सीबीएसई गर्ल्स फुटबॉल चैंपियनशिप, एक ऐसा टूर्नामेंट जो प्रतिभाओं के लिए एक मंच देता है. यही से तैयार होती हैं अदिति रावत, अदिति चौहान और अनुष्का जैसी प्रतिभा जो देश का नाम रौशन करने में कोई कसर नहीं छोड़ती हैं. वसंत वैली स्कूल द्वारा आयोजित यह टूर्नामेंट लड़कियों को उनकी काबिलियत और उन्हें जिंदगी में आगे बढ़ने का मौका देता है. पिछले कई सालों से होता चला आ रहा है लेकिन इस साल का आयोजन कुछ खास है. इसकी सबसे बड़ी वजह है अंडर 19 का पहली बार आयोजन. आज से शुरु हुए इस (सीबीएसई गर्ल्स फुटबॉल चैंपियनशिप) टूर्नामेंट में खिलाड़ियों की रुचि और उनका प्रदर्शन शानदार रहा है. दिल्ली के अंदर वसंत वैली स्कूल खेल के क्षेत्र में वह इतिहास लिखने जा रहा है जो शायद ही कभी इससे पहले हुआ है.
वसंत वैली और एंबिएंस के बीच एकतरफा मुकाबला
पहला मैच वसंत वैली और एंबिएंस स्कूल के बीच हुआ. इस मैच में वसंत वैली स्कूल ने शानदार 9 गोल कर एकतरफा मुकाबले में एंबिएंस स्कूल को 9-0 से हराकर अपनी बादशाहता को कायम रखा. चैंपियनशिप आज से 30 अक्टूबर तक चलने वाली है. ये चैंपियनशिप से उन प्रतिभाओं को निखारने का काम करेगा जो आने वाले समय में भारतीय टीम का हिस्सा बन सकती हैं. प्रिंसिपल वसंत वैली स्कूल की प्रिंसिपल रेखा कृष्णन ने कहा कि लड़कियां वह सब कर सकती हैं जो लड़के कर सकते हैं. टीम से लेकर इंडिविजुअल तक खेल से ही अलग टीम स्प्रिट की भावना पैदा करता है. पर्सनल गोल्स को छोड़कर कैसे टीम भावना के तहत एक दूसरे के साथ मिलकर खेलना बहुत जरूरी हुनर है. यही भावना आगे बढ़ाने के काम में आती है.
इसी जोश को बनाए रखना है
मनत सिक्का वसंत वैली स्कूल टीम की प्रतिभागी ने बताया की मैच खत्म होने पर स्कोर 9 जीरो रहा. यह मैच उतना टफ नहीं था लेकिन हमारे लिए प्रेक्टिस करने का बहुत अच्छा मौका है. यह नॉकआउट टूर्नामेंट है और धीरे-धीरे इंप्रूवमेंट करना है. नेशनल जाने के लिए टीम को धीरे-धीरे इंप्रूव करना होगा. वसंत वैली स्कूल के फुटबॉल कोच गोगोई ने कहा कि सीबीएसई का नॉकआउट फॉर्मेट के टूर्नामेंट पहला मैच एंबिएंस स्कूल के साथ खेला गया. ये कंबाइंड मैच था. दिल्ली एनसीआर के 26 स्कूल पार्टिसिपेट कर रहे हैं और जीतने वाली टीम को नेशनल में जाने का मौका मिलेगा. फाइनल में फर्स्ट और सेकंड हाफ से एक-एक टीम आएगी जो नेशनल के लिए क्वालीफाई कर सकेंगे. इसलिए वसंत वैली स्कूल के बच्चों ने फाइनल तक इसी जोश के साथ खेलने का तय किया है. नॉकआउट फॉर्मेट में ज्यादा गैप मिलता नहीं है.
(राम किंकर सिंह की रिपोर्ट)