हम आधे घंटे भी अपने शरीर को कमर के बल आधा झुकाकर खड़े होते हैं तो मुश्किल हो जाता है. अब जरा सोचिए कोई ऐसी स्थिति में जी रहा हो तो? केवल सोचने भर से ही रीढ़ में सिहरन दौड़ जाती है. चीन के ली हुआ भी इसी से जूझ रहे हैं. ली हुआ एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस (Ankylosing Spondylitis) नाम की बीमारी से जूझ रहे हैं. उन्हें इस बीमारी से जूझते हुए लगभग तीन दशक हो चुके हैं.
एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस क्या है?
एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस (AS) एक ऐसी स्थिति है जिसमें हड्डियां आपस में जुड़ जाती हैं. इससे अक्सर रीढ़ की हड्डी आगे की ओर मुड़ जाती है. इस स्थिति में थकान के साथ-साथ पीठ दर्द, अकड़न और शरीर के-अलग अलग हिस्सों में असुविधा होने लगती हैं. हालांकि इसके पीछे का सटीक कारण अभी तक किसी को नहीं पता है. एक्सपर्ट्स इसे HLA-B27 नाम के एक जीन से जोड़ते हैं.
एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस का कोई इलाज नहीं है, दर्द निवारक दवा और फिजियोथेरेपी जैसे ट्रीटमेंट लक्षणों को कम कर सकते हैं. गंभीर मामलों में, रीढ़ की हड्डी ठीक करने के लिए सर्जरी जरूरी हो सकती है.
कोविड के बाद से आ रहे हैं इसके कई मामले
कोविड-19 महामारी में इंफेक्शन के बाद से इस बीमारी के मामले बढ़े हैं. लेकिन आप इससे खुद को बचा सकते हैं-
-एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस के लक्षण महसूस होने पर डॉक्टर से सलाह लें.
- एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस के लिए स्क्रीनिंग करवाएं.
-लक्षणों को कम करने के लिए नियमित व्यायाम करें.
-तनाव कम करें और एक्टिव लाइफस्टाइल बनाए रखें.
-संतुलित डाइट रखें.
युवाओं की बीमारी है ये
एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस को "युवाओं की बीमारी" भी कहा जाता है. आमतौर पर ये बीमारी 15 से 20 साल की उम्र के बीच वालों को होती है. इसके लक्षणों को लोग अक्सर अनदेखा कर देते हैं. या फिर जब तक व्यक्ति डॉक्टर की तलाश करते हैं, तब तक देर हो चुकी होती है.
जबकि जुवेनाइल एंकिलॉजिंग स्पॉन्डिलाइटिस का सटीक कारण कोई नहीं जानता. यह HLA-B27 जीन से जुड़ी हुई बीमारी है. यह ज्यादातर पुरुषों में देखने को मिलती है.