काली फिल्म की निर्माता लीना मणिमेकलई के खिलाफ कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में दिल्ली में केस दर्ज किया है. फिल्म के पोस्टर में हिंदू देवी काली को सिगरेट पीते हुए दिखाने की वजह से लीना को सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल किया गया था. देश के अलग-अलग हिस्सों में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153 ए (लोगों में नफरत फैलाने की कोशिश) और 295 ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है.
कौन हैं लीना मणिमेकलई
लीना मणिमेकलाई का जन्म तमिलनाडु के मदुरै में हुआ था. लीना फिलहाल कनाडा में फिल्म की पढ़ाई कर रही हैं. उन्हें टोरंटो मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी ने बहुसंस्कृतिवाद पर काम करने के लिए चुना है. वह एक कवियत्री होने के साथ-साथ अदाकारा भी हैं. उनके 5 कविता संकलन प्रकाशित हो चुके हैं. लीना ने साल 2002 में शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री 'मथम्मा' से अपने करियर की शुरुआत की थी. काली के अलावा उनकी पिछली कई फिल्में जैसे 'सेंगडल', 'पराई', 'व्हाइट वैन स्टोरीज' भी विवादों का हिस्सा रह चुकी हैं. बावजूद इसके लीना को कई पुरस्कारों से नवाजा गया है. अब लीना एक और विवादित फिल्म का हिस्सा बन चुकी हैं. काली को लेकर उनका कहना है कि ये एक परफार्मेंस डॉक्यूमेंट्री है.
क्यों है विवाद
काली का निर्देशन फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई ने किया है. उन्होंने पिछले हफ्ते अपनी इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म का आधिकारिक पोस्टर जारी किया था. पोस्टर में हिंदू देवी काली के वेश में एक महिला सिगरेट पीती हुई नजर आ रही है, जिसके एक हाथ में LGBTQ का झंडा है और दूसरे हाथ में त्रिशूल. विवादित डाक्यूमेंट्री तमिल आर्ट कलेक्टिव और क्वीन समर इंस्टिट्यूट ने मिलकर बनाई है. जैसे ही यह पोस्टर सोशल मीडिया पर सामने आया विवाद खड़ा हो गया. लोगों का कहना है कि पोस्टर में हिंदू देवी को सिगरेट पीते दिखाना हिंदुत्व का अपमान है और फिल्ममेकर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.