हम ज्यादातर काले नमक का उपयोग फ्रूट चाट या दही रायता आदि बनाने में करते हैं. काले नमक से हर चीज का स्वाद बढ़ जाता है. स्वाद के साथ-साथ, काला नमक आपके स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है क्योंकि इसमें कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम की मात्रा अधिक होती है, जो आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है.
अब सवाल है कि क्या हमें अपने खाने में सफेद नमक की बजाय काला नमक शामिल करना चाहिए. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि मानव शरीर को प्रतिदिन 5 ग्राम सोडियम या नमक की आवश्यकता होती है. और लगभग हर खाने में इस्तेमाल किया जाने वाला सबसे आम नमक सफेद नमक है, हालांकि इसे बहुत ज्यादा सुरक्षित और स्वस्थ नहीं माना जाता है.
आज हम आपको बता रहे हैं कि काला या सफेद, आखिर किस नमक में हैं कौन से गुण या अवगुण.
क्या काला नमक स्वस्थ है?
काले नमक के महत्व और पोषण पर कम ही बात होती है. लेकिन यह आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है.
- पोषक तत्वों से भरपूर: काला नमक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है और इसमें सोडियम का स्तर बेहद कम होता है.
- पेट की समस्याओं को करता है कम: काला नमक पित्त के उत्पादन में लिवर की मदद करता है जो कि सूजन जैसी परेशानी को कम करने में मदद कर सकता है क्योंकि यह शरीर में एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है.
- मांसपेशियों में नहीं होगी ऐंठन: काले नमक में भी अच्छी मात्रा में पोटेशियम होता है जो आपकी मांसपेशियों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है क्योंकि यह ऐंठन को कम करता है.
- कम रहेगा ब्लड ग्लूकोज़ का स्तर: काला नमक उन रोगियों के लिए अच्छा है जो मधुमेह या उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं क्योंकि यह ब्लड शुगर के स्तर को कम करने और बीपी के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है.
- वजन घटाने में मददगार: काला नमक आपको वजन कम करने में भी मदद करता है क्योंकि यह पानी के रिटेंशन और सूजन को रोककर सोडियम की मात्रा को कम करने में मदद करता है.
- कब्ज को रोकें: काला नमक कब्ज जैसी समस्याओं में मदद करने के लिए भी जाना जाता है, जब अदरक और नींबू के रस जैसी सामग्री के साथ सेवन किया जाता है.
सफेद नमक से है बेहतर
- काला नमक, सफेद नमक से बेहतर होता है क्योंकि काले नमक में सोडियम का स्तर बहुत अधिक होता है जो रक्तचाप को बढ़ाने और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है. जबकि काले नमक में सोडियम का स्तर बहुत कम होता है.
- सामान्य नमक में बहुत से मिनरल्स होते हैं लेकिन मानव शरीर इन्हें आसानी से अवशोषित नहीं कर सकता है, दूसरी ओर, काले नमक में मिनरल्स कम होते हैं.
- काला नमक पाचन में मदद करने के लिए जाना जाता है, जबकि सफेद नमक समस्या को बढ़ा सकता है.
- साथ ही, सफेद नमक गुर्दे की पथरी, सिरदर्द, उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक, सूजन आदि की संभावना को बढ़ा सकता है.