हेल्थ एक्सपर्ट्स ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में स्वाइन फ्लू के संक्रमण के खतरे को लेकर चेतावनी जारी की है. क्योंकि, यहां बीते दिन से कोरोना वायरस संक्रमण मामलों में भी उछाल देखा गया है. विशेषज्ञों के अनुसार, दिल्ली में अगस्त 2021 के दौरान भी स्वाइन फ्लू के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई थी.
फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ सलाहकार पल्मोनोलॉजी डॉ अवि कुमार ने कहा, "हम स्वाइन फ्लू के संक्रमण के मौसम की शुरुआत देख रहे हैं. अभी महाराष्ट्र में मामले बढ़ने लगे हैं. उन्होंने दिल्ली को भी अलर्ट रहने को कहा है.
क्या हैं स्वाइन फ्लू के लक्षण
स्वाइन फ्लू के लक्षणों के बारे में पूछे जाने पर, डॉ अवि ने कहा, "स्वाइन फ्लू आमतौर पर इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होता है, जो सूअरों में रहता है. स्वाइन फ्लू के लक्षण बुखार, गले में खराश, नाक बहना, नाक बंद होना हैं.
इंद्रप्रस्थ अपोलो में वरिष्ठ सलाहकार आंतरिक चिकित्सा, डॉ एस चटर्जी ने भी कहा, "मैंने अभी तक दिल्ली में स्वाइन फ्लू के बहुत अधिक मामले नहीं देखे हैं लेकिन, यह कभी भी हो सकता है. मौसम आएगा और आप समान लक्षणों का अनुभव करेंगे.
डॉ चटर्जी के अनुसार, स्वाइन फ्लू शरीर के अन्य अंगों को प्रभावित कर सकता है. उन्होंने कहा, "इसमें अन्य प्रणालियां भी शामिल हो सकती हैं और फिर इसके अलग-अलग लक्षण हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि जब यह अपने चरम पर था तब काफी मौतें देखी गई थी.
किन लोगों में फैलता है स्वाइन फ्लू ?
स्वाइन फ्लू आम तौर पर उन लोगों में फैलता है जो सूअरों को संभालते हैं. यह ह्यूमन टू ह्यूमन भी फैल सकता है. इसलिए, आपके लिए नियमित रूप से अपने हाथ धोना बहुत जरूरी है. संक्रमित लोगों के चेहरे को नहीं छूना चाहिए. साथ ही भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए और 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को और छोटे बच्चों को इसका ज्यादा खतरा होता है.
क्या एक जैसे होते हैं कोरोना और स्वाइन फ्लू के लक्षण ?
जी हां, कोरोना और स्वाइन फ्लू के लक्षण आम तौर पर एक जैसे होते हैं. पहले हमें ऐसे मरीज मिलते थे जो कोविड से संक्रमित होने के बाद गंध और स्वाद खो देते थे, लेकिन आजकल लक्षण लगभग समान हैं. हालांकि, कोरोना स्वाइन फ्लू की तुलना अधिक संक्रामक है और तेजी से फैलता है. यही कारण है कि कोरोना के मामले ज्यादा देखने को मिलते हैं.
क्या मौत का कारण बन सकता है स्वाइन फ्लू ?
जी हां, स्वाइन फ्लू निश्चित रूप से मौत का कारण बन सकता है. इसलिए इसका ख्याल रखने की जरूरत है. लेकिन अभी भी इससे घबराने की कोई बात नहीं है, अगर किसी को बुखार, कोविड-19, स्वाइन फ्लू या सर्दी-जुकाम हो जाए तो इलाज आसान हो जाता है.
बता दें कि, महाराष्ट्र में अब तक स्वाइन फ्लू के 142 से ज्यादा मामले सामने आए हैं और सात मौतें हुई हैं, जबकि उत्तर प्रदेश और केरल में भी कुछ मामले सामने आए हैं.
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