धनबाद के भिस्तीपाड़ा इलाके में मौजूद हाइटेक आंगनबाड़ी केंद्र ने बच्चों की शिक्षा और विकास के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम की है. यह केंद्र पूरी तरह से सौर ऊर्जा पर निर्भर है और बच्चों के लिए प्राइवेट प्ले स्कूल जैसी सुविधाएं प्रदान करता है. इस केंद्र में बच्चों के पढ़ने-लिखने के साथ-साथ खेलने-कूदने के भी पूरे इंतजाम किए गए हैं.
सौर ऊर्जा पर निर्भर
इस हाइटेक आंगनबाड़ी केंद्र की सबसे खास बात यह है कि यह पूरी तरह से सौर ऊर्जा पर निर्भर है. दी एनर्जी एंड रीसोर्सेस इन्स्टिट्यूट (TERI) की ओर से इस केंद्र को हाइटेक बनाया गया है. इसमें पूरी तरह से सौर ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाता है. यहां की लाइटें और पंखे सब कुछ सौर ऊर्जा से ही चलते हैं. इससे बच्चों को क्लीन एनर्जी का फायदा मिलता है और बिजली की खपत भी नहीं होती.
प्राइवेट प्ले स्कूल जैसी सुविधाएं
इस आंगनबाड़ी केंद्र को प्राइवेट प्ले स्कूल की तर्ज पर विकसित किया गया है. दीवारों पर बच्चों की पढ़ाई से संबंधित पेंटिंग्स की गई हैं और बच्चों के बैठने के लिए प्लास्टिक के बेंच भी लगाए गए हैं. यहां बच्चों के लिए खेलने का इन्फ्रास्ट्रक्चर और पढ़ाई का इन्फ्रास्ट्रक्चर दोनों ही विकसित किया गया है. बच्चों के लिए पौष्टिक नाश्ते और खाने की सुविधा भी मौजूद है.
बच्चों की संख्या में हुई वृद्धि
इस हाइटेक आंगनबाड़ी केंद्र में अब बच्चों की संख्या पहले के मुकाबले काफी ज्यादा बढ़ गई है. बच्चे यहां अपनी मर्जी से भी आते हैं क्योंकि यहां पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ खेलने-कूदने का भी पूरा इंतजाम किया गया है. इसके लिए बच्चों को खिलौने भी दिए गए हैं.
टेरी का अहम योगदान
इस मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र को टेरी ने अपने सीएसआर (Corporate Social Responsibility) फंड से तैयार किया है. यह राज्य में अपनी तरह का पहला केंद्र है जहां बच्चों के लिए हर वह जरूरी संसाधन मौजूद है जो एक प्राइवेट स्कूल में होता है. अब इस मॉडल को देखते हुए दूसरे आंगनबाड़ी केंद्रों को भी इसी तर्ज पर विकसित करने की तैयारी चल रही है.
धनबाद का यह हाइटेक आंगनबाड़ी केंद्र बच्चों की शिक्षा और विकास के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है. इससे न केवल बच्चों को बेहतर शिक्षा और सुविधाएं मिल रही हैं, बल्कि यह सौर ऊर्जा के उपयोग को भी बढ़ावा दे रहा है.