आश्विन कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से अमावस्या तक पितृपक्ष होता है. इसमें हम पूरे पंद्रह दिनों तक अपने पूर्वजों को याद करते हैं. इसमें उनके द्वारा किये गए उपकारों के लिए उनका आभार व्यक्त करते हैं. इस पूरी अवधि में हम अपने खान पान, आचरण और व्यवहार में परिवर्तन करते हैं. यह समय पुण्य प्राप्त करने का होता है. इसमें हम अपनी तमाम समस्याओं का निवारण भी कर सकते हैं. तर्पण न करने के परिणाम गंभीर हो सकते हैं और तमाम समस्याओं से गुजरना पड़ सकता है. इस समय नए और शुभ कार्य करने की वर्जना होती है. जिन पुरुषों के माता-पिता जीवित हैं और जिन स्त्रियों के सास-ससुर जीवित हैं, उनके ऊपर पितृ पक्ष के नियम लागू नहीं होते. इस बार पितृपक्ष 20 सितम्बर से 06 अक्टूबर तक रहेगा. आखिर क्या है पितृपक्ष और इसकी परंपरा, देखें गुडलक टुडे.
Pitru Paksha is a very auspicious time in Hindu methodology. It is a 15-day lunar period where an individual remembers his or her ancestors. This is the time period when a person should pay homage to their ancestors. Watch this very important episode of Good Luck today in this video.