लोगों के साथ-साथ अब कोरोना वायरस ने कुत्तों को भी अपनी गिरफ्त में लेना शुरू कर दिया है. हरियाणा में पहली बार कैनाइन कोरोना वायरस से 15 कुत्तों की मौत हो गई. मरने वाले ज्यादातर कुत्ते घरेलू पालतू कुत्ते बताए जा रहे हैं. हिसार की लाला लाजपत राय यूनिवर्सिटी ऑफ वेटेरिनरी एंड एनिमल साइंसेज (LUVAS) ने हिसार, सिरसा, रोहतक और फतेहाबाद के 50 कुत्तो के सैंपल लिए थे.
इनमें से 15 कुत्ते कैनाइन कोरोना वायरस से पीड़ित पाए गए हैं. जिसके कारण कुत्तों की मौत हुई है. इस बारे में अधिक जानने के लिए GNT Digital ने यूनिवर्सिटी के डा. कनिष्ट बत्रा से खास बात की.
50 में से 15 कुत्ते मिले संक्रमित
डॉ. कनिष्ट यूनिवर्सिटी के एनिमल बॉयोटेक्नोलॉजी विभाग में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्त हैं. उन्होंने कैनाइन कोरोना वायरस के बारे में बताया कि यह वायरस दूसरे जानवर जैसे गाय, भैंस को भी अपनी चपेट में ले सकता है. इसलिए अब लोगों को अपने जानवरों के लिए भी सतर्क रहना होगा.
डॉ कनिष्ट ने बताया कि यूनिवर्सिटी के क्लीनिक में अचानक से उल्टी-दस्त से परेशान कुत्तों की संख्या बढ़ गई थी. एक-दो कुत्तों के लक्षण बिल्कुल कैनाइन कोरोना वायरस के थे. इसलिए उनकी टीम ने कुत्तों के सैंपल लिए और 15 कुत्ते संक्रमित पाए गए. इसलिए टीम अब लोगों को इस बारे में जागरूक कर रही है.
क्या है कैनाइन कोरोना वायरस और इसके लक्षण
डॉ कनिष्ट ने बताया कि यह वायरस बिल्लियों से आया है. हरियाणा में कुत्तों में पहली बार यह कैनाइन कोरोना वायरस मिला है. यह सीसीओवी (CCoV) नामक वायरस के कारण होता है. यह वायरस पशुओं से मनुष्य में नहीं फैलता. बात अगर कैनाइन कोरोना वायरस के लक्षणों की करें तो डॉ कनिष्ट कहते हैं कि जानवर का बार-बार गिरना, उल्टी होना, शरीर में कमजोरी, दस्त के साथ खून आना, और खाना भी बहुत कम खाना इसके लक्षण हैं.
कैनाइन कोरोना वायरस से बचाव के उपाय
कैनाइन कोरोना वारयस से बचाव की अभी कोई दवाई नहीं है. हालांकि, आप इससे बचाव कर सकते हैं.
(प्रवीन कुमार की रिपोर्ट)