दिल्ली समेत उत्तर भारत में लोग गर्मी से बेहाल हैं. अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. इतनी भीषण गर्मी में आप लू की गर्म हवाएं भी महसूस कर सकते हैं. और जरूरी है कि आप इस भीषण गर्मी में अपना बहुत ध्यान रखें. इसीलिए हमने बात की हेल्थ एंड वैलनेस एक्सपर्ट प्रीति राव से जो बता रही हैं कि किस तरह से आप अपने शारीरिक और मानसिक सेहत का ध्यान रख सकते हैं.
लू लगने के लक्षण
प्रीति राव बताती है कि इतनी भीषण गर्मी में सबसे पहले तो आप को चक्कर आने की संभावना होती है. या तो आप अपने हाथ पैर में सूजन महसूस करेंगे पर आपके सिर में भी दर्द हो सकता है. बीमार होने पर आपको रात में ज्यादा परेशानी हो सकती है.
पेट और मांस पेशियों में खिंचाव महसूस हो सकता है.
ब्लड प्रेशर कम हो सकता है.
बेचैनी के साछ सोच-समझने में मुश्किल हो सकती है.
शरीर गर्म हो जाता है, उर्जा की कमी थकान महसूस होने लगती है.
सिरदर्द के साथ उल्टी हो सकती है.
बचाव के उपाय
इन सभी परेशानियों से बचने के लिए कोशिश करें कि आप ऐसे मौसम में घर पर रहें. घर से बाहर यदि कोई जरूरी काम ना हो तो ना निकले. यदि आप बाहर जा भी रहे हैं तो आप ढीले कपड़े पहनें और इस बात का ध्यान रखें कि आपने ऐसे कपड़े पहने हैं जो आपको पूरी तरह से ढक रहे हैं. सिंथेटिक कपड़ों से लू लगने की संभावना ज्यादा रहती है. इसके अलावा खास बात का ध्यान रखें कि अपने चेहरे और सिर को डबल लेयर से कवर अप करें.
जैसे हम सभी जानते हैं कि गर्मी के मौसम में हाइड्रेटेड होना बहुत जरूरी है. इसीलिए जरूरत ना पड़ने पर भी पानी जरूर पिएं. एक साथ नहीं तो थोड़ा-थोड़ा करके आप पानी पी सकते हैं. थकान से बचने के लिए ओआरएस और इलेक्ट्रॉल जैसे एनर्जी ड्रिंक्स का इस्तेमाल करें. लिक्विड डाइट में आप वेजिटेबल जूस, नींबू का शरबत, छाछ और लस्सी जैसी चीजें ले सकते हैं.
यदि आप फलों का सेवन कर रहे हैं तो कोशिश करें कि आप मेलन कैटेगरी के फलों को ज्यादा खाएं. यह सभी फाइबर रिच फूड होते हैं और इनमें वॉटर कंटेंट बहुत ज्यादा होता है. इसीलिए आप इन फलों को जरूर अपने डाइट में शामिल करें.
गर्मी के मौसम में आप बाहर का खाना ना खाएं. जब तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है तो तला हुआ और फ्राइड खाना तो बिल्कुल भी नहीं लेना चाहिए. कोशिश करें कि आप ज्यादा मसालेदार खाना खाने की बजाय सादा खाना खाएं.