वजन घटाने के लिए लोग अलग-अलग तरह की थैरेपी और डाइट अपनाते हैं. हॉलीवुड में इंटरमिटेन्ट फास्टिंग और ओज़ेम्पिक के जरिए वजन कम करने का चलन इन दिनों खूब देखा जा रहा है. कई हॉलीवुड सेलेब्स टाइप 2 डायबिटीज में इस्तेमाल की जाने वाली दवा ओज़ेम्पिक का इस्तेमाल वेट लॉस में कर रहे हैं. वजन कम करने के लिए इस्तेमाल की जा रही यह दवा दिमाग को यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि पेट भरा हुआ है और ज्यादा कैलोरी लेने की इच्छा को दबा देता है.
ओजेम्पिक कैसे काम करता है?
ओजेम्पिक सेमाग्लूटाइड नाम के टाइप-2 डायबिटीज की दवा है. ओजेम्पिक एक सिंथेटिक कंपाउंड है जो हार्मोन ग्लूकागन-जैसे पेप्टाइड 1 (जीएलपी-1) के जैसा दिखता है और यह शरीर में एक्टिविटीज को ट्रिगर करता है. इनमें से एक है शरीर में इंसुलिन रिलीज करना. ब्लड शुगर लेवल ज्यादा होने पर सेमाग्लूटाइड शरीर में पैंक्रियाज को सही मात्रा में इंसुलिन रिलीज करने में मदद करता है. इंसुलिन ब्लड से शुगर को शरीर के दूसरे टिश्यूज में भेजता है, जहां इसका उपयोग एनर्जी पैदा करने में होता है. जीएलपी-1 में वृद्धि हमारे दिमाग को ये मैसेज पहुंचाती है कि हमने अभी-अभी खाया है.
सेमाग्लूटाइड पर किए गए अध्ययनों से पता चला है कि इसका भूख पर भी प्रभाव पड़ता है, जिससे ज्यादा वजन वाले लोगों में औसतन लगभग 15 प्रतिशत वजन कम होता है. GLP1 दिमाग में भूख केंद्रों को प्रभावित करता है, भूख और लालसा को दबाता है. विशेषज्ञों का कहना है ये वजन घटाने का एक प्रभावशाली तरीका हो सकता है. मोटापे के इलाज के लिए 2021 में यूएसएफडीए द्वारा ओजम्पिक या सेमाग्लूटाइड को मंजूरी दी गई है.
क्या वेट लॉस करने के लिए ओजेम्पिक लेने में जोखिम है?
मतली, दस्त, कब्ज और उल्टी जैसी कुछ संभावित पाचन संबंधी दिक्कतों के अलावा ओजेम्पिक और अन्य सेमाग्लूटाइड दवाओं का फिलहाल कोई नुकसान नहीं है. फिर भी वेट कम करने के लिए इन दवाओं का इस्तेमाल ठीक नहीं है. ये दवा दिल का दौरा, स्ट्रोक, दिल की बीमारी के साथ टाइप 2 डायबिटीज वाले मरीजों में मौत के जोखिम को भी कम करती है. थायराइड कैंसर के रोगियों को इन दवाओं से परहेज करना चाहिए. अध्ययनों से पता चलता है कि जब दवा बंद कर दी जाती है तो वजन पहले जैसा ही हो जाता है.
क्या भारत में उपलब्ध है ये दवाअमेरिका, नॉर्वे और डेनमार्क जैसे देशों में यह दवा Wegovy ब्रैंड नाम से बेची जा रही है. भारत में डायबिटीज के इलाज के लिए केवल कम डोज वाली दवा ही उपलब्ध है. आप भारत में सेमाग्लूटाइड खरीद सकते हैं लेकिन इसे खरीदना आसान या सस्ता नहीं है. डीसीजीआई के अनुसार, सेमाग्लूटाइड केवल endocrinologist के प्रिस्क्रिप्शन पर ही खरीदी जा सकती है.