बंगाल समेत पूरे देश में दुर्गा पूजा को लेकर तैयारियां चल रही हैं. इस बीच ममता सरकार के एक फैसले ने बंगाल के लोगों की खुशी को दोगुना कर दिया है. राज्य सरकार ने आयोजकों और लोगों की इस खुशी को दोगुना करते हुए राज्य में दुर्गा पूजा का आयोजन करने वाली समितियों को मिलने वाली रियायतों में बढ़ोतरी का ऐलान किया है. साथ ही राज्य सरकार के दफ्तर 30 सितंबर से 10 अक्टूबर तक बंद रहेंगे.
1 अक्टूबर से शुरू होने जा रही दुर्गा पूजा इस बार कई मायनों में खास है. मां दुर्गा की पूजा सदियों से पश्चिम बंगाल की धार्मिक संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रही है, लेकिन अब मां दुर्गा की स्तुति देश से होते हुए दुनिया पर भी छा चुकी है.
पिछले साल विश्व धरोहर की मान्यता मिली थी
बता दें कि मां दुर्गा की आराधना से जुड़ा ये पर्व यूनेस्को की कल्चरल हेरिटेज का हिस्सा है. जो बंगाल समेत पूरे देश के लिए गर्व की बात है. 38 दिनों बाद दुर्गा पूजा की शुरुआत हो रही है. पिछले साल यूनेस्को की तरफ से मिली विश्व धरोहर की मान्यता की वजह से इस बार दुर्गा पूजा की खास तैयारियां की जा रही हैं. यूनेस्को से मिले कल्चरल हेरिटेज के तमगे से उत्साहित ममता ने इस बार की दुर्गापूजा को यादगार बनाने के लिए कमर कस ली है.
1 सितंबर को ममता करेंगी मेगा रैली
यूनेस्को को धन्यवाद देने के लिए ममता बनर्जी एक सितंबर को कोलकाता में मेगा रैली करने जा रही हैं. इस रैली के दौरान शोभायात्रा निकाली जाएगी, जिसका नेतृत्व खुद ममता करेंगी. इस शोभायात्रा में आम लोगों के अलावा 10 हजार से ज्यादा छात्र भी शामिल होंगे. इस कार्यक्रम के दौरान कोलकाता में यूनेस्को की टीम भी मौजूद रहेगी. दरअसल, कुछ दिन पहले ममता बनर्जी ने यूनेस्को के डायरेक्टर एरिक फाल्ट को निमंत्रण भेजा था. जिस पर यूनेस्को के डायरेक्टर ने अपनी टीम के साथ इस शोभायात्रा में शामिल होने की सहमति दे दी.
भव्य रूप देने की कोशिश में जुटे आयोजक
पिछले साल ही कोलकाता की दुर्गा पूजा को यूनेस्को की तरफ से हेरिटेज का टैग मिला है. यही वजह है कि इस बार दुर्गापूजा को भव्य रुप देने के लिए ममता ने तोहफों का पिटारा भी खोल दिया है. बता दें कि बंगाल में हर साल लगभग 37 हजार सामुदायिक पूजा का आयोजन किया जाता है. इनमें से करीब 2,500 आयोजन अकेले कोलकाता में होते हैं. इस बार की दुर्गापूजा को खास बनाने और बंगाल की इस सांस्कृतिक पहचान को और भी भव्य रूप देने की कोशिश में सभी आयोजक जुटे हैं.
खास बात ये भी है कि कोरोना के कारण करीब दो साल दुर्गा पूजा का जश्न फीका रहा, लेकिन इस बार बंगाल में दुर्गा पूजा का आयोजन बड़े पैमाने पर किया जा रहा है और पाबंदियों को लेकर भी कोई टेंशन नहीं है. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुर्गा पूजा आयोजन समिति के सदस्यों के साथ बैठक की. उनकी परेशानियों को समझा और फिर उन्हें राहत देने की कोशिश की.
दुर्गा पूजा कमेटियों को मिलेगा ज्यादा अनुदान
सरकार की तरफ से इस बार दुर्गा पूजा कमेटियों को पिछली बार से 10 हजार रुपये ज्यादा अनुदान दिया जाएगा. हर कमेटी को 60 हजार रुपये सरकार देगी. बिजली बिल पर 50 प्रतिशत की बजाए 60 प्रतिशत छूट दी जाएगी. इसके अलावा राज्य सरकार के सभी सरकारी कर्मचारियों को पूरे ग्यारह दिन की छुट्टी मिलेगी.
बता दें कि राज्य सरकार की तरफ से विदेशी पर्यटकों का खास ख्याल रखने पर भी जोर है. ममता बनर्जी ने सभी आयोजकों से कहा है कि वो ध्यान रखें कि विदेशी पर्यटकों को किसी तरह की दिक्कत ना हो.