ग्राम पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में पहला पर्यटक गांव "पंचारी" लॉन्च किया गया. इसकी शुभ शुरूआत मीर पंचारी के संकरी देवता मैदान में हुई. संभागीय आयुक्त जम्मू, राघव लैंगर ने इसका शुभआरंभ किया.
पर्यटकों में दिख रहा उत्साह
श्री लैंगर ने कहा, “यह पर्यटन पहल ग्रामीण अर्थव्यवस्था और सामुदायिक व्यवसाय को ना सिर्फ मजबूत करेगी, बल्कि युवाओं को रोजगार के मौके देकर उन्हें सशक्त भी बनाएगी. दिलचस्प बात तो ये है कि पर्यटक गांव का शुभारंभ होते ही वहां पर पर्यटक का आना-जाना भी शुरू हो गया है. दिल्ली की एक पर्यटक शैफाली ने कहा, “मैंने पंचारी की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लिया, मैं यहां पहली बार आई हूं. मैं अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को पंचारी आने के लिए जरूर कहूंगी.”
तमाम तरह की सुविधाओं से लैस है गांव 'पंचारी'
एक तरफ पर्यटकों में उत्साह दिख रहा है तो वहीं स्थानीय युवाओं को रोजगार के अनेकों जरिए दिखाई देने लगे हैं. इस पर्यटक गांव की खास बात है यहां पर होमस्टे की सुविधाओं का मौजूद होना है, जिससे युवा वहां पर रह कर रोजगार के अवसर भी तलाश सकते हैं.
गांव के एक निवासी का कहना है कि “छुट्टियां मनाते समय, पर्यटक अक्सर ऐसी जगह की तलाश करते हैं जो प्राकृतिक परिवेश के बीच स्थित हो और साथ ही साथ उन्हें घर से दूर घर का एहसास भी ना कराएं. गांव में होमस्टे की सुविधा पैसे कमाने का जरिया तो बनेगी ही साथ ही घर जैसा एहसास भी कराएगी."
मिशन यूथ के तहत बना है यह पर्यटक गांव
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सितंबर 2021 में मिशन यूथ के तहत जम्मू-कश्मीर टूरिस्ट विलेज नेटवर्क का शुभारंभ किया. इस पहल का उद्देश्य केंद्र शासित प्रदेश के 75 गांवों को बदलना है जो अपनी ऐतिहासिक प्रासंगिकता, सुंदरता और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाने जाते हैं. जम्मू और कश्मीर में पूरे देश में सबसे ज्यादा पर्यटक आते है. जुलाई के महीने में करीब 10.5 लाख पर्यटकों ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया और अगस्त में यह आंकड़ा 11.22 लाख तक पहुंच गया.