20-30 की उम्र से ही अपनाएं ये अच्छी आदतें, कम होगा कैंसर का खतरा

अक्सर हम जवानी के दिमों में बहुत छोटी-छोटी आदतों नजरअंदाज कर देते हैं, यही कारण है कि आज कल लोगों को बहुत उम्र में कैंसर होने का खतरा रहता है. अगर आप छोटी-छोटी आदतों को गंभीर रुप से बदलें, तो आप स्वस्थ रह सकते हैं.

कैंसर
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 10 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 5:49 PM IST
  • धूम्रपान न करें
  • वजन पर नियंत्रण रखें

जब हम 20 और 30 की उम्र में होते हैं तो हम में से अधिकांश लोग कैंसर के बारे में नहीं सोचते हैं. लेकिन हाल के शोध से पता चला है कि 1990 के बाद पैदा हुए लोगों में पहले की किसी भी पीढ़ी की तुलना में 50 साल की उम्र से पहले कैंसर होने की संभावना अधिक होती है. जब बात कैंसर की आती है तो तो हम बहुत सारी चीजें नहीं बदल सकते, पर अपनी जीवन शैली में जरूर बदलाव ला सकते हैं. अपनी जवानी में हम जिस तरह की जीवन शैली जीते हैं, उसका हमारे आगे के जीवन पर बहुत असर पड़ता है. तो चलिए ऐसी कुछ चीजों के बारे में बात करते हैं, जिनका पालन करके आप एक अच्छी जीवन शैली जी सकते हैं.

1. धूम्रपान न करें
धूम्रपान न केवल हर साल फेफड़ों के कैंसर का प्रमुख कारण है, यह मुंह और गले के कैंसर सहित 14 अन्य प्रकार के कैंसर से भी जुड़ा है. शोध से पता चलता है कि 10 में से नौ लोग 25 वर्ष की आयु से पहले ही धूम्रपान करना शुरू कर देते हैं. यदि आप कैंसर के जोखिम को कम करना चाहते हैं, तो धूम्रपान न करें - या यदि आप करते हैं तो छोड़ दें. कई लोग स्मोक करने के लिए गांजे को अच्छा मानते हैं, पर रिसर्च में पता चला है कि गांजे से टेस्टीक्यूलर कैंसर की संभावना ज्यादा होती है.

2. सुरक्षित सेक्स करें
आज कल एचपीवी (मानव पेपिलोमावायरस) एक आम समस्या है. यह कई प्रकार के कैंसर का कारण भी बन सकता है - जिसमें गर्भाशय ग्रीवा, लिंग, मुंह और गले का कैंसर शामिल है. एचपीवी से जुड़े कैंसर विशेष रूप से युवा लोगों में आम हैं। अकेले यूके में, सर्वाइकल कैंसर का निदान सबसे अधिक 30-34 आयु वर्ग की महिलाओं में किया जाता है. यह भी माना जाता है कि एचपीवी की बढ़ती दरें युवा पुरुषों में मुंह के कैंसर में हालिया वृद्धि की व्याख्या कर सकती हैं. एचपीवी के खिलाफ टीका लगवाने और सुरक्षित यौन संबंध बनाने से आप वायरस से संक्रमण से सुरक्षित रहेंगे. 

3. वजन पर नियंत्रण रखें
अधिक वजन या मोटे होने को आंत्र, स्तन, गर्भाशय और अग्न्याशय सहित 13 विभिन्न कैंसर के बढ़ते जोखिम से जोड़ा गया है. अतिरिक्त वसा शरीर में सूजन पैदा करता है जो ट्यूमर के विकास को बढ़ावा देता है और कैंसर कोशिकाओं को विभाजित करने में मदद करता है. वसा कोशिकाएं हार्मोन एस्ट्रोजन का भी उत्पादन करती हैं, जो स्तन और गर्भ में ट्यूमर के विकास को प्रोत्साहित कर सकती हैं. इसी वजह से महिलाओं में कैंसर का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है. इतना ही नहीं, केवल खराब आहार भी कैंसर के अधिक जोखिम में योगदान कर सकता है. सही आहार लेना और स्वस्थ वजन बनाए रखने की कोशिश करना दोनों ही जीवन में बाद में कई अलग-अलग प्रकार के कैंसर के जोखिम को कम करने के बेहतरीन तरीके हो सकते हैं.

4. शराब न पिएं
शराब लीवर, ब्रेस्ट और एसोफैगस सहित कई तरह के कैंसर के विकास के जोखिम को बढ़ाने के लिए जानी जाती है. आप जितना अधिक शराब पीते हैं, उतना ही अधिक जोखिम होता है. ये भी माना जाता है कि हर साल शराब पीने की वजह से लगभग 1 लाख लोगों को कैंसर होता है. लगातार शराब पीने वालों को तो कैंसर का खतरा है ही, साथ ही उन लोगों को भी है, जो लोग लगातार शराब नहीं पीते और कभी-कभी पीते हैं. शराब पीते समय धूम्रपान धूम्रपान के कैंसर पैदा करने वाले प्रभावों को भी बढ़ा सकता है. आपके द्वारा पीने की मात्रा को कम करना - या इसे पूरी तरह से समाप्त करना आपके कैंसर के विकास के जोखिम को कम करने में मदद करेगा.

5. सनस्क्रीन लगातार लगाएं
स्कीन कैंसर 40 से कम उम्र में निदान किए जाने वाले सबसे आम कैंसर में से एक है. यह भी पिछले कुछ दशकों में अधिक आम हो गया है. त्वचा कैंसर का प्राथमिक कारण अल्ट्रावायलेट रे है. कई बार सनबर्न स्कीन कैंसर का बड़ा कारण बन जाता है. हालांकि आप सनस्क्रीन लगाकर खुद को स्कीन कैंसर से बचा सकते हैं. इसके अलावा टोपी पहनना, लंबे कपड़ों से ढंकना और कम से कम एसपीएफ़ 15 का सनस्क्रीन लगाने से स्कीन कैंसर से बचा जा सकता है. 

 

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