कॉन्टैक्ट लेंस पहनकर स्विमिंग करने गई 24 साल की अमेरिकी महिला की एक आंख की रोशनी चली गई. दरअसल महिला स्विमिंग के दौरान Acanthamoeba Keratitis नाम के अमीबा के संपर्क में आ गई थी. जिसकी वजह से उसकी आंखों में इन्फेक्शन हुआ और महिला को अपनी एक आंख गंवानी पड़ी. Acanthamoeba एक तरह का अमीबा होता है, जो कॉर्निया को नुकसान पहुंचा सकता है.
कॉन्टैक्ट लेंस का क्या है लेना देना
Acanthamoeba Keratitis अमेरिका में हर साल 1500 लोगों को शिकार बनाता है, इनमें से 90 फीसदी मामले उनके होते हैं, जो कॉन्टैक्ट लेंस लगाकर स्विमिंग करने जाते हैं. चलिए जानते हैं आखिर एक कॉन्टैक्ट लेंस इतने खतरनाक संक्रमण की वजह कैसे बन सकता है.
लेंस इस्तेमाल करने के दौरान की जाने वाली गलतियां
हाथों को अच्छी तरह न धोना- लेंस छूने से पहले हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह धोना बहुत जरूरी है. गंदे हाथों से लेंस छूने से आंखों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.
लेंस को पानी से धोना- लेंस को कभी भी नल के पानी से धोना नहीं चाहिए. लेंस को साफ करने के लिए हमेशा लेंस सॉल्यूशन का ही इस्तेमाल करना चाहिए.
लेंस को बहुत देर तक पहनना- लेंस को निर्धारित समय से अधिक देर तक नहीं पहनना चाहिए. इससे आंखों में जलन, सूजन और लालिमा हो सकती है. कई लोग पूरे दिन लेंस पहनकर रखते हैं जोकि खतरनाक हो सकता है.
सोते समय लेंस पहनना- सोते समय लेंस कभी नहीं पहनना चाहिए. इससे आंखों में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है और संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.
खराब लेंस का उपयोग करना- अगर लेंस खराब या फटे हुए हैं तो उनका उपयोग नहीं करना चाहिए. खराब लेंस आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं. कभी भी खराब क्वालिटी के लेंस खरीदने से बचना चाहिए.
मेकअप करने के बाद लेंस लगाना- मेकअप करने के बाद लेंस लगाने से आंखों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए मेकअप करने से पहले लेंस लगाना चाहिए.
लेंस सॉल्यूशन को बदलना भूल जाना- लेंस सॉल्यूशन को नियमित रूप से बदलना चाहिए. पुराना सॉल्यूशन बैक्टीरिया से दूषित हो सकता है.
खराब क्वालिटी का लेंस पहनने के क्या रिस्क हैं?
खराब क्वालिटी का लेंस पहनने से आंखों को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं. यहां तक कि इससे आपके आंखों की रोशनी भी जा सकती है.
संक्रमण- खराब क्वालिटी के लेंस में बैक्टीरिया और अन्य सूक्ष्म जीव पनप सकते हैं, जो आंखों में संक्रमण का कारण बन सकते हैं. ये संक्रमण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं.
आंखों में जलन और लालिमा- कई बार लोग सस्खते के चक्कर में खराब क्वालिटी के लेंस खरीद लेते हैं लेकिन याद रखें खराब क्वालिटी के लेंस आंखों में जलन, लालिमा, खुजली और सूजन पैदा कर सकते हैं. खराब क्वालिटी के लेंस से आंखें धुंधली हो सकती हैं और आपकी देखने की क्षमता कम हो सकती है.
कॉर्निया में घाव- खराब क्वालिटी के लेंस कॉर्निया में घाव पैदा कर सकते हैं. लेंस लगाते समय अगर किसी तरह की खरोंच आ जाए तो इससे कॉर्निया डैमेज हो सकता है.
कैसे पहचानें अच्छी क्वालिटी का लेंस
अच्छी क्वालिटी का लेंस पहचानना बहुत जरूरी है, क्योंकि ये आपकी आंखों की सेहत से सीधे जुड़ा हुआ है. खराब क्वालिटी के लेंस से आंखों में संक्रमण, जलन और दृष्टि संबंधी अन्य समस्याएं हो सकती हैं.
ब्रांड- हमेशा किसी जाने-माने और विश्वसनीय ब्रांड के लेंस खरीदें.
ऑप्टिशियन की सलाह- लेंस खरीदने से पहले किसी अनुभवी ऑप्टिशियन से सलाह लें और उनकी सिफारिश पर ही लेंस खरीदें.
पैकेजिंग- लेंस की पैकेजिंग अच्छी और सील बंद होनी चाहिए.
लेंस सॉल्यूशन- लेंस सॉल्यूशन अच्छी क्वालिटी का होना चाहिए.
कीमत- सस्ते लेंस खरीदने के चक्कर में न पड़ें. अच्छी क्वालिटी के लेंस की कीमत थोड़ी अधिक हो सकती है, लेकिन यह आपकी आंखों की सेहत के लिए अच्छा होगा.
आराम- लेंस पहनने पर आपको आरामदायक महसूस होना चाहिए. अगर लेंस पहनने पर आंखों में जलन, खुजली या सूजन होती है तो इसका मतलब है कि लेंस अच्छी क्वालिटी के नहीं हैं.
कब न पहनें कॉन्टैक्ट लेंस
कॉन्टैक्ट लेंस आंखों की देखभाल के लिए एक सुविधाजनक ऑप्शन हो सकते हैं, लेकिन इन्हें सही तरीके से इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है. कुछ मामलों में कॉन्टैक्ट लेंस पहनने से बचना चाहिए.
स्विमिंग- स्विमिंग करते समय कॉन्टैक्ट लेंस पहनने से बचें. पानी में बैक्टीरिया हो सकते हैं जो आंखों में संक्रमण का कारण बन सकते हैं.
सोते समय- सोते समय कॉन्टैक्ट लेंस पहनने से बचें. इससे आंखों में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है और संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.
मेकअप करते समय- मेकअप करते समय कॉन्टैक्ट लेंस पहनने से बचें. मेकअप के कण लेंस में फंस सकते हैं और आंखों में जलन पैदा कर सकते हैं.
डॉक्टर की सलाह के बिना- किसी भी नई दवा या आंखों की दवाई का इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें. कुछ दवाएं कॉन्टैक्ट लेंस के साथ प्रतिक्रिया कर सकती हैं.