ऊंटनी का दूध गाय के दूध से 30 गुना ज्यादा महंगा बिकता है. यानी लोग इसे 25 हजार रुपये किलो में भी खरीदते हैं और अब इसकी डिमांड और ज्यादा बढ़ गई है. कई बार इसकी डिमांड ज्यादा हो जाती है और सप्लाई कम. आप भी सोच रहे होंगे की आखिर ऊंटनी के दूछ में ऐसा क्या है, जो यह इतना महंगा बिकता है. तो चलिए आपको बताते हैं इससे होने वाले फायदे.
बिजनेस इनसाइडर (Business Insider)ने केमल मिल्क को लेकर एक नई रिपोर्ट जारी की है. इसके मुताबिक भले ही ऊंटनी का दूध गाय के दूध जितना लोकप्रिय नहीं है लेकिन, फिर भी यह काफी महंगा मिलता है. इसके उत्पादन की बात करें तो दुनिया भर में उत्पादित 600 मिलियन मीट्रिक टन गाय के दूध की तुलना में हर साल लगभग 3 मिलियन टन ऊंटनी के दूध का उत्पादन होता है.
हालांकि, पूरे अफ्रीका और मध्य पूर्व में ऊंटनी का दूध काफी लोकप्रिय है. अकेले सोमालिया और केन्या ऊंटनी के दूध का 64 प्रतिशत उत्पादन करते हैं.
ऊंटनी के दूध से होने वाले फायदे
ऊंटनी के दूध में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा ज्यादा होती है, जो आपके सेल्स को किसी भी तरह से होने वाली बीमारियों से लड़ने में मदद करती है. इससे कैंसर, डायबिटीज और हार्ट से जुड़ी गंभीर बीमारियां का इलाज होता है.
इसमें कई तरह के विटामिन और मिनरल हैं
विटामिन A
विटामिन B
विटामिन C
विटामिन D
विटामिन E
कैल्शियम
पोटैशियम
एक कप ऊंटनी के दूध के फायदे
केवल एक कप ऊंटनी के दूध में ही कई फायदे होते हैं. इसमें 107 कैलोरी, 5.4 ग्राम प्रोटीन, 4.6 ग्राम फैट, 3 ग्राम सेचुरेटेड फैट, 11 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 8 ग्राम शुगर होता है.
मां के दूध जितना फायदेमंद
इतना ही नहीं मां के दूध के बात ऊंटनी के दूध को सबसे ज्यादा नैचुरल माना जाता है. जैसे स्तन का दूध नवजात शिशुओं को विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से बचाता है, वैसे ही ऊंटनी का दूध कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकता है.
डायबिटीज - ऊंटनी के दूध से डायबिटीज की संभावना कम हो जाती है. भारत के ही एक समुदाय पर डायबिटीज न होने को लेकर रिसर्च की गई तो पाया कि यहां के लोग सबसे ज्यादा ऊंटनी का दूध पीते हैं.
इतना ही नहीं इससेपीलिया, टीबी, दमा और खून की कमी जैसी खतरनाक बीमारियों से निपटने में भी फायदेमंद माना जाता है. कैलोरी और फैट के मामले में यह दूसरे दूध से ज्यादा बेहतर होता है.
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