Study: मिर्गी के मरीजों के लिए फायदेमंद है Yoga, स्टडी में खुलासा

AIIMS की एक स्टडी में खुलासा हुआ है कि योग थेरेपी से एपीलेप्सी की बीमारी को कंट्रोल करने में मदद मिलती है. ये स्टडी एम्स के न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट में पीएचडी कर रही डॉ. किनरदीप कौर ने किया है.

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gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 28 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 1:09 PM IST

सेहतमंद रहने के लिए योग करना आम बात है. इससे कई फायदे भी हैं. लेकिन एम्स की एक स्टडी में पाया गया है कि योग एपीलेप्सी से पीड़ित मरीजों के लिए बेहद मददगार है. हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि योग दवा के अलावा एक थेरेपी है. इस स्टडी को अमेरिका के जर्नल न्यूरोलॉजी में प्रकाशित किया गया है.

योग से मिर्गी के रोगी को फायदा-
इस रिसर्च से प्राप्त नतीजे इस रोग के इलाज में योग की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर कर रहे हैं. इस स्टडी के मुताबिक योग करने से ब्रेन की कई बड़ी बीमारियों में फायदा देखा गया है. एपीलेप्सी जिसे दिमाग से संबंधित सबसे बड़ी बीमारियों में से एक माना जाता है, उसमें भी काफी फायदा देखा गया है. इस रिसर्च में 160 मरीजों को शामिल किया गया. जिनमें से 80 को योगासन करवाया गया और 80 मरीजों को Sham Yoga यानी योग जैसी लगने वाली कसरत करवाई गई. 6 महीने तक ये स्टडी की गई, जिसके हैरान करने वाले नतीजे सामने आए. योग क्रियाओं के सही अनुसंधान के साथ सांस लेने, छोड़ने और रोकने में माहिर मरीजों में बाकी मरीजों से 7 गुना अधिक फायदा पाया गया. सभी मरीजों को योग गुरु के मार्गदर्शन में हफ्ते में 5 दिन 45 से 60 मिनट तक योगासन करवाया गया.सिर्फ 3 महीने के अंदर मिर्गी के मरीजों में तनाव और एंग्जाइटी काफी कम  पाई गई. जिससे उनके दौरों में भी काफी कमी आई.

योग की वो मुद्राएं, जो मांसपेशियों को खींचने और कमजोर मांसपेशियों को मजबूत करने पर फोकस करती हैं, मिर्गी से पीड़ित लोगों के लिए विशेष तौर से फायदेमंद मानी गई हैं. 

कैसे की गई एम्स की स्टडी-
एम्स की न्यूरोलॉजी विभाग में पीएचडी कर रही डॉक्टर किरनदीप कौर ने मिर्गी की बीमारी के शिकार 160 मरीजों पर एक स्टडी की है. इन मरीजों की औसत उम्र 30 साल थी. एम्स के न्यूरोलॉजी विभाग की हेड डॉक्टर मंजरी त्रिपाठी ने कहा कि मिर्गी से पीड़ित लोगों को अक्सर अपमान का सामना करना पड़ता है, वो सेहत की स्थिति की वजह से दूसरों से अलग महसूस करते हैं, जिसका उनके जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है. उनका कहना है कि अस्थमा, मधुमेह या सिरदर्द जैसी बीमारियों के मरीजों के साथ ऐसा नहीं होता है. डॉक्टर ने कहा कि पहले बार ऐसा कोई रिसर्च किया जा रहा है, ताकि ये पता लगाया जा सके कि मिर्गी के दौरे की फ्रीक्वेंसी को कम कर सकता है.
डॉ. किरणदीप कौर का कहना है कि योग थेरेपी के बाद स्टिग्मा कम हुआ और मरीज के जीवन पर पॉजिटिव असर पड़ा.

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