Pushpa 2 The Rule shooting location : कभी माओवादियों का गढ़ थी यह जगह, अब बनेगी फिल्म लोकेशन, यहां होगी पुष्पा 2 की शूटिंग

पिछले एक दशक में सरकार और प्रशासन ने मल्कानगिरी के माओवाद-प्रभावित क्षेत्रों को मुख्यधारा से जोड़ने की काम किया और यह कोशिश अब रंग ला रही है. जल्द ही, ऐसी एक जगह फिल्म शूट की लोकेशन बनने जा रही है.

Pushpa 2 film
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 11 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 2:32 PM IST
  • मई के पहले सप्ताह में हो सकता है शूट 
  • कभी माओवाद का गढ़ थी यह जगह

ओड़िशा के मल्कानगिरी जिले में स्वाभिमान अंचल, कुछ साल पहले तक माओवादियों का अड्डा हुआ करता था और मुख्य धारा से कटा हुआ था. लेकिन अब एक शानदार बदलाव के साथ अखिल भारतीय तेलुगू ब्लॉकबस्टर पुष्पा के सीक्वल की शूटिंग के लिए तैयार है.

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, 'पुष्पा-II: द रूल' की शूटिंग हैंगिंग ब्रिज और हंतलगुडा घाट, चित्रकोंडा में स्पिलवे पर निर्माणाधीन पुल और मल्कानगिरी और जयपुर के बीच NH-326 पर सप्तधारा पुल पर की जाएगी. 

मई के पहले सप्ताह में हो सकता है शूट 
मिथ्री मूवी मेकर्स प्राइवेट लिमिटेड (Mythri Movie Makers Pvt. Ltd) की एक टीम ने कुछ दिनों के तक स्वाभिमान अंचल की रैकी की और फिर स्थानों का चयन किया. सीक्वेंस की शूटिंग शुरू होने से पहले जमीनी काम करने के लिए टीम शुक्रवार और शनिवार को क्षेत्र में थी. 

प्रोडक्शन मैनेजर पी वेंकटेश्वर राव ने मल्कानगिरी कलेक्टर विशाल सिंह और एसपी नितेश वाधवानी से मई के पहले सप्ताह से चयनित स्थानों पर फिल्म की शूटिंग करने की अनुमति मांगी थी. शूटिंग के लिए टीम ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल करेगी. 

कभी माओवाद का गढ़ थी यह जगह
सिंह ने द न्यू इंडियन एक्सप्रेस को बताया, पुष्पा-II की टीम ने स्वाभिमान आंचल में साइटों का चयन किया और फिल्म के दृश्यों की शूटिंग की अनुमति उनके और एसपी द्वारा पहले ही दी जा चुकी है. जिन इलाकों में फिल्म की शूटिंग होगी, वे कभी माओवादियों का गढ़ हुआ करते थे. कम्यूनिकेशन की कमी के कारण यह मुख्य भूमि से कटा हुआ था. जिसका फायदा उठाकर माओवादियों ने सुरक्षा कर्मियों और प्रशासन पर कई हमले किए. 

बालिमेला नाव हमला, सबसे घातक हमलों में से एक था जो 29 जून, 2008 को हुआ था. माओवादियों ने 60 ग्रेहाउंड कमांडो, पांच पुलिस अधिकारियों और एक नाव ऑपरेटर को लेकर बालिमेला जलाशय पर एक नाव पर घात लगाकर हमला किया था. नाव डूब गई, जिसमें 38 लोगों की मौत हो गई, जबकि 27 बच गए. हालांकि, यह क्षेत्र फरवरी 2011 में राष्ट्रीय सुर्खियों में आया, जब तत्कालीन मल्कानगिरी कलेक्टर आर विनील कृष्णा का माओवादियों ने अपहरण कर लिया था, जब वह क्षेत्र में एक सामुदायिक संवाद कार्यक्रम के बाद लौट रहे थे. बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया. 

लगातार कोशिशों ने बदली तस्वीर
राज्य सरकार ने तब क्षेत्र में विकास गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया और गुरुप्रिया पुल का निर्माण शुरू किया, जिसका उद्घाटन 2018 में किया गया था. सरकार ने विभिन्न विकासात्मक और कल्याणकारी गतिविधियों को बढ़ावा दिया और साथ में, सीएपीएफ की तैनाती ने सुरक्षा में बढ़ोतरी की. इससे क्षेत्र में शांति आई है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है. 

आपको बता दें कि पुष्पा: द राइज़ ने 400 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की थी. तेलुगु सुपरस्टार अल्लू अर्जुन की फिल्म ने कई रिकॉर्ड तोड़े और इसे हिंदी, तमिल और कन्नड़ में डब किया गया. 

 

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