनाथ ने अपना संस्मरण सिंपली फ्लाई: ए डेक्कन ओडिसी प्रकाशित किया, जिस पर सोरारई पोटरू और अब सरफिरा फिल्म आधारित है. 

 

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