Power Tonic for Liver: लिवर के लिए पॉवर टॉनिक का काम करता है भूमि आमलकी, जानिए इसके बारे में

भूमि आंवला या आमलकी, सामान्य आंवला का ही एक छोटा वर्जन है. लेकिन स्वास्थ्य के मामले में यह छोटा सा फल बहुत ज्यादा फायदेमंद है. और लिवर के लिए तो इसे पॉवर टॉनिक कहा जाता है.

Bhumi Amalaki (Photo: Wikipedia)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 29 मई 2024,
  • अपडेटेड 1:45 PM IST

आंवला भारतीय घरों का अहम हिस्सा है. आंवले के अचार, कैंडी से लेकर तेल तक, कई तरह से आंवला हमारे रूटीन का हिस्सा है. आंवले को पाचन तंत्र के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है. लेकिन क्या आपने कभी आंवले के छोटे वर्जन, भूमि आमलकी के बारे में सुना या देखा है, जो लीवर की हेल्थ के लिए बेस्ट माना जाता है. 

आयुर्वेद वेलनेस कंसीयज की संस्थापक, आयुर्वेद चिकित्सक सलिला सुकुमारन ने इंस्टाग्राम पर इसके बारे में पोस्ट शेयर की है, “यह आंवला कुछ और है; ये छोटे फल रसीले होते हैं और इनका स्वाद खास नहीं होता, लेकिन ये शक्तिशाली लिवर टोनर होते हैं. पुनर्नवा और नीम के साथ भूमि आमलकी गैस्ट्रिक, लीवर और किडनी के हेल्थ के लिए एक प्रभावी कॉम्बो बनाती है. इन जड़ी-बूटियों को किसी अनुभवी बुजुर्ग, योग्य चिकित्सक या आयुर्वेद चिकित्सक की देखरेख में ही लें."

क्यों खास है भूमि आमलकी 
भूमि आमलकी, जिसे फिलैंथस निरुरी के नाम से भी जाना जाता है. यह एक शक्तिशाली हर्बल उपचार है जिसे इसके उल्लेखनीय औषधीय गुणों के लिए आयुर्वेद में जाना जाता है. बेस्ट लिवर टॉनिक के रूप में मशहूर, भूमि या भूम्यामालकी लिवर की हेल्थ और फंक्शन को बढ़ाने के लिए अच्छा तरीका है. इसके हेपेटोप्रोटेक्टिव गुण इसे पीलिया जैसी स्थितियों के लिए एक असाधारण ट्रीटमेंट बनाते हैं. 

सामान्य या रेगुलर आंवला की तुलना में भूमि आमलकी के बहुत सारे फायदे हैं. आंवला अपने हाई विटामिन सी कंटेंट और हेल्थ-बूस्टिंग प्रॉपर्टीज के लिए फेमस है,  वहीं, भूमि आमलकी को किडनी संबंधी बीमारी, बुखार और पीलिया के इलाज में कारगर होने के लिए जाना जाता है. इसके अलावा, इसमें शक्तिशाली गुण हैं जो त्वचा की विभिन्न समस्याओं को दूर करने, राहत प्रदान करने और स्किन को हेल्दी बनाने में मदद करते हैं. 

और भी हैं इसके फायदे 
भूमि आमलकी एक प्राकृतिक रूप से भूख बढ़ाने का भी काम करती है, जिससे यह भूख न लगने की समस्या से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए फायदेमंद है. विशेषज्ञों के मुताबिक, यह जड़ी-बूटी मधुमेह, मेनोरेजिया (बहुत ज्यादा मेंस्ट्रुअल ब्लीडिंग), और यूरीनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन (UTA) जैसी स्थितियों के प्रबंधन में मदद करती है. 

इसमें शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीबायोटिक और एंटी-अस्थमा गुण भी होते हैं. इसका उपयोग आमतौर पर सामान्य सर्दी, गले में खराश, खांसी और फ्लू के लक्षणों से राहत पाने के लिए किया जाता है. वैसे तो भूम्यामालकी आम तौर पर ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित है, इसे अपने हेल्दी रूटीन में शामिल करने से पहले कुछ पहलुओं पर विचार करना महत्वपूर्ण है. अगर आपको पहले से कोई बीमारी है या कोई महिला प्रेग्नेंट है तो भूमि आमलकी को डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट करें.

 

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