इटली का एक 36 वर्षीय शख्स कोरोना वायरस, मंकीपॉक्स और एचआईवी से पीड़ित है. यह अपने आप में पहला मामला है. शख्स को तीनों ही संक्रमण साल की शुरुआत में स्पेन जाने के बाद हुआ. जहां उसने कई पुरुषों के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाए थे. जर्नल ऑफ इंफेक्शन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, मरीज को स्पेन की पांच दिवसीय ट्रिप से लौटने के नौ दिन बाद बुखार, गले में खराश, थकान, सिरदर्द और कमर में सूजन जैसे लक्षण दिखाई दिए. लक्षण सामने आने के तीन दिन बाद शख्स का कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव आया.
असुरक्षित यौन संबंध बनाने से हुआ संक्रमण
बाद में शख्स के चेहरे और शरीर के कुछ हिस्सों पर चकत्ते दिखाई देने लगे. हालत की गंभीरता को देखते हुए शख्स को 5 जुलाई को सैन मार्को यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के इमरजेंसी विभाग में भर्ती किया गया, जहां उसका मंकीपॉक्स टेस्ट पॉजिटिव आया. इसके बाद 36 वर्षीय शख्स के यौन रोगों से जुड़े अन्य टेस्ट भी किए गए. वह एचआईवी वायरस-1 (HIV-1) के लिए भी संक्रमित पाया गया. डॉक्टरों का कहना है कि शख्स को हाल ही में एचआईवी हुआ है.
एचआईवी का किया जा रहा इलाज
मंकीपॉक्स वायरस, COVID-19 और एचआईवी से संक्रमित होने का यह एकमात्र रिपोर्ट किया गया मामला है. शख्स को फाइजर के एमआरएनए वैक्सीन की दो खुराक लगाई गई थी. इस शख्स को लगभग एक सप्ताह के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई. वह COVID-19 और मंकीपॉक्स से ठीक हो गया, फिलहाल उसका एचआईवी संक्रमण का इलाज किया जा रहा है. शख्स को कुछ दिनों तक आइसोलेट रहने की सलाह दी गई है.
मंकीपॉक्स के कितने केस
मंकीपॉक्स अब तक 80 देशों में फैल चुका है. दुनियाभर में मंकीपॉक्स के 45,535 मामले सामने आ चुके हैं. मंकीपॉक्स, एक वायरस के कारण होता है, जो स्मॉलपॉक्स की फैमिली का ही एक वायरस है. मंकीपॉक्स वायरस संक्रमित जानवरों से मनुष्यों में अप्रत्यक्ष या सीधे संपर्क के माध्यम से फैलता है. अधिकांश लोग मंकीपॉक्स से संक्रमित होने के दो से चार सप्ताह में ठीक हो जाते हैं.