हाल ही में जारी हुए, हेनले पासपोर्ट इंडेक्स के अनुसार, सिंगापुर का पासपोर्ट अब दुनिया का सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट है. सिंगापुर ने इस मुकाम को हासिल करने के लिए जापान को पीछे छोड़ा है. सिंगापुर का पासपोर्ट 192 ग्लोबल डेस्टिनेशन्स में वीजा-फ्री एंट्री की अनुमति देता है.
इस बार भारत ने अपनी रैंकिंग में काफी सुधार दिखाया है. भारतीय पासपोर्ट में पांच स्थानों का सुधार हुआ है और अब लेटेस्ट हेनले पासपोर्ट इंडेक्स में 80 वें स्थान पर है, और यह 57 डेस्टिनेशन्स के लिए वीजा-फ्री एंट्री की परमिशन देता है.
इन देशों में मिलती है वीजा-फ्री एंट्री
इसके अलावा, भारतीय पासपोर्ट धारकों को इंडोनेशिया, थाईलैंड और रवांडा जैसे देशों में वीज़ा-फ्री एंट्री और अराइवल पर वीज़ा मिलता है. हालांकि, भारतीय नागरिकों को चीन, जापान, रूस, संयुक्त राज्य अमेरिका और पूरे यूरोपीय संघ जैसे दुनिया भर के 177 गंतव्यों में प्रवेश करने के लिए वीज़ा की जरूरत होती है.
लंदन स्थित इमिग्रेशन कंसल्टेंसी, हेनले एंड पार्टनर्स ने जो रैंकिंग पब्लिश की हैं, उनके अनुसार, पांच साल तक टॉप पर रहने के बाद, जापान तीसरे स्थान पर खिसक गया क्योंकि उनके पासपोर्ट से बिना वीज़ा-फ्री डेस्टिनेशन्स की संख्या में गिरावट आई. अमेरिका, जो लगभग एक दशक पहले रैंकिंग में शीर्ष पर था, दो स्थान फिसलकर आठवें स्थान पर आ गया. ब्रेक्जिट-प्रेरित मंदी के बाद, यूके चौथे स्थान पर पहुंच गया.