पंजाब में राज्य तंबाकू निषेध दिवस मनाया जा रहा है. इस मौके पर फरीदकोट के 35 गांवों के धूम्रपान मुक्त घोषित किया गया है. ऐसा ही एक गांव घोनी वाला है. तंबाकू मुक्त घोषित होने के बाद गांव के लोगों ने खुशी जाहिर की और रैली निकालकर जश्न मनाया.
फरीदकोट के स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी ने बताया कि पंजाब राज्य तंबाकू निषेध दिवस के मौके पर फरीदकोट के करीब 35 गांवों को धूम्रपान मुक्त घोषित किया गया है. ग्राम पंचायतों ने स्वास्थ्य विभाग को तंबाकू विरोधी प्रस्ताव सौंप दिया है और ये गांव धूम्रपान मुक्त हैं. इन गांवों के सरपंचों और पंचायत सदस्यों को स्वास्थ्य विभाग ने प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया.
तंबाकू फ्री गांव में लगा है बोर्ड-
तंबाकू फ्री घोषित किए गए गांवों के बाहर एक बोर्ड लगा है. जिसमें लिखा है- धूम्रपान तंबाकू मुक्त गांव में आपका स्वागत है. इन गांवों में तंबाकूर, जर्दा, बीड़ी, सिगरेट कोई इस्तेमाल नहीं करता है. इन गांवों में तंबाकू उत्पादों पर पूरी तरह से रोक है. इस गांव में कोई भी तंबाकू उत्पादों का इस्तेमाल कोई नहीं करता है.
गांव में मनाया गया जश्न-
पंजाब राज्य तंबाकू निषेध दिवस के मौके पर घोनी वाला गांव को भी धूम्रपान और तंबाकू मुक्त घोषित किया गया है. इसको लेकर गांव के लोगों ने रैली निकाली और खुशी जाहिर की. इस रैली में महिलाएं, छोटे-छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने हिस्सा लिया. इस गांव ने तंबाकू मुक्त अभियान में अहम योगदान दिया है.
धूम्रपान मुक्त घोषित किए गए गांव घोनी वाला के लोगों ने खुशी जाहिर की. उनका कहना है कि उन्होंने पड़ोसी गांवों के सरपंचों से भी गांव को नशा मुक्त घोषित करवाने के लिए काम करने को कहा है. गांववालों का कहना है कि अब जो भी इलेक्शन होगा, उसमें यह मुदा उठाया जाएगा.
(फरीदकोट से प्रेम पासी की रिपोर्ट)
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