भारत के पूर्व कप्तान और नेशनल क्रिकेट अकेडमी के डायरेक्टर राहुल द्रविड़ टीम इंडिया के अगले कोच बनने को तैयार हो गए हैं. जानकारी के मुताबिक, द्रविड़ बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली से बातचीत के बाद टीम इंडिया के हेड कोच का रोल निभाने की हामी भरी. अगर सब कुछ ठीक रहा, तो वह नवंबर के अंत में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के लिए बैकरूम स्टाफ का नेतृत्व करेंगे.दुबई में गुरुवार को द्रविड़ और बीसीसीआई के प्रमुख अधिकारियों के बीच एक बैठक हुई, जिसके बाद ये फैसला लिया गया.
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा,“हम जल्द ही मुख्य कोच के लिए विज्ञापन लाएंगे. मुझे लगता है कि हम राहुल को समझाने में सक्षम हैं कि उन्हें अब भारतीय टीम के साथ सक्रिय रूप से काम करने के लिए आगे बढ़ना चाहिए. ” यदि द्रविड़ सहमत होते हैं, तो वह दो साल के कार्यकाल के लिए अक्टूबर-नवंबर में खेले जाने वाले टी-20 विश्व कप की समाप्ति के बाद रवि शास्त्री से पदभार संभालेंगे.
बीसीसीआई की पहली पसंद द्रविड़
द्रविड़ कई सालों से मुख्य कोच के तौर पर बीसीसीआई की पहली पसंद रहे हैं. 2016 में अनिल कुंबले को नौकरी मिलने से पहले और 2017 में रवि शास्त्री के वापस आने से पहले, द्रविड़ चाहते तो कोच की नौकरी ले सकते थे. हालांकि उस समय उन्होंने इससे इनकार कर दिया और इंडिया ए और अंडर -19 टीमों और बैंगलोर में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में काम करना जारी रखा.
श्रीलंका दौरे के समय किया टेस्ट
श्रीलंका दौरे के समय जब राहुल द्रविड़ को बतौर कोच टीम इंडिया के साथ भेजा गया था तभी से ये कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें बड़ी जिम्मेदारी के लिए तैयार किया जा रहा है. नवंबर में शास्त्री की विदाई होते ही राहुल द्रविड़ कोच की जिम्मेदारी संभाल लेंगे. इसके साथ ही बॉलिंग कोच के तौर पर द्रविड़ के भरोसेमंद पारस म्हाम्ब्रे को बॉलिंग कोच नियुक्त किया गया है. वह भरत को रिप्लेस करेंगे, जबकि फील्डिंग कोच आर. श्रीधर के रिप्लेसमेंट पर फैसला नहीं लिया गया है. वहीं विक्रम राठौर टीम के बैटिंग कोच बने रहेंगे.
टी-20 विश्व कप के ठीक बाद नवंबर में न्यूजीलैंड की टीम भारत दौरे पर आएगी. इस दौरान 17 नवंबर से दोनों टीमों के बीच तीन टी-20 और दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जाएगी. द्रविड़ इससे पहले इंडिया-ए और अंडर-19 टीम के कोच भी रह चुके हैं.