जल्द मिल सकती है गुड न्यूज, बायोलॉजिकल-ई ने 12 से 18 साल के बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मांगी

कोर्बेवैक्स कोरोना संक्रमण के खिलाफ स्वदेशी रूप से विकसित देश का पहला आरबीडी प्रोटीन सब-यूनिट टीका है. इसकी दो खुराक 28 दिनों के अंतराल पर दी जाती है.

बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स का इमरजेंसी इस्तेमाल (सांकेतिक तस्वीर)
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 13 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 11:34 PM IST
  • बायोलॉजिकल-ई ने 12 से 18 साल के बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मांगी.
  • वयस्कों में आपात स्थिति में कोर्बेवैक्स के सीमित इस्तेमाल की मंजूरी है.

बच्चों को कोरोना महामारी से सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में भारत को जल्द ही एक खुशखबरी मिल सकती है. बायोलॉजिकल-ई (Biological E) नेड्रग रेगुलेटर ऑफ इंडिया से 12 से 18 साल की उम्र के बच्चों के लिए अपनी कोविड वैक्सीन ‘कोर्बेवैक्स (Corbevax)' के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी देने की मांग की है. गौरतलब है कि भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI ) ने 28 दिसंबर को वयस्कों में आपात स्थिति में कोर्बेवैक्स के सीमित इस्तेमाल की मंजूरी दे दी थी.  

कोर्बेवैक्स कोरोना संक्रमण के खिलाफ स्वदेशी रूप से विकसित देश का पहला आरबीडी प्रोटीन सब-यूनिट टीका है.  DCGI को नौ फरवरी को भेजे आवेदन में बायोलॉजिकल-ई के गुणवत्ता एवं नियामक मामलों के प्रमुख श्रीनिवास कोसाराजू ने कहा कि कंपनी को सितंबर 2021 में 15 से 18 साल के बच्चों और किशोरों पर कोर्बेवैक्स के दूसरे/तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल करने की मंजूरी मिली थी.  उन्होंने कहा, ‘नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट के आधार पर बायोलॉजिकल-ई ने अक्टूबर 2021 में क्लीनिकल ट्रायल शुरू किया और दूसरे/तीसरे चरण के उपलब्ध सुरक्षा और प्रतिरोधक क्षमता संबंधी परिणामों को आंका.  जिससे संकेत मिलता है कि टीका सुरक्षित और प्रभावी है.’

 कोर्बेवैक्स की दो खुराक 28 दिनों के अंतराल पर दी जाती है

श्रीनिवास कोसाराजू ने कहा, ‘प्रस्तावित आवेदन भारत में मौजूदा महामारी और कोविड-19 टीके की व्यापक जरूरत को देखते हुए 12 से 18 वर्ष साल के किशोरों में आपात स्थिति में कोर्बेवैक्स के सीमित इस्तेमाल की अनुमति प्राप्त करने के लिए दूसरे/तीसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण के अंतरिम परिणामों पर आधारित है.’ स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बायोलॉजिकल-ई ने भारत में पहले/दूसरे और दूसरे/तीसरे दौर का क्लीनिकल ट्रायल किया है. कोर्बेवैक्स वैक्सीन इंट्रामस्क्युलर यानी मांसपेशियों के रास्ते लगायी जाती है. इसकी दो खुराक 28 दिनों के अंतराल पर दी जाती है. कोर्बेवैक्स 0.5 मिलीलीटर (सिंगल डोज) और 5 मिलीलीटर (10 डोज) की शीशी में उपलब्ध है.  इसे 2 से 8 डिग्री सेल्सियस पर स्टोर किया जाता है. 

कब लगेगी 15 साल से कम उम्र के बच्चों को वैक्सीन?

3 जनवरी 2022 से शुरू टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 15 से 18 आयुवर्ग के एक करोड़ से ज्यादा बच्चों को कोविड वैक्सीन की दोनों डोज दी जा चुकी हैं. स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने आज ट्वीट कर जानकारी दी कि 15-18 आयु वर्ग के 70 प्रतिशत से ज्यादा युवाओं को कोविड वैक्सीन की पहली डोज मिल गयी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों के मुताबिक बच्चों को केवल कोवैक्सिन का टीका लगाया जाएगा. इसकी दोनों डोज़ के बीच 28 दिन का अंतराल होता है. सरकार ने फिलहाल 15 से 18 साल तक के बच्चों के लिए वैक्सीन की मंजूरी दी है, ऐसे में 15 साल से कम उम्र के बच्चों को वैक्सीन लगाने के बारे में बात करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शनिवार को कहा कि जैसे ही विशेषज्ञों के समूह की ओर से इसकी सिफारिश की जाती है, सरकार 5 से 15 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए कोरोना टीकाकरण की शुरुआत कर देगी. हालांकि, उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों के समूह ने अभी तक इसे लेकर कोई सिफारिश नहीं की है.

 

 

Read more!

RECOMMENDED