शुदु ग्राम (Shudu Gram) नाम के इंस्टाग्राम पर लाखों फॉलोअर्स हैं. फैन फोलोविंग इतनी है कि हर फोटो पर हजारों लाइक्स नजर आ रहे हैं. ये मॉडल ब्रांडेड कपड़े और एक्सेसरीज कैरी कर रही है. जिन ब्रांड्स के आपने केवल नाम ही सुने होंगे उनकी लिपस्टिक लगती नजर आ रही है. लेकिन जरा ठहरिए… ये कोई असली इंसान नहीं है! जी हां, ये महज एक इंसान की कल्पना है. शुदु ग्राम असल में दुनिया में मौजूद नहीं है. हालांकि, ये कोई रोबोट भी नहीं है. शुदु एक कंप्यूटर जनरेटेड इमेज है जिसे स्क्रीन पर उतार दिया गया है. शुदु दुनिया की पहली डिजिटल ब्लैक सुपरमॉडल (Digital SuperModel) हैं.
फेंटी ब्यूटी से मिली शुदु को लोकप्रियता
दरअसल, फरवरी में, फेंटी ब्यूटी जो रिहाना का ब्यूटी ब्रांड है ने शुदु नाम की एक दक्षिण अफ्रीकी मॉडल को इंस्टाग्राम पर उसके ब्रांड की लिपस्टिक लगाए देखा. इंस्टाग्राम पर शुदु की मैट लिपस्टिक लगाए फोटो पोस्ट की गई. रिहाना के मेकअप ब्रांड ने इस इमेज को रिपोस्ट किया. जिसे देखकर लोगों की दिलचस्पी और बढ़ने लगी. इसे लोगों से अटेंशन मिला कि अखबारों से लेकर न्यूज में सभी ये जानने में लग गए कि आखिर शुदु है कौन? शुदु मॉडल को इंस्टाग्राम पर सबसे खूबसूरत मॉडल में से एक कहा जा रहा है. दरअसल, ये फोटोग्राफर कैमरन जेम्स-विल्सन (Photographer Cameron James-Wilson) की एक प्रोजेक्ट है.
चुनौतीपूर्ण रहा है शुदु को बनाना
शुदु के क्रिएटर कैमरन यह भी बताते हैं कि शूदु को बनाने में उपलब्ध सॉफ्टवेयर की कमी के कारण, इस तरह की छवि बनाना काफी चुनौतीपूर्ण था. कैमरन कहते हैं, “कई उद्योगों की तरह ही, 3D दुनिया में जातीय विविधता की कमी है और ब्लैक मॉडल बनाना काफी मुश्किल है. यह शुरुआत जानबूझकर नहीं की गई थी, लेकिन अब मैं गेम डेवलपर्स और 3डी डिजाइनरों के लिए आवश्यक संसाधनों को बनाने में मदद करने में बहुत दिलचस्पी रखता हूं ताकि ऐसी और इमेज को बनाया जा सके."
कैमरन बताते हैं कि शुदु एक डिजिटल सुपरमॉडल है, लेकिन ये 3-डी है. हालांकि, शुदु इंटरनेट पर पहला डिजिटल मॉडल नहीं है. इससे पहले लिल मिकेला के बारे में काफी चर्चा हो चुकी है. लेकिन शुदु अपने तरह कि पहली डिजिटल रचना है जो इतनी असली दिखती है.
क्या शुदु लेगी असली मॉडल्स की जगह?
हालांकि, शुदु को लेकर कहा जा रहा है कि ये असली मॉडलों को पीछे कर सकती है. लेकिन इस बारे में बात करते हुए कैमरून कहते हैं, “मैं वास्तव में शूडू को मेरे लिए पैसे कमाने वाले या बिजनेस के रूप में नहीं देखता, “यह एक अभिव्यक्ति की तरह है. जब कंपनियां मुझसे संपर्क करती हैं, और कुछ करने के लिए कहती हैं तो अगर मुझे लगता है कि ये ठीक नहीं है तो मैं वो नहीं करता हूं. पैसे या इस तरह की चीजों से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. क्योंकि मैंने शुदु की शुरुआत इसलिए नहीं की, मैंने उसे अपने लिए, खुद को अभिव्यक्त करने के लिए शुरू किया है. मै शुदु को केवल इसीलिए बना पाया क्योंकि मुझे बालों से लेकर फोटोग्राफी और मेकअप जैसी चीजों की अच्छे से समझ है.”