मधुमेह यानी डायबिटीज आजकल एक आम समस्या है. टाइप 1 और टाइप 2 दोनों प्रकार के डायबिटीज के इलाज में जड़ी-बूटियों को सबसे प्राकृतिक और प्रभावी तरीका माना जाता है. जबकि, डायबिटीज को कई दवाओं से नियंत्रित किया जा सकता है. कुछ जीवनशैली में बदलाव करके भी आप इससे बच सकते हैं, जैसे सही भोजन करना, समय पर सोना, शारीरिक गतिविधियां आदि. हालांकि आयुर्वेद भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. आपकी रसोई में उपलब्ध कई जड़ी-बूटियां आपके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकती हैं. आपको बस उन्हें सही समय पर और सही तरीके से लेना है. चलिए आपको इस जड़ी-बूटियों के बारे में बताते हैं.
डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए 5 आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां:
मेथी: यह कड़वा स्वाद के कारण मोटापे और कोलेस्ट्रॉल से निपटने में मदद कर सकता है, फास्टिंग ब्लड शुगर को कम करता है, ग्लूकोज टॉलरेंस में सुधार करता है, और कुल कोलेस्ट्रॉल, एलडीएल और ट्राइग्लिसराइड्स को भी कम करता है.
दालचीनी: यदि आप मधुमेह रोगी हैं? तो, दालचीनी आपके स्वास्थ्य के लिए चमत्कारी साबित हो सकती है. यह इंसुलिन प्रतिरोध को कम करता है और भोजन के बाद ब्लड शुगर लेवल को कम करता है. यह अतिरिक्त वसा को पिघलाने और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कंट्रोल करने में भी मदद करेगा.
अदरक: अदरक में एंटी-डायबिटिक, हाइपोलिपिडेमिक और एंटी-ऑक्सीडेटिव गुण होते हैं. यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने में मदद करता है और HbA1C के साथ-साथ फास्टिंग शुगर को कम करता है. डॉक्टर की सलाह के अनुसार अदरक का सेवन संभल के करें, क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है.
काली मिर्च: इसके बहुत सारे फायदे हैं. यह इंसुलिन संवेदनशीलता और आपके शरीर के ब्लड शुगर लेवल को कम करता है. काली मिर्च 'पाइपराइन' नामक एक महत्वपूर्ण तत्व से भरपूर है जो ब्लड शुगर लेवल को सामान्य करने में मदद करता है.
जिनसेंग: जिनसेंग आपकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, साथ ही साथ ये ब्लड शुगर लेवल को भी कंट्रोल करने में मदद करता है. यह अग्न्याशय (Pancreas) में इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाने के साथ-साथ शरीर में कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को कम करता है. इसका सेवन करके आप अपने शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है.