अगर आप भी मेट्रो की लाइनों में घंटों खड़े रहने से परेशान हैं तो आपके लिए एक गुड न्यूज है. दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने एंट्री के लिए अब अन्य गेट भी खोलने का फैसला किया है. DMRC सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए अन्य एंट्री गेट (Entry Gates) भी खोलने वाली है.
खोले जायेंगे अन्य मेट्रो गेट (Metro Gates)
टाइम्स ऑफ इंडिया ने DMRC के मैनेजिंग डायरेक्टर मंगू सिंह (Mangu Singh) से बात की. उन्होंने बताया कि अब दिल्ली में लोगों को लाइनों में घंटों इंतजार नहीं करना होगा. उन्होंने कहा, "हमने लोगों की सहूलियत को देखते हुए अन्य मेट्रो गेट खोलने का निर्णय लिया है. अब लोग कई जगह से मेट्रो में एंट्री कर सकेंगे." उन्होंने आगे बताया कि लोगों ने मेट्रो द्वारा जारी किए गए नियमों का अच्छे से पालन किया है. सभी ने सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य नियमों का बखूबी पालन किया. बहुत कम ऐसे मामले रहे जहां किसी अधिकारी को परेशानी झेलनी पड़ी.
मैनेजिंग डायरेक्टर मंगू सिंह कहते हैं, "अब कम लोग मेट्रो में सफर कर रहे हैं. ज्यादातर लोग आने-जाने के लिए अपने ही प्राइवेट वाहनों का उपयोग कर रहे हैं.
अभी तक खोले गए हैं 414 एंट्री गेट
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में 253 मेट्रो स्टेशन हैं. एंट्री गेट की बात करें, तो दिल्ली मेट्रो स्टेशन पर 671 एंट्री गेट हैं. कोरोना की दूसरी लहर के बाद जब 7 जून, 2021 को फिर से मेट्रो खोली गई तो बढ़ते हुए इंफेक्शन को देखते हए केवल 257 गेट ही खोले गए. जुलाई आखिर तक 75 गेट और खोले गए, जिससे ये संख्या बढ़कर 332 हो गयी. नियंत्रित होते कोविड केस और देश में बढ़ते वैक्सीनेशन को देखते हुए अब 414 गेट एंट्री के लिए खोले गए हैं.
धीरे-धीरे पटरी पर आ रह है जिंदगी
आपको बता दें, कोविड-19 आने और लॉकडाउन से पहले करीब 60 लाख यात्री हर दिन मेट्रो में सफर करते थे. सितंबर 2020 में मेट्रो सेवाएं फिर से शुरू होने के बाद ये संख्या 6-7 लाख तक पहुंच गई. इसके बाद अप्रैल 2021 में तकरीबन 20 लाख लोग हर दिन मेट्रो सफर करने लगे। और अब सितंबर में यह संख्या बढ़कर 28 लाख हो गयी है. हालांकि अधिकतर लोग कोविड-19 की वजह से अपने वाहनों से सफर करना ही ठीक समझते हैं.
महामारी के बाद बन्द की गई थी मेट्रो सर्विस
गौरतलब हो कि साल 2020 में कोरोना महामारी के कारण 169 दिनों के लिए मेट्रो सर्विस को बंद करना पड़ा था. इस साल, 2021 में, 48 दिनों के लिए मेट्रो को आमजन के लिए बंद किया गया था. मेट्रो जब खोली गई तो DMRC ने यह सुनिश्चित किया कि मेट्रो की वजह से इंफेक्शन न फैले, हालांकि, लोगों को मेट्रो के बाहर लाइनों में घंटो इंतेजार करना पड़ा.