कुवैत में महिलाओं को मिला सेना में लड़ाकू रोल, 16 साल पहले मिला था वोटिंग का अधि‍कार

कुवैत की सेना ने मंगलवार को बताया कि कुवैती महिलाएं अब सेना में लड़ाकू रोल भी प्राप्त कर सकती हैं. कुवैत की स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार कुवैत ने मंगलवार को घोषणा की कि महिलाओं को सैन्य सेवा के लिए पंजीकरण करने की अनुमति दी जाएगी. कुवैत सशस्त्र बलों ने ट्वीट किया कि रक्षा मंत्री हमद जबेर अल-अली अल-सबाह ने कहा कि इस फैसले ने महिलाओं के लिए विभिन्न लड़ाकू रैंकों में शामिल होने के लिए दरवाजा खोल दिया गया है. इसमें ऑफिसर रैंक भी है.

कुवैत में महिलाओं को मिला सेना में लड़ाकू रोल
सुरभि शुक्ला
  • नई दिल्ली,
  • 13 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 1:13 PM IST
  • कुवैती महिलाएं सेना में निभाएंगी लड़ाकू रोल
  • 2005 में मिला था वोटिंग का अधिकार
  • ऑफिसर रैंक भी शामिल

कुवैत की सेना ने मंगलवार को बताया कि कुवैती महिलाएं अब सेना में लड़ाकू रोल भी प्राप्त कर सकती हैं. कुवैत की स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार कुवैत ने मंगलवार को घोषणा की कि महिलाओं को सैन्य सेवा के लिए पंजीकरण करने की अनुमति दी जाएगी. कुवैत सशस्त्र बलों ने ट्वीट किया कि रक्षा मंत्री हमद जबेर अल-अली अल-सबाह ने कहा कि इस फैसले ने महिलाओं के लिए विभिन्न लड़ाकू रैंकों में शामिल होने के लिए दरवाजा खोल दिया गया है. इसमें ऑफिसर रैंक भी है.

राज्य समाचार एजेंसी KUNA द्वारा की गई टिप्पणी में मंत्री ने कहा, "अब समय आ गया है कि कुवैती महिलाओं को अपने भाइयों के साथ कुवैती सेना में प्रवेश करने का अवसर दिया जाए."

चिकित्सा सहायता देंगी महिलाएं
अल-सबाह ने महिलाओं की क्षमता और कठिन समय में  दृढ़  बने रहने पर भरोसा जताया. उन्होंने बताया कि प्रारंभिक चरण में आवेदक चिकित्सा और सैन्य सहायता क्षेत्र में अपना योगदान देंगे.

2005 में मिला था वोटिंग का अधिकार
कुवैत में महिलाओं को साल 2005 में वोटिंग का अधिकार दिया गया था. इसके बाद से कैबिनेट से लेकर सांसद तक महिलाओं की सक्रियता देखी गई. हालांकि वर्तमान सांसद में किसी महिला के सांसद के पास कोई सीट नहीं है. अन्य खाड़ी देशों के मुकाबले कुवैत की संसद को विधायी शक्ति प्राप्त है. इसे सरकार और राजघरानों को चुनौती देने के लिए जाना जाता है.

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