भूपेंद्र पटेल होंगे गुजरात के नए मुख्यमंत्री, बीजेपी विधायक दल का फैसला

विजय रुपाणी के पद से हटने के एक दिन बाद भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को वरिष्ठ नेता भूपेंद्र पटेल को गुजरात का अगला मुख्यमंत्री नामित किया है.

भूपेंद्र पटेल होंगे गुजरात के मुख्यमंत्री. (फाइल फोटो-PTI)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 12 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 4:53 PM IST
  • विजय रुपाणी ने दिया था पद से इस्तीफा
  • बीजेपी विधायक दल ने किया फैसला
  • भूपेंद्र पटेल संभालेंगे गुजरात की कमान

गुजरात में बड़ा सियासी उलट-फेर हुआ है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक ने फैसला किया है कि भूपेंद्र पटेल राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे. अप्रत्याशित तरीके से अचानक गुजरात के मौजूदा सीएम विजय रुपाणी ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. अब भूपेंद्र पटेल को गुजरात के नए मुख्यमंत्री के तौर पर नामित किया गया है.

भूपेंद्र पटेल के नाम पर कल से ही पार्टी नेतृत्व मंथन कर रहा था. नितिन पटेल का भी नाम सीएम रेस में शामिल था. लेकिन राज्य के पार्टी मुख्यालय में विधायक दल ने सर्वसम्मति से उन्हें नेता चुन लिया. भूपेंद्र पटेल भाजपा की गुजरात युनिट के प्रभारी हैं. 

भूपेंद्र पटेल घाटलोदिया निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार विधायक चुने गए थे. इससे पहले, उन्होंने अहमदाबाद में एक नगर पार्षद के रूप में कार्य किया था. उन्होंने अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकरण (AUDA) के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है और अहमदाबाद नगर निगम की स्थायी समिति के प्रमुख थे.

विजय रुपाणी ने दिया था अचानक इस्तीफा

भूपेंद्र पटेल ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. दरअसल देश और राज्य के लोग तब चौंक गए जब विजय रुपानी ने शनिवार को गुजरात के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. अब माना जा रहा है कि विजय रुपाणी का इस्तीफा बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ हुई बैठक के बाद आया है. इसी बैठक में उन्हें हटाने का फैसला किया गया था.

क्यों हटाए गए विजय रुपाणी?

सूत्रों के मुताबिक, विजय रुपाणी को सीएम पद से हटाने की वजह मजबूत सत्ता विरोधी लहर बताई जा रही है. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) ने एक सर्वेक्षण किया था जिसमें दिखाया गया था कि बीजेपी के लिए गुजरात में अगला चुनाव जीतना मुश्किल होगा.

भूपेंद्र पटेल संभालेंगे गुजरात की कमान

पार्टी नेतृत्व को यह लगा कि विजय रुपाणी को सीएम बनाए रखना, मुश्किलें खड़ी कर सकता है, ऐसे में किसी भी तरह के रिस्क से बचने के लिए बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने यह फैसला किया कि उन्हें हटाकर किसी दूसरे शख्स को सत्ता सौंपी जाए. अब देखने वाली बात यह होगी कि बीजेपी की प्रत्याशा पर भूपेंद्र पटेल कितना खरा उतरते हैं.

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