उत्तर प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसके सभी 75 जिलों में साइबर थाने हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने 57 साइबर थानों का शुभारंभ किया. जबकि 18 साइबर थाने पहले से ही काम कर रहे हैं. इस तरह से सूबे के हर जिले में साइबर क्राइम थाने की शुरुआत हो गई है.
75 जिले में 75 साइबर थाने-
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 57 जिलों में साइबर थाने की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम थाने मंडल मुख्यालय के 18 जिलों में पहले से ही काम कर रहे हैं. जबकि 57 साइबर थानों की शुभारंभ अब किया गया है. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही 1523 थानों में साइबर सेल का गठन किया गया है. इतना ही नहीं सीएम योगी ने कहा कि पुलिस बल के बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने के लिए तेजी से काम हो रहा है.
सीएम योगी ने कहा कि पहले साइबर क्राइम से पीड़ित व्यक्ति को मंडल स्तर के साइबर थाने में जाना पड़ता था. लेकिन अब वो अपने शहर के साइबर सेल में जाकर शिकायत दर्ज करा सकेंगे. उसी जिले की साइबर क्राइम थाने में उसकी विवेचना हो सकेगी.
टूटे पलंग पर सोते थे पुलिसवाले-
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले पुलिसवालों को टूटे पलंग, जर्जर भवनों में रहने के लिए मजबूर किया गया था. जो पुलिसवाले ड्यूटी करके अपनी बैरक में लौटते थे तो उनके लिए आराम करने की समुचित व्यवस्था भी नहीं थी. लेकिन आज किसी भी छोटे जिले चले जाइए, वहां जो सबसे ऊंची बिल्डिंग दिखाई देगी, वो हमारे पुलिस के जवानों की बिल्डिंग होगी.
हर जिले में है पुलिस लाइंस-
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में नए जिले तो बनाए गए थे, लेकिन पुलिस लाइंस का गठन नहीं किया गया था. उन्होंने कहा कि पुलिस की आत्मा पुलिस लाइंस में होती है, जिलों में पुलिस लाइंस ही नहीं बनाई गई थी, जैसे किसी इंसान के शरीर से आत्मा निकाल ली गई हो. सीएम ने कहा कि आज हर जिले में पुलिस लाइंस है.
कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास-
मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में 2310 करोड़ रुपए से अधिक की 144 परियोजना का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इसमें 21 पुलिस थाने, दो पुलिस लाइंस, दो पीएससी वाहिनी, दो एसटीएफ यूनिट और 25 पुलिस थानों में मेडिकल कक्ष का शिलान्यास किया गया. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएसी दंगाइयों के लिए काल है, इसे खत्म करने की कोशिश की गई थी.
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