
भले ही अभी अप्रैल महीने की शुरुआत हुई है, लेकिन गर्मी की दस्तक मई और जून जैसी मालूम पड़ रही है. आमतौर पर सूरज के सख्त होते जा रहे जो तेवर मई में दिखते थे. वो इस बार अप्रैल की शुरुआत से दिखने लगे हैं.ऐसी गर्मी से न केवल इंसान परेशान होंगे बल्कि बेज़ुबानों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.
पेयजल का इंतेजाम
ऐसे में गुजरात के गिर में बढ़ती गर्मी को देखते हुए जंगलों में एशियाई शेरों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. गिर में भीषण गर्मी को देखते हुए जानवरों के लिए नए पेयजल प्वाइंट और तालाब तैयार किए गए हैं. ताकि पानी की तलाश में शेरों और दूसरे जंगली जानवरों को भटकना ना पड़े.
क्या हैं राजा के लिए खास इंतेजाम
गिर नेशनल पार्क में मौजूद भारत की आन बान और शान कहे जाने वाले एशियाई शेरों को गर्मी से बचाने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. जंगल के राजा को पीने के पानी के लिए भटकना ना पड़े. इसके लिए यहां गिर के जंगलों और राजस्व क्षेत्रों में करीब 250 पेयजल पॉइंट चालू किए गए हैं, जिससे शेरों के साथ साथ बाकी जानवरों को भी किसी तरह की समस्या ना हो.
आम लोगों के लिए सुकून
अकसर देखा गया है कि पानी की तलाश में शेर और दूसरे जंगली जानवर जंगल से निकलकर रिहायशी इलाकों तक पहुंच जाते हैं. जिससे लोगों के लिए भी खासी परेशानी हो जाती है. ऐसे में इन पानी से इंतेजाम से जानवर जंगल में रहेंगे और लोगों सुकून में रहेंगे.
बढ़ रहा पर्यटन
बेशक गर्मी अपने तेवर दिखा रही है, लेकिन एशियाई शेरों के साम्राज्य को देखने आने वाले सैलानियों की संख्या तेजी के साथ बढ़ती जा रही है. इसके पीछे का एक कारण है कि मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गिर सफारी का दौरा किया था. और उनके इस दौरे के बाद से ही यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में इजाफा होने लगा.