US देगा इस्तेमाल नहीं हो रहे लाखों ग्रीन कार्ड! क्या होता है ग्रीनकार्ड? जानें इसे हास‍िल करने के न‍ियम

कैटो इंस्टीट्यूट की एक स्टडी के मुताब‍िक, यदि ग्रीन कार्ड से जुड़ा यह प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो यह हजारों बैकलॉग स्क‍िल्ड भारतीयों की मदद करेगा. ऐसे भारतीय जो एक लंबे समय से रोजगार आधारित ग्रीन कार्ड हास‍िल करने के लिए पाने इंतजार कर रहे हैं, उन्हें भी काफी मदद मिलेगी.

रोजगार-आधारित ग्रीन कार्ड नंबरों को दोबारा प्राप्त किया जा सकता है
शताक्षी सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 01 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 2:10 PM IST
  • 1992 से 2021 इस्तेमाल ना हुए ग्रीन कार्ड देगा अमेरिका
  • बिल्ड बैक बेटर एक्ट में पारित हुआ प्रस्ताव
  • रोजगार-आधारित ग्रीन कार्ड नंबरों को दोबारा प्राप्त किया जा सकता है

नौकरी करने के लिए अमेरिका जाने वालों की इच्छा रखने वालों के लिए गुड न्यूज है. अब आपको ग्रीन कार्ड लेने के लिए ज्यादा दिक्कतें नहीं उठानी पड़ेंगी. दरअसल हाल में बाइडेन सरकार द्वारा पारित बिल्ड, बैक, बेटर एक्ट के चलते भारतीयों सहित लाखों लोगों को ग्रीन कार्ड हासिल करने में मदद मिल सकती है. यूएस बजट सुलह बिल यानि बिल्ड बैक बेटर एक्ट में अप्रयुक्त परिवार और रोजगार-आधारित ऐसे ग्रीन कार्ड नंबरों को पुनः प्राप्त करने का एक प्रस्ताव है, जो 1992 से 2021 तक इस्तेमाल नहीं हुए थे.

भारतीयों की मदद करेगा ये बिल
कैटो इंस्टीट्यूट के एक अध्ययन के अनुसार, यदि यह प्रस्ताव पास हो जाता है, तो यह हजारों बैकलॉग कुशल भारतीयों की मदद करेगा. ऐसे भारतीय जो एक लंबे अर्से से रोजगार आधारित ग्रीन कार्ड पाने के लिए पाने इंतजार कर रहे हैं, उन्हें भी मदद मिलेगी. हालाँकि, इस प्रस्ताव का अंतिम परिणाम अभी भी अनिश्चित है क्योंकि इसे सदन और सीनेट दोनों में पारित करने की आवश्यकता है. वाशिंगटन स्थित नीति थिंक-टैंक, निस्कैनन सेंटर के अनुसार, अनुमानित 4 मिलियन लोग परिवार-आधारित ग्रीन कार्ड की प्रतीक्षा कर रहे हैं और लगभग एक मिलियन रोजगार-आधारित ग्रीन कार्ड बैकलॉग में फंसे हुए हैं.

H-1B के कारण हुआ बैकलॉग
सालाना अमेरिका रोजगार आधारित आवेदकों के लिए केवल 1.40 लाख ग्रीन कार्ड अलग रखता है और प्रति 7% लोगों के ग्रीन कार्ड मिलता है. अमेरिका में भारतीयों की भारी आमद को देखते हुए - उनमें से अधिकांश के पास एच-1बी वीजा है, यह प्रतिबंधात्मक नीति चुनौतियों का सामना करती है और इसके परिणामस्वरूप रोजगार-आधारित श्रेणी में उनके लिए बड़े पैमाने पर बैकलॉग हो गया है.

क्या सच में होगा भारतीयों को फायदा?
यह आलोचना कि अन्य राष्ट्रीयताओं के लोगों की कीमत पर भारतीयों को लाभ होगा, निराधार है. अपने पोस्ट में, निस्कैनन सेंटर के इमिग्रेशन पॉलिसी एनालिस्ट जेरेमी एल नेफेल्ड बताते हैं कि, "प्रति देश ग्रीन कार्ड देने के दर में कुछ भी बदलाव नहीं माना जा रहा है. इसलिए, जहां तक पुनर्ग्रहण का संबंध है, केवल 7% पुनः प्राप्त किए गए वीजा भारतीयों को जा सकते हैं. प्रति देश कैप पर किसी की भी राय, वे यथावत रहेंगे और पुनः प्राप्त किए गए ग्रीन कार्ड प्राप्तकर्ताओं के लिए विविधता सुनिश्चित करेंगे. ”

अमेरिकी भारतीयों में खुशी की लहर
बिल्ड बैक बेटर एक्ट में ऐसे प्रस्ताव भी शामिल हैं जो विदेशी नागरिकों को ग्रीन कार्ड के लिए कतारों से बचने के लिए पूरक शुल्क का भुगतान करने की अनुमति देंगे. कांग्रेसी राजा कृष्णमूर्ति कहते हैं, "मुझे खुशी है कि अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में जारी बिल्ड बैक बेटर एक्ट कानून आखिरकार रोजगार-आधारित बैकलॉग में फंसे ग्रीन कार्ड 1.2 मिलियन से अधिक उच्च-कुशल श्रमिकों के लिए राहत प्रदान करेगा." उनका आगे बताते हैं कि, "डेमोक्रेट्स ने दशकों से चली आ रही ग्रीन कार्ड की कतारों और बच्चों को स्व-निर्वासन के लिए मजबूर किए जाने की दिल दहला देने वाली कहानियाँ सुनी हैं, जिसके बाद अब वे कार्रवाई कर रहे हैं."

क्या है ग्रीन कार्ड?
ग्रीन कार्ड अमेरिका मे रहने का एक स्थायी प्रमाण है. ग्रीन कार्ड धारक वह व्यक्ति होता है जिसे स्थायी आधार पर अमेरिका में रहने और काम करने का अधिकार दिया गया है. उस स्थिति के प्रमाण के रूप में, अमेरिकी नागरिकता और आप्रवासन सेवा (USCIS) एक व्यक्ति को एक स्थायी निवासी कार्ड प्रदान करती है, जिसे आमतौर पर "ग्रीन कार्ड" कहा जाता है. आप कई अलग-अलग तरीकों से स्थायी निवासी बन सकते हैं. अधिकांश व्यक्तियों को संयुक्त राज्य में परिवार के किसी सदस्य या नियोक्ता द्वारा प्रायोजित किया जाता है. अन्य व्यक्ति शरणार्थी या शरण की स्थिति या अन्य मानवीय कार्यक्रमों के माध्यम से स्थायी निवासी बन सकते हैं। कुछ मामलों में, आप लिए ग्रीन कार्ड फाइल करने के योग्य हो सकते हैं.

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