क्या फैशन डिजाइनर प्रत्यूषा गरिमेला की मौत के पीछे carbon monoxide का सिलेंडर है कारण, जानिए कितनी खतरनाक है ये गैस

सांस से ज्यादा कार्बन मोनोऑक्साइड शरीर में जाने से इंसान का शरीर पीला पड़ जाता है. चक्कर आने लगते है, इसके साथ ही कमजोरी महसूस होने लगती है. कोमा की अवस्था में श्वसन अंगों में फैल जाने से मौत भी हो जाती है. 

प्रत्यूषा गरिमेला
शताक्षी सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 12 जून 2022,
  • अपडेटेड 3:28 PM IST
  • कार्बन मोनोऑक्साइड से पीला पड़ जाता है शरीर
  • जानलेवा है ये कार्बन मोनोऑक्साइड

हैदराबाद के बंजारा हिल्स में रहने वाली एक फैशन डिजाइनर शनिवार रात को अपने घर में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाई गईं.
35 वर्षीय प्रत्यूषा बंजारा हिल्स थाना क्षेत्र के फिल्म नगर स्थित एक मकान में रहती थी. शनिवार दोपहर जब उसने सुरक्षा जांच का कोई जवाब नहीं दिया तो गार्ड्स ने पुलिस को इसकी सूचना दी. घर का दरवाजा तोड़कर पुलिस अंदर गई तो उसका शव बाथरूम में मिला. पुलिस ने कहा कि वॉशरूम से रसायनों की एक बोतल भी बरामद की गई है. हालांकि पुलिस को सुसाइड की आशंका है. इसके अलावा खबरों की मानें तो प्रत्यूषा के घर से एक कार्बन मोनोऑक्साइड का सिलेंडर भी मिला है. कार्बन मोनोऑक्साइड एक बेहद ही विषैली गैस है, जिसके शरीर में जाने से इंसान की मौत हो सकती है. 

कार्बन मोनोऑक्साइड से पीला पड़ जाता है शरीर
सांस से ज्यादा कार्बन मोनोऑक्साइड शरीर में जाने से इंसान का शरीर पीला पड़ जाता है. चक्कर आने लगते है, इसके साथ ही कमजोरी महसूस होने लगती है. कोमा की अवस्था में श्वसन अंगों में फैल जाने से मौत भी हो जाती है. 

वहीं अगर गैस कम मात्रा में शरीर में जाती है तो तनाव, बेचैनी, चक्कर आने लगते हैं, घबराहट के साथ कानों में तेज आवाजें भी सुनाई देने लग जाती है. इसके अलावा मितली आने लगती है, मांसपेशियों में कमजोरी के कारण चलने फिरने में दिक्कत आना, देखने में परेशानी, सांस लेने में तेजी होने के कारण मौत भी हो सकती है.

कैसे कर सकते हैं इससे बचाव?
इस बचाव करने के कई तरीके हैं. सबसे पहले तो ये कि अगर आप सर्दियों में कमरे में अंगीठी जला के बैठे हैं तो कमरा गर्म होने पर अंगीठी बुझाकर सोएं. पीड़ितों को उस जगह से हटाकर खुली हवा में ले जाएं. अंगीठी का प्रयोग करते समय खिड़की दरवाजे खोलकर रखें. बुजुर्ग और सांस की दिक्कत वाले लोग खास सावधानी रखें. गाड़ी खड़ी कर उसमें एसी चलाकर न छोड़ें. गाड़ी का शीशा खुला रखें.

कैसे जानलेवा है ये गैस?
मनुष्य के खून में ऑक्सीजन परिसंचरण के लिए आवश्यक तत्व ऑक्सी हीमोग्लोबिन के साथ मिलकर ये गैस कार्बोऑक्सीहीमोग्लोबिन बनाती है. जिससे खून में ऑक्सीजन नहीं घूल पाता है. जिससे सांस लेने में दिक्कत होता है. ऐसी परिस्थिति में आदमी की मौत हो जाती है. 

 

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