Alcohol-based mouthwash: ओरल हेल्थ के लिए अल्कोहल बेस्ड माउथवॉश का इस्तेमाल पड़ सकता है भारी, रिसर्च में कैंसर की ओर इशारा

क्या आप भी मुंह से आ रही दुर्गंध को रोकने के लिए माउथवॉश का इस्तेमाल करते हैं? अगर हां तो इससे कैंसर का खतरा हो सकता है. अल्कोहल बेस्ड माउथवॉश से मसूड़ों की बीमारी और कोलोरेक्टल कैंसर सहित कुछ कैंसर जैसी स्वास्थ्य समस्याएं विकसित होने का खतरा बढ़ सकता है.

Mouth Wash/Unsplash
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 05 जून 2024,
  • अपडेटेड 4:03 PM IST
  • माउथवॉश से कैंसर का खतरा
  • अल्कोहल-बेस्ड माउथवॉश से सावधान

क्या आप भी मुंह से आ रही दुर्गंध (Oral Health) को रोकने के लिए माउथवॉश (MouthWash) का इस्तेमाल करते हैं? अगर हां तो इससे कैंसर का खतरा हो सकता है. अल्कोहल बेस्ड माउथवॉश से मसूड़ों की बीमारी और कोलोरेक्टल कैंसर सहित कुछ कैंसर जैसी स्वास्थ्य समस्याएं विकसित होने का खतरा बढ़ सकता है. बेल्जियम स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन ने ये रिसर्च की है. रिसर्च के निष्कर्ष जर्नल ऑफ मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी में प्रकाशित किए गए हैं.

अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग अल्कोहल बेस्ड माउथवॉश लिस्टरीन कूल मिंट का इस्तेमाल करते थे उनके ओरल माइक्रोबायोम में बैक्टीरिया की संरचना और संख्या में महत्वपूर्ण अंतर मिला. उन्होंने बताया कि रोजाना माउथवॉश का इस्तेमाल करने के बाद बैक्टीरिया की दो प्रजातियां काफी प्रचुर मात्रा में थीं. फ़्यूसोबैक्टीरियम न्यूक्लियेटम और स्ट्रेप्टोकोकस एंजिनोसस को कई बीमारियों से जोड़ा गया है, जिनमें मसूड़ों की बीमारी और एसोफैगल और कोलोरेक्टल कैंसर (Cancer) शामिल हैं.

ऐसे की गई रिसर्च

वैज्ञानिकों ने एक्टिनोबैक्टीरिया नामक बैक्टीरिया के Strain में भी कमी देखी. शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों की खान पान संबंधी आदतों या धूम्रपान के बारे में जानकारी एकत्र नहीं की. वे फिलहाल यह भी कहने को तैयार नहीं है कि क्या लोगों को अल्कोहल-बेस्ड माउथवॉश का इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए.

प्रतिभागियों ने तीन महीने के लिए लिस्टरीन माउथवॉश का इस्तेमाल किया और फिर तीन महीने के लिए नॉन-अल्कोहल माउथवॉश का इस्तेमाल किया. इसका उद्देश्य पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाने वाले पुरुषों में गोनोरिया, क्लैमाइडिया या सिफलिस की घटनाओं को कम करने के तरीके ढूंढना था. फार्मेसी में पाए जाने वाले ज्यादातर माउथवॉश में अल्कोहल होता है. इनसे मुंह में थोड़ी जलन, स्वाद का बिगड़ना और मुंह सूखने की समस्या हो सकती है.

अल्कोहल मुंह के लगभग सभी बैक्टीरिया को भी नष्ट कर देती है- अच्छे और बुरे दोनों. लेकिन इसके विपरीत अल्कोहल फ्री माउथवॉश सभी बैक्टीरिया को नष्ट न करके मुंह में बैक्टीरिया का एक नया संतुलन बनाता है.

इन लोगों को नहीं करना चाहिए अल्कोहल बेस्ड माउथवॉश का इस्तेमाल

शोधकर्ताओं ने कहा कि ड्राई माउथ की समस्या वाले लोग या जिन्हें डायबिटीज या स्जोग्रेन सिंड्रोम जैसी बीमारियां हैं वे अल्कोहल-फ्री माउथवॉश पसंद कर सकते हैं, जो लोग शराब के सेवन से परहेज करते हैं वे भी अल्कोहल फ्री माउथवॉश का इस्तेमाल कर सकते हैं. लोग सांसों की दुर्गंध से छुटकारा पाने या पेरियोडोंटाइटिस को रोकने के लिए इनका रोजाना इस्तेमाल करते हैं, लेकिन लोगों को इसके संभावित प्रभावों के बारे में पता होना चाहिए. लंबे समय तक इसके इस्तेमाल से कैंसर का जोखिम हो सकता है.


क्या आपको अल्कोहल बेस्ड माउथवॉश का इस्तेमाल करना चाहिए?

शोधकर्ताओं ने बताया कि लिस्टरीन अल्कोहल-बेस्ड माउथवॉश के इस्तेमाल से बैक्टीरिया में वृद्धि देखी गई है जो पीरियडोंटल बीमारी, एसोफेजियल और कोलोरेक्टल कैंसर और प्रणालीगत बीमारियों से जुड़े बैक्टीरिया को बढ़ा सकते हैं. आप इसकी जगह कुछ घरेलू नुस्खे अपना सकते हैं. या ओरल हेल्थ के लिए दिन में दो-तीन बार ब्रश करना बेस्ट होता है.

 

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